मुज़फ़्फ़रनगर। योगी सरकार में स्वतंत्र प्रभार मंत्री कपिलदेव अग्रवाल ने ‘एक देश एक चुनाव’ पर अखिलेश यादव द्वारा की गई टिप्पणी पर कहा कि अब अखिलेश जी क्या कहते हैं, यह विषय नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति के नेतृत्व में एक सामूहिक रिपोर्ट सबमिट की है, जिसमें समाजवादी पार्टी के नेता भी शामिल हैं। इस रिपोर्ट के आधार पर योजना बनाई जा रही है और किसी एक व्यक्ति के कहने से कुछ नहीं होता है। चुनाव खर्च और आचार संहिता
कपिलदेव अग्रवाल ने कहा कि जब एक चुनाव होगा तो खर्च बचेगा और आचार संहिता लगने से दो महीने तक काम नहीं होते हैं। पेंशन नहीं बंटती है और लोगों को दिक्कतें होती हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़ा नुकसान होता है क्योंकि टीचर, आशा, आंगनबाड़ी और सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव में लग जाती है, जिससे शिक्षा प्रभावित होती है। उन्होंने सवाल उठाया कि अखिलेश यादव इस बात को क्यों नहीं सोचते कि एक साल में तीन चुनाव होने पर छह महीने की छुट्टियां होती हैं और महिलाओं और अध्यापकों को कितनी असुविधाएं होती हैं। ओवैसी पर हमला
ओवैसी पर बोलते हुए कपिलदेव अग्रवाल ने कहा कि अगर ओवैसी को ‘एक देश एक चुनाव’ का इतना विरोध है तो वे चुनाव से बाहर रहें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए किसी भी राष्ट्रीय और अच्छे काम का ओवैसी हमेशा विरोध करते हैं। ओवैसी का स्वभाव है कि उन्हें हर काम गलत लगता है, इसलिए वे व्यवस्था से बाहर रहें। स्वामी प्रसाद मौर्या पर टिप्पणी
स्वामी प्रसाद मौर्या पर बोलते हुए कपिलदेव अग्रवाल ने कहा कि वे दल बदलू नेता हैं और हमेशा इस प्रकार की बातें करते हैं। उनका कोई जनाधार नहीं है और वे जिस पार्टी में जाते हैं, उसी की डपली बजाने का कार्य करते हैं।