मानसून के विदा होने के साथ दिल्ली में यमुना ने सफेदी की चादर ओढ़ ली है। दूर-दूर तक झाग की मोटी चादर फैली हुई है। आलम यह है कि ओखला बैराज के बाद नदी का पानी दिखना मुश्किल हो गया है।
मानसून के विदा होने के साथ दिल्ली में यमुना ने सफेदी की चादर ओढ़ ली है। दूर-दूर तक झाग की मोटी चादर फैली हुई है। आलम यह है कि ओखला बैराज के बाद नदी का पानी दिखना मुश्किल हो गया है।