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काशीवासियों को काशीद्वार से मिलेगा विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश:मंडलायुक्त और डीसीपी ने परखे सुरक्षा इंतजाम, मंदिर न्यास से मांगी सावन प्रबंधन योजना

द्वादश ज्योतिर्लिंग में शामिल श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में काशी के श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन का रास्ता तय हो गया है। सावन से काशीवासियों को नंदू फरिया गली से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। मंदिर में स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए दो प्रवेश द्वार तैयार हो रहे हैं, इस द्वार को काशीद्वार नाम दिया गया है। मंडलायुक्त ने ‘काशी द्वार’ के क्रियान्वयन को न्यास की ओर से काशीवासियों के लिए डेडिकेटेड प्रवेश द्वार की तैयारियों का निरीक्षण किया। वाराणसी में सावन के दौरान श्रद्धालुओं के आगमन को लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के साथ पुलिस और प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। शुक्रवार शाम मंदिर न्यास अध्यक्ष और मंडलायुक्त वाराणसी कौशल राज शर्मा ने सुरक्षा तैयारियों को परखा। मंदिर कॉरिडोर का भ्रमण करते हुए श्रावण मास की तैयारियों की व्यापक समीक्षा की। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने निरीक्षण के दौरान आगामी श्रावण मास में दर्शनार्थियों की संभावित संख्या पर मंथन किया। डीसीपी सुरक्षा सूर्यकांत त्रिपाठी और मंदिर न्यास के डिप्टी कलेक्टर शंभूशरण समेत न्यास अधिकारियों के साथ पूरे परिसर का भ्रमण कर प्वाइंट्स वाइज निरीक्षण किया। कमिश्नर ने बिंदुवार रिपोर्ट मांगी सावन के 29 दिन सबसे मजबूत सुरक्षा, क्राउड मैनेजमेंट प्लान, आपदा मोचन के प्रबंध, दर्शनार्थियों की सुविधा, सुरक्षा एवं त्रुटि रहित दर्शन व्यवस्था पर चर्चा की। सुरक्षा एवं प्रबंधन एजेंसी के समन्वय के साथ ही साथ स्वास्थ्य, परिवहन, विद्युत, नगर विकास समेत अन्य समस्त विभागों से अंतर्विभागीय समन्वय के लिए निर्देश दिया। मंडलायुक्त ने सबसे पहले 8 जुलाई सोमवार को अपराह्न 4 बजे सभी विभागों के साथ अंतर्विभागीय समन्वय बैठक का समय तय किया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अधिकारियों को दो दिन में ‘श्रावण मास प्रबंधन योजना’ तैयार कर प्रस्तुत करने की बात कही। सभी बिंदुओं को शामिल करते हुए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने की बात कही, जिसके आधार पर पूरे सावन का ब्लूप्रिंट तैयार किया जाएगा। काशीद्वार के प्रस्तावित मार्गों को देखा मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने धाम में प्रवेश के लिए बन रहे दो नए प्रवेश द्वार सिल्को गली और पिनाक भवन के पास चल रहे निर्माण कार्य का भी मंडलायुक्त ने जायजा लिया। नंदू फारिया गली, गंगा द्वार सहित सभी प्रवेश और निकास द्वारों का भी जायजा लिया। मंदिर प्रशासन ने बताया कि काशीवासियों के लिए नंदू फारिया गली की तरफ से प्रवेश के बारे में विचार किया जा रहा है। इसको मंदिर सुरक्षा समिति की बैठक में रखा जाएगा।

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