मेरठ में यूपी STF ने एनकाउंटर में दिल्ली के वांटेड गैंगस्टर अनिल उर्फ सोनू मटका को ढेर कर दिया। शनिवार सुबह हुई मुठभेड़ में दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम भी साथ थी। एनकाउंटर में गोली लगने के बाद सोनू को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सोनू मटका 31 अक्टूबर यानी दिवाली की रात दिल्ली के शाहदरा इलाके में कारोबारी परिवार के चाचा-भतीजे की हत्या में वांटेड था। दिल्ली पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। सोनू मटका पर 50 हजार का इनाम था। शुक्रवार रात उसकी लोकेशन मेरठ मिली। फिर एसटीएफ के साथ मिलकर ऑपरेशन प्लान किया। STF एसपी ने बताया कैसे हुआ एनकाउंटर दिल्ली में दिवाली की रात किया था डबल मर्डर, CCTV दिल्ली के शाहदरा इलाके में दिवाली की रात आकाश शर्मा (40) और उनके भतीजे आकाश की गोली मारकर हत्या कर दी गई। फायरिंग में उनका 10 साल का बेटा भी घायल हुआ था। इस वारदात का CCTV फुटेज भी सामने आया था। इसमें नजर आ रहा है कि एक लड़का स्कूटी से शूटर के साथ आकाश के घर पहुंचा। उसने पहले आकाश का पैर छुआ फिर दिवाली की बधाई दी। इसके बाद लड़के के साथ आए शख्स ने आकाश पर ताबड़तोड़ 5 राउंड फायरिंग की। गोलीबारी के बाद दोनों आरोपी स्कूटी से भाग गए। पुलिस ने इस मामले में लड़के को पकड़ लिया था, लेकिन शूटर सोनू मटका फरार हो गया था। पुलिस का दावा है कि सोनू मटका ने सुपारी लेकर यह वारदात की थी। डबल मर्डर के बाद से दिल्ली पुलिस सोनू की तलाश कर रही थी। 29 नवंबर को भी दिल्ली पुलिस सोनू की तलाश में मेरठ पहुंची थी। पता चला था कि वह अपेक्स सिटी में दीपक जाट के नाम से रह रहा था। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले वह फरार हो गया था। पूरी खबर पढ़िए पेरोल पर बाहर आया और भाग गया
2014 में सोनू दिल्ली के शकरपुर इलाके में हुई हत्या के मामले में जेल में बंद था। 2021 में पत्नी के ऑपरेशन के नाम पर वह पेरोल लेकर बाहर आया। जून 2021 में जेल में सरेंडर करना था, लेकिन वह फरार हो गया। शकरपुर में हुई हत्या में गाजियाबाद जिले के लोनी स्थित राजीव गार्डन का रहने वाला अजय उर्फ विजय भी आरोपी था। सोनू मटका ने 8वीं तक की पढ़ाई की। दिल्ली में रहकर कार मैकेनिक का काम करता था। भाजपा के पूर्व विधायक पर हमले की फिराक में था
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोनू मटका और उसका दोस्त अजय साहिबाबाद के पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा पर हमले की फिराक में था। दोनों एक बार इस इरादे से गए भी थे, लेकिन वहां काफी लोगों को देख कर दोनों भाग गए। इनकी बाइक वहीं छूट गई थी, जो हाशिम बाबा गैंग के आमिर उर्फ सलीम टिल्लन के नाम पर रजिस्टर्ड थी। दिल्ली की स्पेशल क्राइम ब्रांच ने 30 नवंबर को अजय को गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी से अरेस्ट कर लिया था। पुलिस उससे सोनू मटका के बारे में जानकारी जुटा रही थी। 2014 में दर्ज हुआ हत्या का पहला मुकदमा
सोनू मटका बागपत छपरौली के शेरपुर लुहारा का रहने वाला था। काफी समय से वह दिल्ली की हरिजन बस्ती गोकुलपुरी में रहता था। उसके खिलाफ सबसे पहला मुकदमा 2014 में गाजियाबाद के लोनी में दर्ज किया गया। रमेश नाम के ज्वैलरी कारोबारी की हत्या और डकैती के इस मुकदमे में वह पहली बार जेल गया। इसके बाद 17 जून 2021 को जेल से बाहर आया। सोनू ने साथियों के साथ 26 मई 2022 को दिल्ली में लूट की वारदात को अंजाम दिया। इस वारदात में सोनू पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया। 7 अक्टूबर को उसने दिल्ली के करोल बाग इलाके में साथियों के साथ डकैती की वारदात की। परिवार में 4 भाई-बहन
सोनू के पिता का नाम श्यामपाल सिंह है। उसके तीन भाई बोबी, मोनू, ऋषि और एक बहन बबली है। सोनू के साथ गैंग में गाजियाबाद के लोनी का अजय, लोनी का सुभाष, बागपत का भूपेंद्र और दिल्ली का शाहनवाज उर्फ आबिद उर्फ मोटा शामिल थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की डीसीपी प्रतीक्षा ने बताया- दिवाली के दिन डबल मर्डर के आरोपी सोनू मटका की पुलिस को काफी दिनों से तलाश थी। सूचना पर यूपी पुलिस के साथ संपर्क किया गया और शनिवार की सुबह आरोपी सोनू मटका के साथ मुठभेड़ हुई।