दो बहनों के आत्महत्या करने की घटना के बाद पूरा गांव हतप्रभ है। परिजन कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। वे गमजदा हैं, मुंह से बोल नहीं निकल रहे। पूछने पर बस इतना ही बोले- क्या बताएं कि कैसे घुट-घुट कर जी रहे थे हम।
दो बहनों के आत्महत्या करने की घटना के बाद पूरा गांव हतप्रभ है। परिजन कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। वे गमजदा हैं, मुंह से बोल नहीं निकल रहे। पूछने पर बस इतना ही बोले- क्या बताएं कि कैसे घुट-घुट कर जी रहे थे हम।