राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद राहुल गांधी ने करीबियों से कहा था कि कांग्रेस की सरकार आने पर फैसले को शाह बानो केस की तरह पलट देंगे। अगर मैं झूठ बोल रहा हूं तो राहुल मेरी बात का खंडन करें। मैं उन्हें चुनौती देता हूं। राहुल मीडिया के सामने आकर कहें कि उन्होंने ये बात नहीं कही थी। राहुल ऐसा करते हैं तो मैं इसके सबूत दूंगा। बता दूंगा कि राहुल ने कब, कहां और किसके सामने ये बात कही थी। ये बातें आचार्य प्रमोद कृष्णम् ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में कही। कृष्णम् ने दावा किया कि राहुल नहीं अड़े होते तो खड़गे की जगह प्रियंका गांधी आज कांग्रेस की अध्यक्ष होतीं। राहुल ने उन्हें राज्यसभा नहीं जाने दिया और रायबरेली से चुनाव भी नहीं लड़ने दिया। पढ़िए प्रमोद कृष्णम् का पूरा इंटरव्यू… सवाल: आपको क्या कहें, पूर्व कांग्रेसी या भाजपाई, कांग्रेस से आप निष्कासित हैं?
जवाब: मुझे भारतीय कहें। पॉलिटिकल फ्यूचर के बारे में मैंने सोचा नहीं। जो सच होता है मैं वो बोलता हूं। जो राष्ट्रहित में होता है उसी का समर्थन करता हूं। सवाल: आपने कहा राहुल राम मंदिर पर फैसला पलटना चाहते हैं, कितनी सच्चाई?
जवाब: ये तो राहुल से पूछिए कि क्या वो राम मंदिर के फैसले को पलटना नहीं चाहते हैं। राहुल गांधी के जवाब से ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। आप उनसे सवाल कीजिए कि क्या जहां राम मंदिर बन रहा है उससे वो खुश हैं? क्या राम मंदिर बनने से वो संतुष्ट हैं और क्या कांग्रेस सरकार बन गई तो वो इस फैसले को नहीं पलटेंगे? सवाल: इलेक्शन के बीच ये बयान भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए तो नहीं?
जवाब: जब मैं राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में गया था तब कौन सा चुनाव था। कांग्रेस ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराया। दुश्मन के घर का भी गृह प्रवेश का निमंत्रण आ जाए तो उसे भी स्वीकार किया जाता है। वो तो भगवान राम के मंदिर का निमंत्रण था। कांग्रेस पार्टी ने पिछले 50 साल से यही कोशिश की है कि राम मंदिर न बने। 25-25 वकील खड़े किए सुप्रीम कोर्ट में कि फैसले को टाला जा सके। राहुल गांधी आज तक अयोध्या नहीं गए। कांग्रेस का कोई बड़ा नेता अयोध्या नहीं गया। सवाल इस बात का है कि राहुल गांधी मेरे दावे का खंडन तो करें। सवाल: राहुल ने ये बात कब कही और वहां कौन-कौन था?
जवाब: अगर राहुल गांधी ये कह देंगे कि उन्होंने ऐसा नहीं कहा है और मैं झूठ बोल रहा हूं तो मैं जरूर बताऊंगा कि उन्होंने ऐसा कब, कहां और किससे कहा था। सवाल: प्रियंका के साथ कांग्रेस में नाइंसाफी हो रही, आपको ऐसा क्यों लगता है?
जवाब: मैं तो आज भी कह रहा हूं कि प्रियंका के खिलाफ साजिश हुई है। उन्हें कांग्रेस की कमान सौंप देनी चाहिए थी। प्रियंका गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनने से राहुल गांधी ने रोका। अगर राहुल विरोध नहीं करते तो खड़गे की जगह प्रियंका अध्यक्ष होतीं। प्रियंका को राहुल ने ही राज्यसभा नहीं जाने दिया और न रायबरेली से चुनाव लड़ने दिया। अगर मैं गलत हूं तो क्या संजय निरुपम जो राहुल के राइट हैंड थे वो भी झूठ बोल रहे हैं? सवाल: अगर राहुल दोनों सीट जीतते हैं तो खाली सीट से प्रियंका लड़ सकती हैं?
जवाब: कल क्या होगा इस बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता। मैं वो बता सकता हूं जो हुआ है। प्रियंका को चुनाव लड़ने से किसने रोका, मोदी, योगी, अमित शाह, नड्‌डा या मैंने? अगर प्रियंका गांधी को चुनाव लड़ने से रोका गया तो रोकने वाला कौन है? कांग्रेस पार्टी के अंदर किसकी इतनी हिम्मत है जो प्रियंका का रास्ता रोके। सिवाय राहुल गांधी के। सवाल: इस पर सोनिया गांधी का रुख क्या है?
जवाब: मैं उनके ऊपर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। सवाल: राहुल अमेठी से नहीं लड़ रहे, ये कांग्रेस की कौन-सी स्ट्रैटजी?
जवाब: इसमें कोई स्ट्रैटजी नहीं है। सिर्फ हार का डर है। सवाल: आपने PM को बुलाया, भाजपा जॉइन करने का ऑफर मिला?
जवाब: बहुत नेता हैं जिन्होंने भाजपा जॉइन करने को कहा। मैंने नरेंद्र मोदी को जॉइन किया है। मैंने कल्किधाम के शिलान्यास में उन्हें इनवाइट किया था, मेरा सौभाग्य है कि उन्होंने निमंत्रण स्वीकार किया और यहां का शिलान्यास करने आए। सवाल: आप 32 साल कांग्रेस में रहे, कुछ नेताओं को भाजपा में लाने का मिशन मिला?
जवाब : मेरी पार्टी BJP कहां है। मैंने तो अभी तक भाजपा जॉइन भी नहीं की। मेरा कोई मिशन नहीं है। मेरा मिशन राष्ट्र है। जो भारत माता की जय बोलने वालों के खिलाफ होगा, मैं उसका विरोध करूंगा। कांग्रेस पार्टी और ये जो वामपंथी दल हैं, ये जो गठबंधन हैं ये वंदे मातरम् से चिढ़ते हैं, राममंदिर से चिढ़ते हैं, हिंदुत्व को मिटाना चाहते हैं, सनातन को मिटाना चाहते हैं। सवाल: कोई विकल्प नजर आता है आपको?
जवाब: प्रियंका गांधी विकल्प हैं। इसके अलावा और भी सीनियर नेता हैं जो विकल्प बन सकते हैं। दिग्विजय सिंह कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ना चाहते थे, उन्हें रोक दिया गया। सवाल: सचिन पायलट का क्या भविष्य? आपकी अच्छी ट्यूनिंग है?
जवाब: मेरी उनसे अब बात नहीं होती। उनकी पार्टी के नेताओं ने मुझे निकाल दिया है। कांग्रेस नेता मुझे भाजपाई कहते हैं, लेकिन ये सरासर गलत है। देश के प्रधानमंत्री से मिलना गलत है, तो मैं गलत हूं। सवाल: कांग्रेस को कितनी सीट मिलने की उम्मीद है?
जवाब: मुझे कोई आदमी नहीं मिला जो कहे कि मैं कांग्रेस को वोट दूंगा। ऐसे में सीटें कहां से आएंगी। गांधी की कांग्रेस जिन्ना के रास्ते पर चल रही है। जो मंदिर की बात करता है उसे निकाल देते हैं, जो भारत की बात करता है उसे निकाल देते हैं। राहुल के आसपास नास्तिक लोगों की चौकड़ी है। सवाल: भाजपा ने 400 पार का नारा दिया है, आपको क्या लगता है?
जवाब: देश की जनता नरेंद्र मोदी के साथ है। वो 400 ही नहीं 500 भी पार करा सकती है। सवाल: आपकी नाराजगी कांग्रेस से है या राहुल गांधी से?
जवाब: मेरी नाराजगी होती तो कांग्रेस को मैं छोड़ता, मैंने कांग्रेस कहां छोड़ी। मुझे तो निकाला गया। निकाला इसलिए क्योंकि मैं अयोध्या गया। वरना मैं तो बड़ा अच्छा था। सारे कांग्रेस के नेता ताली बजाते थे जब मैं नरेंद्र मोदी के खिलाफ भाषण देता था और BJP को क्रिटिसाइज करता था। सवाल मेरी नाराजगी का नहीं है, BJP और कांग्रेस का भी नहीं है। सवाल राष्ट्र का है। कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने हमारे कई जवान शहीद कर दिए। इस पर कांग्रेस नेता बोलते हैं ये भाजपा के द्वारा कराया हुआ काम है। शर्म नहीं आती इन लोगों को। पुलवामा में हमारे जवान शहीद होते हैं तो आरोप लगाते हैं। बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक हुई किसने मजाक बनाया देश का? ये वो लोग हैं जो देश के साथ नहीं है। जो देश के साथ नहीं हैं मैं उनके साथ नहीं रह सकता। ये इंटरव्यू भी पढ़िए… हेमा मालिनी बोलीं- मोदी-शाह का कॉम्बिनेशन जय-वीरू जैसा:गब्बर कौन है… ये अभी छोड़िए; मथुरा की बारी भी आएगी लंदन से लौटीं इकरा बोलीं-मैं किसी से नहीं डरती:भाजपा वालों को हम पहले भी हरा चुके हैं, टिकट के लिए नाम जयंत ने आगे बढ़ाया जितिन प्रसाद बोले- वरुण गांधी से किस बात की बातचीत?:वक्त बताएगा कि पीलीभीत किसका गढ़ और क्या है..? यहां हमारी खेती है, बाहरी तो अखिलेश हैं केशव मौर्य बोले-भ्रष्टाचारियों की ठीक से कारसेवा होगी:भाजपा हारने के लिए मुस्लिमों को टिकट नहीं देगी, मैं गुंडा नहीं आंदोलनकारी हूं रामायण के ‘राम’ को राजनीति में क्यों आना पड़ा:अरुण गोविल बोले- मैंने भाजपा से टिकट नहीं मांगा, उन्होंने खुद दिया

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