वाराणसी में पुलिस वालों ने एक युवक को पीटा। लड़की से थप्पड़ मरवाए। सरेआम हुई बेइज्जती के बाद युवक ने गंगा में कूदकर जान दे दी। परिजनों ने देर रात शव सड़क पर रखकर हंगामा किया। इसके बाद दरोगा और कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया गया।
परिजनों ने कहा- सभी पुलिस वालों के खिलाफ FIR लिखी जाए। दोनों को गिरफ्तार किया जाए। हंगामा बढ़ता देख भीड़ को काबू करने के लिए चितईपुर, भेलूपुर, सिगरा, लंका, मंडवाडीह थाने की फोर्स बुलाई गई।
आधी रात डीसीपी सूर्यकांत त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। दरोगा और कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर किया। परिजनों को विभागीय जांच का आश्वासन दिया। तब परिजनों ने शव का पंचनामा भरवाया। देर रात पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। हालांकि, मृतक के परिजनों की तहरीर पर सुबह तक केस दर्ज नहीं किया गया है।
वाराणसी में बुधवार को लंका थाना क्षेत्र में होम गार्ड शारदा प्रसाद सोनकर के बेटे विशाल सोनकर ने गंगा में कूदकर सुसाइड कर लिया। इससे करीब एक घंटे पहले उस पर छात्रा से छेड़छाड़ का आरोप लगा। मौके पर पहुंची लंका थाने की पुलिस ने विशाल को पीटा। छात्रा से थप्पड़ मरवाए। इसका वीडियो भी सामने आया।
सब्जी विक्रेता ने गंगा में कूद कर किया आत्महत्या, शव रखकर परिजनों का प्रदर्शन, दरोगा और कांस्टेबल लाइन हाजिर@Uppolice @varanasipolice#TheVaranasiNews #Varanasi #VaranasiNews pic.twitter.com/yvcRCw91iw
— The Varanasi News (@thevaranasinews) July 11, 2024
बताया गया कि विशाल सोनकर फल-सब्जी का ठेला लगाता था। सुबह विशाल ठेले के पास था, तभी नगवां क्षेत्र की एक छात्रा साइकिल से वहां से निकली। ठेले के सामने आने पर विशाल ने छात्रा पर कुछ टिप्पणी कर दी। छात्रा ने साइकिल रोक कर उसकी बात का विरोध किया। फिर सड़क पर ही दोनों में कहासुनी और झगड़ा होने लगा।
इसी दौरान लंका इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा अपने साथी दरोगा लक्ष्मीकांत और सिपाही रंगपाल के साथ मौके पर आ गए। सिपाही रंगपाल ने विशाल को थप्पड़ जड़ दिया। छात्रा ने 3 थप्पड़ मरवाए। सरेआम पिटाई से आहत होकर विशाल सीधे रविदास घाट पर गया और गंगा में छलांग लगा दी। एनडीआरएफ और जल पुलिस के गोताखोरों ने शव को बरामद कर लिया।
युवक की मौत के बाद इंस्पेक्टर पर आक्रोश
घटना के बाद भारी संख्या में भीड़ के साथ युवक के परिजनों और रिश्तेदारों ने पहले घर के बाहर शव रखकर हंगामा किया। फिर लेकर लंका थाने की ओर गए। पुलिस ने पंचकोशी मार्ग चौराहे पर भीड़ को रोक लिया और थाने जाने से मना किया।
सिपाही-छात्रा की पिटाई से आहत युवक ने गंगा में कूद कर की आत्महत्या, जानें- क्या है पूरा मामला@Uppolice @varanasipolice#TheVaranasiNews #Varanasi #VaranasiNews pic.twitter.com/V4OzHMTmLc
— The Varanasi News (@thevaranasinews) July 10, 2024
परिजन तहरीर लेकर इंस्पेक्टर, दरोगा और सिपाही पर केस दर्ज कराने की जिद को लेकर अड़े रहे। वे थाने जाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई चाहते थे। सूचना मिलते ही एसीपी धनन्जय मिश्रा मौके पर पहुंचे। परिजनों से तहरीर लेकर मामला शांत कराने का प्रयास किया लेकिन सभी कार्रवाई पर अड़े थे।
परिवार वालों का कहना था कि पुलिस का व्यवहार अमानवीय था, सरेराह पिटाई करना और फिर लड़की से पिटवाना ठीक नहीं था। इंस्पेक्टर ने भी सिपाही को रोका नहीं बल्कि सहमति दी, अगर सिपाही ने सिर्फ समझा दिया होता, तो आज मेरा बेटा जिंदा होता।
वाराणसी में पुलिस वालों ने एक युवक को पीटा। लड़की से थप्पड़ मरवाए। सरेआम हुई बेइज्जती के बाद युवक ने गंगा में कूदकर जान दे दी। परिजनों ने देर रात शव सड़क पर रखकर हंगामा किया। इसके बाद दरोगा और कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया गया।परिजनों ने कहा- सभी पुलिस वालों के खिलाफ FIR लिखी जाए। दोनों को गिरफ्तार किया जाए। हंगामा बढ़ता देख भीड़ को काबू करने के लिए चितईपुर, भेलूपुर, सिगरा, लंका, मंडवाडीह थाने की फोर्स बुलाई गई।आधी रात डीसीपी सूर्यकांत त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। दरोगा और कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर किया। परिजनों को विभागीय जांच का आश्वासन दिया। तब परिजनों ने शव का पंचनामा भरवाया। देर रात पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। हालांकि, मृतक के परिजनों की तहरीर पर सुबह तक केस दर्ज नहीं किया गया है।वाराणसी में बुधवार को लंका थाना क्षेत्र में होम गार्ड शारदा प्रसाद सोनकर के बेटे विशाल सोनकर ने गंगा में कूदकर सुसाइड कर लिया। इससे करीब एक घंटे पहले उस पर छात्रा से छेड़छाड़ का आरोप लगा। मौके पर पहुंची लंका थाने की पुलिस ने विशाल को पीटा। छात्रा से थप्पड़ मरवाए। इसका वीडियो भी सामने आया।सब्जी विक्रेता ने गंगा में कूद कर किया आत्महत्या, शव रखकर परिजनों का प्रदर्शन, दरोगा और कांस्टेबल लाइन हाजिर@Uppolice @varanasipolice#TheVaranasiNews #Varanasi #VaranasiNews pic.twitter.com/yvcRCw91iw— The Varanasi News (@thevaranasinews) July 11, 2024 बताया गया कि विशाल सोनकर फल-सब्जी का ठेला लगाता था। सुबह विशाल ठेले के पास था, तभी नगवां क्षेत्र की एक छात्रा साइकिल से वहां से निकली। ठेले के सामने आने पर विशाल ने छात्रा पर कुछ टिप्पणी कर दी। छात्रा ने साइकिल रोक कर उसकी बात का विरोध किया। फिर सड़क पर ही दोनों में कहासुनी और झगड़ा होने लगा।इसी दौरान लंका इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा अपने साथी दरोगा लक्ष्मीकांत और सिपाही रंगपाल के साथ मौके पर आ गए। सिपाही रंगपाल ने विशाल को थप्पड़ जड़ दिया। छात्रा ने 3 थप्पड़ मरवाए। सरेआम पिटाई से आहत होकर विशाल सीधे रविदास घाट पर गया और गंगा में छलांग लगा दी। एनडीआरएफ और जल पुलिस के गोताखोरों ने शव को बरामद कर लिया।युवक की मौत के बाद इंस्पेक्टर पर आक्रोशघटना के बाद भारी संख्या में भीड़ के साथ युवक के परिजनों और रिश्तेदारों ने पहले घर के बाहर शव रखकर हंगामा किया। फिर लेकर लंका थाने की ओर गए। पुलिस ने पंचकोशी मार्ग चौराहे पर भीड़ को रोक लिया और थाने जाने से मना किया।सिपाही-छात्रा की पिटाई से आहत युवक ने गंगा में कूद कर की आत्महत्या, जानें- क्या है पूरा मामला@Uppolice @varanasipolice#TheVaranasiNews #Varanasi #VaranasiNews pic.twitter.com/V4OzHMTmLc— The Varanasi News (@thevaranasinews) July 10, 2024 परिजन तहरीर लेकर इंस्पेक्टर, दरोगा और सिपाही पर केस दर्ज कराने की जिद को लेकर अड़े रहे। वे थाने जाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई चाहते थे। सूचना मिलते ही एसीपी धनन्जय मिश्रा मौके पर पहुंचे। परिजनों से तहरीर लेकर मामला शांत कराने का प्रयास किया लेकिन सभी कार्रवाई पर अड़े थे।परिवार वालों का कहना था कि पुलिस का व्यवहार अमानवीय था, सरेराह पिटाई करना और फिर लड़की से पिटवाना ठीक नहीं था। इंस्पेक्टर ने भी सिपाही को रोका नहीं बल्कि सहमति दी, अगर सिपाही ने सिर्फ समझा दिया होता, तो आज मेरा बेटा जिंदा होता।