सीतापुर में अवैध खनन की शिकायत पर छापेमारी की कार्रवाई करने पहुंची महिला खनन अधिकारी के साथ अवैध खननकर्ताओं ने सुरक्षाकर्मियों के सामने अभद्रता की। मोबाइल तोड़ा साथ ही छेड़छाड़ की है। खनन अधिकारी की तहरीर पर पुलिस ने मारपीट व महिला अधिकारी के साथ छेड़छाड़ सहित अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। वहीं पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि खनन अधिकारी ने इस मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। वहीं पुलिस ने भी केस दर्ज कर आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। मामला रामकोट थाना इलाके का है। जिला खान अधिकारी की तहरीर के मुताबिक बीती 6 नवंबर को रात एक बजे उन्हें धनईखेड़ा में अवैध खनन की सूचना मिली। वह मौके पर हमराही होमगार्ड राधेलाल और महेंद्र सिंह के साथ आईं। वहां एक स्थान पर एक जेसीबी, एक डंफर व एक बिना नंबर प्लेट का ट्रैक्टर खनन करते मिले। आरोप है कि पूछने पर जेसीबी चालक ने दूसरी गाटा संख्या के कागज दिखाये। इसके साथ ही अरजीत शुक्ला नामक शख्स को फोन कर मौके पर बुला लिया। अरजीत अपने साथ भगवानपुर गांव निवासी दिवाकर प्रसाद व कई अन्य लोगों को मौके पर ले आया। महिला खनन अधिकारी का हाथ पकड़कर दिया धक्का
आरोप है कि जब जिला खनन अधिकारी अपने मोबाइल से बात करने लगीं और घटना का वीडियो बनाने लगीं तो उनके हाथ से मोबाइल छीनकर जमीन पर पटक दिया गया। इसके बाद मोबाइल को तोड़ दिया गया। सभी लोग उन पर हमलावर हो गये। महिला खनन अधिकारी का हाथ पकड़कर आरोपियों ने धक्का दे दिया। जिससे वह जमीन पर गिर गईं। इसके बाद छेड़छाड़ करने लगे। जब उनके हमराही ने उच्च अधिकारियों को सूचना देनी चाही तो उसका भी मोबाइल फोन छीनकर फेंक दिया और धक्का मुक्की की। अन्य लोगों ने जान से मारने की धमकी दी। जिला खनन अधिकारी ने कहा- जान से मारने की धमकी दी
जिला खनन अधिकारी ने बताया- सभी आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी। वहीं, सरकारी कार्य में बाधा डाली। बताया कि सभी आरोपियों से जान माल का खतरा बना हुआ है। जिला खान अधिकारी ने डीएम अभिषेक आनंद को पूरी घटना बताई। डीएम के हस्तक्षेप के बाद मुकदमा दर्ज हुआ। परमिशन के बजाय करा रहे थे खनन
जिलाधिकारी कार्यालय से दिवाकर प्रसाद ने 26 अक्तूबर से 24 नवंबर तक के लिए गाटा संख्या 125 से मिट्टी खनन की अनुमति ली थी। खनन अधिकारी के मुताबिक रात के अंधेरे में नियमों के विपरीत दूसरी गाटा संख्या पर काम किया जा रहा था। जबकि मंडलायुक्त के स्पष्ट निर्देश हैं कि खनन की साइट पर कार्य का बोर्ड अवश्य लगाया जाये। इस सूचना के आधार पर जब खनन अधिकारी अपने हमराह के साथ जांच पड़ताल करने पहुंची, तो वहां पाया कि गाटा संख्या की परमिशन के बजाय ही दूसरे गाटा संख्या में रात्रि के अंधेरे में जेसीबी से खनन कर रही है। आरोप है कि मशीन चालकों द्वारा फोन पर खनन करवा रहे अरजीत शुक्ला उर्फ छोटे भैया को सूचित किया तो अरजीत शुक्ला मौके पर अपने साथियों के साथ आ पहुंचे। खनन अधिकारी का मोबाइल पटककर तोड़ा, धक्का देकर गिराया
खनन अधिकारी का आरोप है कि इस दौरान खनन करा रहे अरजीत शुक्ला, दिवाकर प्रसाद ने अपने साथियों के साथ खनन अधिकारी का मोबाइल पटककर तोड़ दिया। उनके साथ धक्का मुक्की करते हुए उन्हें जमीन पर गिराकर छेड़छाड़ की। आरोप है कि इस दौरान उनके हमराहों ने दबंगों को रोकने का प्रयास किया, तो दबंगों ने उनके फोन छीनकर फेंकते हुए मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। तीन आरोपी गिरफ्तार
खनन अधिकारी की तहरीर पर डीएम के आदेश के बाद पुलिस ने 12 नवंबर की शाम खनन करा रहे अरजीत शुक्ला और दिवाकर प्रसाद सहित अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं पुलिस ने कार्रवाई करते हुई बुधवार देर रात तीन आरोपियों को आकाश, राजकुमार, नरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। ये तीनों चालक है। मुख्य आरोपी अरजीत शुक्ला और दिवाकर प्रसाद की तलाश जारी है।