बीजेपी राज्यसभा सदस्य बृजलाल ने कहा तीन चरणों के मतदान के बाद स्पष्ट हो गया है कि देश में भाजपा और एनडीए गठबंधन प्रचंड बहुमत के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनाने जा रहा है। आम जनमानस में भाजपा के प्रति व्यापक जनसमर्थन है। इसलिए विपक्षी गठबंधन के नेता हताश और निराश हैं और अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। बीजेपी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस राज्यसभा सांसद ब्रजलाल ने ये बातें कहीं। प्रदेश में अमन चैन है। जनता इस बात से प्रसन्न है और मोदी पर उसको पूरा भरोसा है। प्रदेश की सभी 80 सीटों पर कमल खिलाने जा रहा है। देश में अबकी बार 400 पार है, इसलिए विपक्षी परिवारी पार्टियों में हाहाकार है। “सपा मुखिया के घर की अन्तर्कलह किसी से छिपी नहीं” बृजलाल ने कहा कि भाजपा को समाज के सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है, इससे विपक्षी भी हताश और निराश हैं। उन्हें हर तरफ बुरी तरह अपनी पराजय दिख रही है। हाल यह है कि कोई प्रदेश अध्यक्ष बदल रहा है तो कोई कोआर्डिनेटर बदल रहा है। उन्होंने कहा कि सुना है कि सपा के प्रदेश अध्यक्ष बीच चुनाव केवल इसलिए बदल दिये गये कि वे चुनाव लड़ रहे थे। इस लिहाज से तो राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को भी बदल दिया जाना चाहिए। इंडी गठबंधन के नेता चुनाव में ही आपसी हिसाब-किताब निपटा रहे हैं। सपा मुखिया के घर की अन्तर्कलह किसी से छिपी नहीं है। “कांग्रेस ने कर्नाटक में क्या किया किसी से छुपा नहीं” बृजलाल ने कहा कि इंडी अलायंस के नेताओं ने पहले चुनाव को मजहबी रंग देने का काम किया। अब वे जाति और रंग के आधार पर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। जनता इनके मंसूबों को कभी सफल नहीं होने देगी।उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख को दलित याद आ रहे हैं जबकी उनके गठबंधन के नेता ओबीसी और दलितों के आरक्षण में कटौती कर मुस्लिमों को आरक्षण देने की पैरोकारी कर रहे हैं। लालू प्रसाद यादव ने तो इसके समर्थन में बयान दिया, कांग्रेस ने कर्नाटक में क्या किया किसी से छुपा नहीं है। “सपा सरकार में मतलब पुलिस थानों में भी दलितों ने अत्याचार झेले” उन्होंने कहा कि पिछडे़ और दलितों पर अत्याचार करने वाले अखिलेश यादव के कार्यकाल को प्रदेशवासी भूले नहीं हैं। 2014 में तो खुद अनुसूचित जाति आयोग ने ही सपा सरकार को फटकार लगाई थी कि उसने दलित बहुल क्षेत्रों में खर्च किए जाने वाले 14 हजार करोड़ रूपये दूसरे कामों में खर्च कर दिये। उत्तर प्रदेश में 2014 में ही बड़ी संख्या में दलित उत्पीड़न के मुकदमें कोर्ट के आदेश पर लिखे गये। सपा सरकार में मतलब पुलिस थानों में भी दलितों ने अत्याचार झेले। दलितों और पिछड़ों की जमीनों पर सपा सरकार समर्थित गुंडों, माफियाओं के ही कब्जे हुए। आज भाजपा सरकार इन कब्जों पर बुलडोजर चलवा रही है और वहां गरीबों के लिए पक्के मकान बनाये जा रहे हैं। “केवल वोट बैंक समझते रहे” राज्यसभा सदस्य ने कहा कि गुंडे और माफियाओं ने दलितों का किस कदर उत्पीड़न सपा सरकार में किया था इसके आँकड़े गिनेंगे तो बहुत समय लगेगा। लेकिन अखिलेश राज में दंगों की आग में सर्वाधिक नुकसान किसने झेला? यह बात किसी से छिपी नहीं है। सपा सर्व समाज की विरोधी है, सपाई शासन सबसे भ्रष्ट, कदाचारी और अनाचारी रहा है। सपा सरकार केवल दंगाइयों, गुंडों, माफियाओं और तुष्टिकरण की राजनीति करने वालों के लिए ही बेहतर रही थी। बृजलाल ने कहा कि आज राहुल गांधी के सबसे खास सलाहकार अंकल सैम साहब भी भारतीयों की शिनाख्त उनके रंग के हिसाब से कर रहे थे। कांग्रेस की सोच कितनी निम्न स्तर की है? सपा, कांग्रेस और पूरा इंडी गंठबंधन दलित, पिछड़ों का विरोधी है। इन्हें केवल वोट बैंक समझते रहे हैं। सपा ने तो प्रदेश में दलित महापुरुषों के नाम पर बने स्मारकों को तोड़ने का काम किया है। कन्नौज में तो अखिलेश यादव ने बाबा साहेब के नाम पर खुले मेडिकल कॉलेज का नाम बदल दिया था। भाजपा सरकार बनने पर मेडिकल कॉलेज का नाम बाबा साहेब के नाम पर किया गया।राज्यसभा सदस्य बृजलाल ने कहा कि दलित महापुरुषों और समाज सुधारकों को वास्तविक सम्मान मोदी सरकार में ही मिला है। बाबा साहेब के जीवन से जुड़े पाँच स्थानों को मोदी सरकार ने पंच तीर्थ के रूप में विकसित किया। केंद्र और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं में लाभार्थियों की सर्वाधिक संख्या अनुसूचित वर्ग की ही है। आज देश और प्रदेश में किसी का उत्पीड़न नहीं हो रहा है। गुंडे माफिया जेल में हैं।

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