झांसी के बरुआसागर में 4 माह पहले पुजारी कैलाश जोशी की हत्या हो गई थी। इस केस में पुलिस ने हीरा कुशवाहा और उसके दोस्त अशोक कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया। इस ब्लाइंड मर्डर के दोनों आरोपियों के पकड़े जाने की कहानी बड़ी ही रोचक है। पुजारी ने आरोपी को जंगल में लड़की के साथ देख लिया था। जंगल में लड़की लाने का विरोध किया। फिर उसने पुजारी की हत्या कर दी थी। 4 माह बीतने के बाद आरोपी मान चुके थे कि पुलिस अब उन तक नहीं पहुंच पाएगी। वे अपने गुनाहों से बच जाएंगे। एक दिन पार्टी के दौरान आरोपियों ने दोस्तों को पुजारी की हत्या करने की बात बता दी। दोस्तों ने आगे अपने दोस्तों को बताया। ऐसे ही ये बात पुलिस के मुखबिर तक पहुंच गई और आरोपी पकड़े गए। अब पढ़िए, कैसे आरोपियों तक पहुंची पुलिस न कैमरे से मदद की, न सीसीटीवी कैमरे ने
गर्लफ्रेंड के लिए मर्डर करने वाले बायफ्रेंड हीरा और उसका दोस्त वारदात के बाद भागे नहीं, बल्कि अपने घर पर रहे और पुलिस की गतिविधियों पर नजर बनाए रहे। इधर, पुलिस की 5 टीमें आरोपियों को पकड़ने के लिए तरह-तरह के प्रयास कर रही थी। एक के बाद एक करीब 75 संदिग्धों से पूछताछ की गई। घटनास्थल को जोड़ने वाले रास्तों पर लगे करीब 45 सीसीटीवी कैमरे देखे गए। सर्विलांस टीम भी कोई क्लू नहीं दे सकी। हर तरफ से निराशा ही हाथ लग रही थी। लेकिन, पुलिस ने उम्मीद नहीं छोड़ी। इस बीच IPS अंतरिक्ष जैन बरुआसागर थाना के प्रभारी बनकर पहुंचे। उन्होंने नए सिरे से अपने मुखबिरों को एक्टिव कर दिया। दो नाम मिले, एक आरोपी सही निकला
एएसपी और बरुआसागर थानाध्यक्ष अंतरिक्ष जैन ने बताया कि 24 मई को एक मुखबिर ने हीरा और एक अन्य युवक का नाम बताया। कहा कि ये पुजारी की हत्या में शामिल हो सकते हैं। दोनों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। हीरा को ऑब्जर्वेशन में रखा तो शक होने लगा। पहले तो हीरा कहता रहा कि उसने कुछ नहीं किया, जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने दोस्त अशोक के साथ मिलकर पुजारी की हत्या करना कबूल कर दिया। तब हीरा और अशोक को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनाें 8वीं कक्षा तक पढ़े हैं। हीरा गाड़ियों का मिस्त्री है, जबकि अशोक मिठाई की दुकान पर काम करता है। गर्लफ्रेंड के साथ जंगल में पुजारी ने हीरा को देख लिया था
हीरा कुशवाहा (21) और अशोक कुशवाहा (19) बरुआसागर के मोहल्ला सनौरा के रहने वाले हैं। 12 जनवरी को हीरा अपनी गर्लफ्रेंड को लेकर मंदिर के पास जंगल में गया था। उसके साथ में अशोक भी था। तभी वहां पर लड़की के साथ पुजारी कैलाश ने उन्हें देख लिया। उसने लड़की को लाने विरोध किया। साथ ही लड़की को भला-बुरा कहने लगा। तब वे भागने लगे। इस पर पुजारी ने अशोक को पकड़ लिया। फिर हीरा ने पुजारी को धक्का दे दिया। इससे वह गिर गए और बेहोश हो गए। उसके बाद हीरा और अशोक पुजारी को घसीटते हुए ले गए। पत्थर से सिर कूचकर हत्या कर दी थी। पुजारी से झगड़ा होते देख गर्लफ्रेंड पहले ही मौके से भाग गई थी। दो दिन बाद मिली थी पुजारी की लाश
पुजारी कैलाश जोशी (60) बरुआसागर के सनौरा मोहल्ले के रहने वाले थे। वे कस्बे के कैलाश पर्वत पर बने मंदिर में 40 साल से पुजारी थे। सुबह-शाम घर पर खाना खाने आते थे। बाकी के समय मंदिर में ही रहा करते थे। 12 जनवरी की शाम को वे घर से खाना खाकर मंदिर गए थे। 13 जनवरी को उनको किसी ने नहीं देखा। 14 जनवरी को उनके मोहल्ले के लोग मंदिर गए तो वहां पुजारी नजर नहीं आए। उनका कमरा खुला था। सूचना पर परिजन मौके पर पहुंच गए। काफी खोजने के बाद मंदिर के पीछे कैलाश का शव बरामद हुआ था। परिजन ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया था।

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