अब CHC-PHC पर एचआईवी, थैलेसीमिया, लिवर फंक्शन टेस्ट और थॉयराइड की जांच सुविधा उपलब्ध होगी। इसके लिए मरीज को अभी तक लखनऊ के सिविल, बलरामपुर या लोहिया जैसे बड़े अस्पतालों में जाना पड़ता था। नई व्यवस्था के तहत मरीज को सीएचसी और पीएचसी पर अपने जांच संबंधी खून का नमूना देना होगा। वहां से स्वास्थ्य कर्मचारी खून का नमूना लेकर शहर के बड़े अस्पताल को भेज देगा। फिर करीब 48 घंटे में उस नमूने की जांच रिपोर्ट पीएचसी और सीएचसी पर पहुंच जाएगी। वर्तमान व्यवस्था के तहत अभी तक CHC-PHC पर इलाज कराने वाले मरीज की हीमोग्लोबिन, ब्लड ग्रुप, मलेरिया आदि छोटी जांच होती हैं लेकिन एचआईवी, थैलेसीमिया, लिवर फंक्शन टेस्ट, थॉयराइड, आर्थराइटिस महंगी व बड़ी जांच करवाने के लिए मरीज को बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु व चिकित्सा संस्थान या निजी पैथालॉजी सेंटर जाना पड़ता था। इस व्यवस्था में बदलाव किया गया है। मरीज को अब CHC-PHC पर मरीज का खून नमूना लैब टेक्नीशियन ले लेंगे। वहां से नजदीक के बड़े अस्पताल को नमूना सुरक्षित तरीके से भेज दिया जाएगा। उसके बाद उस अस्पताल से मरीज के नमूने की जांच होकर रिपोर्ट अगले 24 से 48 घंटे में CHC-PHC पर पहुंच जाएगी। पहले चरण में लोकबंधु अस्पताल में शुरू हुई जांच स्पोक एंड हब माडल के तहत अब मरीजों को घर के नजदीक केंद्र पर खून की जांच की सुविधा शुरू कर दी गई है। पहले चरण में लोकबंधु अस्पताल के अधीन सरोजनीनगर, मोहनलालगंज, काकोरी, मलिहाबाद, आलमबाग चंदन नगर, जानकीपुरम ट्रॉमा सेंटर समेत अन्य केंद्रों पर न होने वाली जांच के नमूने भेजे जा रहे हैं। लोकबंधु अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कौशल ने बताया हर दिन केंद्रों से करीब 250 से अधिक नमूने जांच के लिए आते हैं। सिविल, बलरामपुर के अधीन भी रहेंगे। बलरामपुर अस्पताल में डफरिन अस्पताल से कई नमूने आ रहे हैं। वहीं, सिविल अस्पताल में हजरतगंज के झलकारीबाई महिला अस्पताल, हाईकोर्ट, विधानसभा से नमूने आ रहे हैं। बलरामपुर अस्पताल में लाए जाएंगे सैंपल बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण ने बताया अभी सीएचसी और दूसरे केंद्र से नमूने नहीं आ रहे हैं। नए करार के तहत ठाकुरगंज संयुक्त अस्पताल, बीकेटी रामसागर मिश्रा अस्पताल, बीआरडी महानगर के नमूने जल्द जांच के लिए आएंगे।

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