पाकिस्तान के 33 शहरों के 223 श्रद्धालुओं का जत्था शुक्रवार को अयोध्या पहुंचा। श्रद्धालुओं ने हनुमानगढ़ी और राम जन्मभूमि में दर्शन पूजन किया। श्रद्धालुओं का यह जत्था पहले रायपुर पहुंचा। यहां से अमरावती और प्रयागराज होते हुए श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। इस यात्रा का अंतिम पड़ाव हरिद्वार होगा। रामलला के दरबार में जब पाक श्रद्धालु पहुंचे तो अधिकांश भाव विभोर हो उठे। दर्शन के बाद श्रद्धालुओं ने बताया कि रामलला से प्रार्थना की है कि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते जल्द से जल्द बेहतर हों। अयोध्या पहुंचे पाक श्रद्धालुओं का सिंधी समाज की ओर से स्वागत किया गया। विहिप नेता गजेंद्र सिंह की अगुवाई में सभी श्रद्धालुओं को रामलला के दर्शन कराए गए। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद देकर सम्मानित किया गया। पाकिस्तान के सिंध प्रांत का यह डेलिगेशन भारत की एक महीने की धार्मिक यात्रा पर है। प्राण प्रतिष्ठा के वक्त खुशी के आंसू बह रहे थे
श्रद्धालुओं ने कहा कि हम भारत सरकार के शुक्रगुजार हैं कि हमें अयोध्या आने का मौका मिला। सिंध प्रांत निवासी धनराज ने बताया कि वे 35 सालों से बेकरी चलाते हैं। पाकिस्तान में लोगों को धर्म-संस्कृति से जोड़ने की जरूरत है। श्रद्धालुओं ने कहा- अयोध्या में जब प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी तो हमारी आंखों से खुशी के आंसू गिर रहे थे। हम सभी इस क्षण के साक्षी बनना चाहते थे, लेकिन सीमाओं के बंधन के चलते नहीं आ सके। दो जत्थों में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे
श्रद्धालु दो अलग-अलग जत्थों में पहुंचे और शुक्रवार की सुबह सरयू स्नान कर रामलला सहित विभिन्न मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। अयोध्या की धार्मिकता से सभी श्रद्धालु बहुत ही प्रभावित नजर आए। जत्थे का नेतृत्व कर रहे सदाणी दरबार के मुखिया साईं डॉ. युधिष्ठिर लाल ने बताया कि गुरु परंपरा के भक्त हर वर्ष यहां आते हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय राम की पैड़ी पर उनका स्वागत किया। जहां पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के लिए एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया है।