लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने बुधवार को हुसैनगंज में एक चार मंजिला इमारत को सील किया। LDA द्वारा जिस अपार्टमेंट पर कार्रवाई की गई, उसके अंदर बीमार पति और पत्नी बंद थे। स्कूल की ड्रेस में कंधे पर बैग टांगे बच्चा उसी अपार्टमेंट के बाहर सड़क पर खड़ा था। इस मामले में दैनिक भास्कर टीम से अपार्टमेंट के मालिक मोहम्मद खालिद ने बताया कि दोपहर लगभग 1 बजे LDA टीम आई। हमारी पत्नी शबली बेगम से कहा कि तत्काल मकान को खाली करो, हम इसे सील करने जा रहे हैं। पत्नी ने उनसे कहा कि मकान क्यों सील कर रहे हैं, नोटिस दिखाइए। उनके द्वारा कोई नोटिस नहीं दिया गया। पत्नी उनके सामने फरियाद करती रही कि पति बीमार हैं। बच्चा स्कूल गया है, ऐसा ना करें। मगर उन्होंने कोई सुनवाई नहीं की। 4 घंटा अपार्टमेंट के बाहर खड़ा रहा बच्चा
1 बजे LDA के अधिकारी हम लोग मकान के अंदर थे और वह मकान सील करके बाहर से चले गए। दोपहर 2:30 बजे हमारा बेटा स्कूल से जब वापस आया तो अपार्टमेंट सील देखकर डर गया। 5वीं क्लास में पढ़ने वाला हमारा बच्चा लगभग 4 घंटे भूखा-प्यास घर के बाहर खड़ा रहा। 2 साल की मासूम बच्ची को भी पड़ोस वाले खिलाने ले गए थे। तब तक टीम ने आकर मकान सील कर दिया और वह बच्ची भी 5 घंटे तक अपनी मां से दूर रही। ‘बिना नोटिस दिए कर दिया सील’
उन्होंने बताया कि इससे पहले 25 सितंबर 2024 को LDA द्वारा अपार्टमेंट सील किया गया था। उस समय जब हमने नोटिस मांगी तो लाल कुआं के किसी व्यक्ति की नोटिस हमारे दरवाजे पर चिपका दिया था। जिसका विरोध किया तो हटा दिया गया। 4 महीने के अंदर दो बार LDA की टीम सीलिंग की कार्रवाई करने आई, मगर एक बार भी हमें नोटिस या कोई कागज नहीं दिखाया गया। ‘बिल्डर ने फोन नहीं उठाया’
मोहम्मद खालिद ने बताया कि 2017 में तारिक कुरैशी नाम के बिल्डर को अपार्टमेंट बनाने के लिए एग्रीमेंट पर दिया था। बिल्डर ने हमें आश्वासन दिया था कि LDA से नक्शा पास करवाकर काम कर रहे हैं। जब बिल्डिंग को सील किया गया तो हम बिल्डर को लगातार फोन करते रहे, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। 5 घंटे बाद आधी सील खोल गए LDA अधिकारी
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद शाम 6 बजे चुपचाप अधिकारी आए बिल्डिंग के एक हिस्से पर सीलिंग की लगी हुई पट्टी हटाकर चले गए। उस समय भी हमें कोई सूचना नहीं मिली। उन्होंने कहा कि LDA द्वारा बिना कागज के लगातार जो कार्रवाई हो रही है इससे हम लोग डरे हुए हैं। उच्च अधिकारियों से मांग करते हैं कि बार-बार विभाग के द्वारा इस तरीके की अनावश्यक कार्रवाई न की जाए। हार्ट के मरीज है अपार्टमेंट मालिक
मोहम्मद खालिद ने कहा कि वह हार्ट के मरीज हैं। लंबे समय से उनका इलाज चल रहा है। जीना चढ़ने-उतरने में तकलीफ होती है। हमारी पत्नी ने उनसे कहा कि मकान सील करके जा रहे हैं। अगर उनकी तबीयत खराब हो गई तो क्या होगा। अधिकारियों ने जवाब दिया कि हमसे कोई मतलब नहीं। LDA ने कहा- सितंबर में सील हुई थी बिल्डिंग
लखनऊ विकास प्राधिकरण जोनल अधिकारी शशि भूषण पाठक ने बताया कि संबंधित बिल्डिंग को सितंबर में सील किया गया था। ये लोग सीलिंग तोड़कर अंदर गए हैं। प्रोपोगेंडा कर रहे हैं। बिल्डिंग को सील करने के दौरान अंदर कोई परिवार नहीं रहता था। ये लोग चाहते हैं कि अवैध बिल्डिंग में दबाव बनाकर रहने दिया जाए। उन्होंने दावा किया कि बुधवार को कोई सीलिंग नहीं की गई। बिल्डिंग तो पहले से ही सील है। अगर उसके भीतर कोई रह रहा है, तो वह पूरी तरह से अवैध है। यह भी पढ़ें लखनऊ में कॉमर्शियल बिल्डिंग सील:LDA ने 2 हजार वर्ग मीटर के 12 रो- हाउस पर भी की कार्रवाई, प्राधिकरण से नहीं पास था नक्शा लखनऊ विकास प्राधिकरण ने गुरुवार को अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान चलाया है। इस दौरान प्रवर्तन जोन-3 की टीम ने पारा के मोहान रोड पर कार्रवाई की। यहां 1 कॉमर्शियल और 12 रो-हाउस भवनों को सील किया गया। पढ़ें पूरी खबर…