मतदान के तीन चरण पूरे हो चुके हैं। चुनाव प्रचार अपने चरम पर है। ऐसे समय में कोई भी राजनीतिक दल छोटी से छोटी गलती नहीं करना चाहता। अपनी दशा और दिशा की तरफ़ किसी तरह की ख़ामी नहीं रखना चाहता। इसी को देखते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने प्यारे भतीजे आकाश आनंद को अपनी ज़िम्मेदारियों से अचानक मुक्त करके सबको चौंका दिया है। आकाश को मायावती ने अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था और पार्टी का नेशनल कोआर्डिनेटर भी बनाया था। मायावती का कहना है कि अभी आकाश में परिपक्वता आनी बाक़ी है। कुछ साल सीखने के बाद वापस उन्हें सक्रिय किया जाएगा। कहा यह जा रहा है कि वे अपने भाषणों में भाजपा और भाजपा नेताओं पर कुछ ज़्यादा ही हमलावर हो रहे थे। राजनीतिक गलियारों में मायावती के इस निर्णय के बाद बसपा को भाजपा की बी पार्टी कहा जा रहा है। हो सकता है आकाश को पद से हटाने के मायावती के अन्य कारण भी हों, लेकिन फ़िलहाल इस निर्णय को भाजपा से जोड़ कर ही देखा जा रहा है। बहरहाल, समझा यह जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के सामने भाजपा ने बसपा से अंदरखाने दोस्ती कर ली है। आकाश आनंद कुछ ही महीनों में कुछ ज़्यादा ही पॉपुलर हो गए थे। लगता है अब वे मंचों से नहीं, पर्दे के पीछे से पार्टी के लिए काम करेंगे। कुल मिलाकर चुनाव प्रचार में अब इतनी रंगत आ चुकी है और इतनी तेज़ी कि एक घंटे पहले आए बयानों को लेकर दूसरे दल मंच से उनका जवाब दे रहे हैं। दूसरी तरफ, इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा कांग्रेस के लिए नई मुसीबतें खड़ी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। पहले उन्होंने विरासत टैक्स का हवाला देकर कांग्रेस को फँसा दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पित्रोदा के बयान देते ही इस विरासत टैक्स को मुद्दा बना दिया था। प्रधानमंत्री ने जवाब दिया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो विरासत टैक्स के नाम पर आपकी संपत्ति छीन लेगी। यह मुद्दा अभी शांत भी नहीं हुआ था कि पित्रोदा ने फिर एक विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कह दिया कि भारत में पूर्व वाले चीनी लगते हैं और साउथ वाले अफ़्रीकन जैसे दिखते हैं। प्रधानमंत्री ने इसे भी मुद्दा बना दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस रंग के आधार पर लोगों का अपमान करने पर तुली है। लगे हाथ वे अडानी- अंबानी को लेकर राहुल गांधी को आड़े हाथ लेने से भी नहीं चूके। उन्होंने कहा- शहज़ादे ने आजकल अडानी – अंबानी को गाली देना बंद कर दिया है। लगता है कोई गुप्त समझौता हो चुका है।