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वाराणसी का नक्कटैया मेला 20 अक्टूबर को: 137 साल पुरानी परंपरा, गाजीपुर से गाजियाबाद तक के लाग विमान होंगे शामिल

वाराणसी का विश्व प्रसिद्ध चेतगंज की नक्कटैया का मेला आगामी 20 अक्टूबर को करवाचौथ के दिन लगेगा। इस मेले का शुभारंभ हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी पुलिस कमिश्नर और डीएम इसक उद्घाटन करेंगे। 

हर बार की तरह इस बार भी सामाजिक मुद्दों पर बने लाग विमान आकर्षण का केंद्र रहेंगे। इसमें इजराइल-हमास युद्ध पर बनी झांकी आकर्षण का केंद्र रहेगी।

एक लाख से अधिक लोग होते हैं शामिल 

समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता ने बताया- 137 साल पुराने इस मेले में बनारस ही नहीं आस-पास के जिलों से भी लोग आते हैं। इसमें रात 12 बजे चेतगंज थाने के सामने पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल और डीएम एस राजलिंगम इसका उद्घाटन करेंगे। 

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रात भर अपने पारंपरिक रास्तों से इस मेले में आने वाली लाग विमान गुजरेंगे और भोर में नक्कटैया स्थल पर लीला के बाद मेला समाप्त होगा।

अंग्रेजों के दमन से आजादी के लिए हुई थी शुरू 

समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता ने बताया- आज से 137 साल पहले भारत जब गुलामी की जंजीरों से जकड़ा हुआ था। उस समय अंग्रेज दमनकारियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने और समाज को जागरूक करने के लिए फतेह राम बाबा ने इस मेले को शुरू करवाया था। जिसमें पूरे प्रदेश और देश के कोने कोने से लोग अपनी झांकिया और लाग-विमान लेकर इस मेले में पहुंचे थे। जो अंग्रेजों के दमन का खुला चित्रण थे।

धार्मिक आयोजन की वजह से नहीं रोक पाए अंग्रेज 

अजय गुप्ता ने बताया- धार्मिक आयोजन होने की वजह से अंग्रेजों को इसपर शक नहीं हुआ क्योंकि झांकी में हर चीज इस तरह से पेश की जाती थी की अंग्रेज उसे समझ न सकें। 

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जैसे-जैसे वक्त और हालात बदला वैसे-वैसे झांकियों का स्वरुप भी बदल गया। अब सामाजिक और मौजूदा हालत पर झांकिया बनाई जाने लगी है।

इजराइल-हमास युद्ध पर भी बनेगा लाग-विमान 

अजय गुप्ता ने बताया- इस समय सबसे ज्वलंत मुद्दा इजराइल-ईरान और हमास के युद्ध का है। इसपर कई लाग विमान आने की संभावना है। सभी लोग तैयारियों में लगे हैं। प्रयागराज से आने वाले लाग विमान अद्भुत हैं।

वाराणसी का विश्व प्रसिद्ध चेतगंज की नक्कटैया का मेला आगामी 20 अक्टूबर को करवाचौथ के दिन लगेगा। इस मेले का शुभारंभ हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी पुलिस कमिश्नर और डीएम इसक उद्घाटन करेंगे। हर बार की तरह इस बार भी सामाजिक मुद्दों पर बने लाग विमान आकर्षण का केंद्र रहेंगे। इसमें इजराइल-हमास युद्ध पर बनी झांकी आकर्षण का केंद्र रहेगी।एक लाख से अधिक लोग होते हैं शामिल समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता ने बताया- 137 साल पुराने इस मेले में बनारस ही नहीं आस-पास के जिलों से भी लोग आते हैं। इसमें रात 12 बजे चेतगंज थाने के सामने पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल और डीएम एस राजलिंगम इसका उद्घाटन करेंगे।  विज्ञापनरात भर अपने पारंपरिक रास्तों से इस मेले में आने वाली लाग विमान गुजरेंगे और भोर में नक्कटैया स्थल पर लीला के बाद मेला समाप्त होगा।अंग्रेजों के दमन से आजादी के लिए हुई थी शुरू समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता ने बताया- आज से 137 साल पहले भारत जब गुलामी की जंजीरों से जकड़ा हुआ था। उस समय अंग्रेज दमनकारियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने और समाज को जागरूक करने के लिए फतेह राम बाबा ने इस मेले को शुरू करवाया था। जिसमें पूरे प्रदेश और देश के कोने कोने से लोग अपनी झांकिया और लाग-विमान लेकर इस मेले में पहुंचे थे। जो अंग्रेजों के दमन का खुला चित्रण थे।धार्मिक आयोजन की वजह से नहीं रोक पाए अंग्रेज अजय गुप्ता ने बताया- धार्मिक आयोजन होने की वजह से अंग्रेजों को इसपर शक नहीं हुआ क्योंकि झांकी में हर चीज इस तरह से पेश की जाती थी की अंग्रेज उसे समझ न सकें।  विज्ञापनजैसे-जैसे वक्त और हालात बदला वैसे-वैसे झांकियों का स्वरुप भी बदल गया। अब सामाजिक और मौजूदा हालत पर झांकिया बनाई जाने लगी है।इजराइल-हमास युद्ध पर भी बनेगा लाग-विमान अजय गुप्ता ने बताया- इस समय सबसे ज्वलंत मुद्दा इजराइल-ईरान और हमास के युद्ध का है। इसपर कई लाग विमान आने की संभावना है। सभी लोग तैयारियों में लगे हैं। प्रयागराज से आने वाले लाग विमान अद्भुत हैं। 

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