वाराणसी में मंगलवार को वोट मांगने गए BJP विधायक सौरभ श्रीवास्तव को विरोध का सामना करना पड़ा। नगवां में लोगों ने विधायक और उनके समर्थकों को घेरकर गुस्सा जताया। विधायक को खरी-खोटी सुनाई। गली में जाते ही बोले- यहां क्यों आए हो, वापस जाओ। इसका वीडियो भी सामने आया है। करीब एक घंटे तक विधायक लोगों को समझाने की कोशिश करते रहे। लेकिन, लोग उनके वादों को फर्जी और झूठा बताते रहे। आक्रोशित नागरिकों ने विधायक के समर्थकों की टोपी भी उतार दी। विधायक से लिखित आश्वासन भी लिया। इसके बाद विधायक ने अधिकारियों को फोन कर जनता की बात सुनने की बात कही। 300 से अधिक परिवारों ने कैंट से विधायक सौरभ श्रीवास्तव को अपना आशियाना टूटने का जिम्मेदार बताया। जगन्नाथ कॉरिडोर के नाम पर सैकड़ों लोगों को बेघर करने और भाजपा नेताओं की कारगुजारी छिपाने का आरोप लगाया। लोगों ने खुलेआम भाजपा को वोट नहीं देने का ऐलान किया। मामला ज्यादा बिगड़ता देखकर विधायक वहां से चले गए। लोग बोले- हमारी किसी ने नहीं सुनी वाराणसी में अस्सी घाट के किनारे जगन्नाथ कॉरिडोर बनना है। इसको लेकर मकानों का चिह्नीकरण किया गया है। इसके लिए प्रशासन ने सर्वे किया। सार्वजनिक भूमि घोषित कर कार्रवाई शुरू कर दी। घर टूटने से आक्रोशित लोगों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने अधिकारियों को मामले के निस्तारण का आदेश दिया। कोर्ट की आदेश की कॉपी लेकर लोगों ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों तक भागदौड़ की। लेकिन, अब तक कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। लोगों ने विधायक को बताई पीड़ा
इसी बीच, कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव वोट मांगने नगवां पहुंच गए। उनको देखते ही लोग घरों से निकल आए और विरोध शुरू कर दिया। लोगों ने गली में विधायक को चारों ओर से घेर लिया। लोगों का कहना है- जगन्नाथ कॉरिडोर के नाम पर हम लोगों को उजाड़ने का काम किया जा रहा है। हम लोग 70-80 साल से अपनी मेहनत की कमाई से मकान बनाकर रह रहे हैं। जिसे वोट देकर हम सत्ता और सरकार में लाए, वही हमें उजाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। लोगों ने कहा कि हम लोगों के पूर्वजों ने जमीन खरीदकर मकान बनवाया। जब से सर्वे शुरू हुआ मोहल्ले में लोगों का सुख-चैन छिन गया है। विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने अधिकारियों से बात करने के बाद आश्वासन दिया कि आप लोगों के मकान नहीं टूटेंगे।