‘मेरी फूल सी बच्ची अभी ठीक से बोल भी नहीं पाती है। जो उसे प्यार से आवाज लगा दे, उसकी गोद में मुस्कुराकर चली जाती है। उस दरिंदे ने मेरी बच्ची की मुस्कराहट को ही कुचल दिया। उसने प्यार से बुलाया और वो उसके साथ चली गई। घर ले जाकर बच्ची के साथ दरिंदगी की। गाल पर बुरी तरह काटा, वो पूरी तरह खून से लथपथ थी। हमने जिस हालत में उसे देखा तो वो दर्द से बिलख रही थी। हमें समझ नहीं आ रहा था कि एक बच्ची का पिता इतनी घिनौनी हरकत कैसे कर सकता है। वह हमारे घर भी आता था, उसकी बच्ची भी मेरी बेटी के साथ खेलती थी। अब तो वो हर किसी से डर जाती है, यहां तक की, मेरी गोद में भी नहीं आ रही।’ यह दर्द उस मां का है, जिसकी 4 साल की बच्ची से अयोध्या में दरिंदगी की गई। बच्ची की हालत को बताते हुए मां फफक कर रोने लगती है। ये देख परिवार वालों के आंखों में आंसू आ जाते हैं। बच्ची के साथ हुई वारदात समझने के लिए दैनिक भास्कर की टीम पीड़िता के घर पहुंची। आइए आपको बताते हैं वहां के हालात… पहले पूरा मामला जान लीजिए…
अयोध्या के महाराजगंज थानाक्षेत्र स्थित एक गांव में अपहरण के बाद 4 साल की दलित बच्ची से दरिंदगी की गई। घटना 26 अगस्त की है। बच्ची खेल रही थी, तभी युवक सलमान उसे उठा ले गया। अपने घर में ले जाकर बच्ची के साथ गंदा काम किया। काफी देर तक जब बच्ची घर नहीं पहुंची तो परिवार ने तलाश की। बच्ची के चीखने की आवाज सुनकर घरवाले सलमान के घर पहुंचे। वहां बच्ची खून से लथपथ मिली। भीड़ देखकर आरोपी सलमान मौके से भाग गया। घरवालों ने बच्ची को अस्पताल में एडमिट कराया। पुलिस को सूचना दी। मेडिकल रिपोर्ट में बच्ची से रेप की पुष्टि हुई है। गांव में सभी सलमान को कोस रहे
जिला मुख्यालय से करीब 35 किमी. दूर महाराजगंज थाना क्षेत्र के इस गांव में अजीब सा सन्नाटा पसरा है। हर कोई सलमान को ही कोसता हुआ दिखा। हम भी गांव के एक व्यक्ति से बात करने लगे, जैसे ही बच्ची से रेप के मामले में सवाल किया तो गांव के राम स्वरूप (बदला हुआ नाम) एकदम गुस्सा गए। अपनी मुट्ठी को कसकर बांधते हुए बोले- सलमान को तो सीधे फांसी पर लटका देना चाहिए। हम लोगों ने ही गांव में उसे आसरा दिया। यहीं खाने-कमाने लगा और गांव की छोटी सी बच्ची के साथ ऐसी घिनौनी हरकत कर दी। गांव में यह बहुत ही निंदनीय कार्य हुआ है। इसका असर चारों तरफ क्षेत्र में भी पड़ेगा, हमारे गांव की बदनामी भी हो रही है। ऐसे गंदे आदमी को ऐसी सजा मिले कि समाज के लिए एक मिसाल बन जाए। बात करते करते हमने बच्ची के घर के बारे में पूछ तो उन्होंने हाथ से इशारा करते हुए बता दिया। वो सामने जो पतली सी गली दिखाई पड़ रही है, वहीं बच्ची का घर है। वो तो यहां घूमने आई थी। राम स्वरूप और अन्य लोगों से बात करने के बाद हम घर की ओर आगे बढ़े। नानी बोलीं- हमाई बिटिया रक्षाबंधन में राखी बांधने आई थी
थोड़ा सा पैदल चलकर जब हम बच्ची के घर पहुंचे, तो वहां दो तीन महिलाएं और कुछ युवतियां बैठी मिलीं। उनमें से एक बच्ची की नानी थी और दूसरी मौसी, बच्ची के बारे में पूछा तो पता चला कि वो अभी अस्पताल में है, उसकी हालत ठीक नहीं। नानी के पास बैठकर हमने पूरा हाल जाना। रुंधे हुए गले से नानी पूरी घटना बताने लगीं। वह कहती हैं- जन्माष्टमी के दिन बच्ची बाहर खेल रही थी। दोपहर दो बजे के आसपास अचानक बच्ची लापता हो गई। हमें लगा कि कहीं आस-पास खेल रही होगी। दो से तीन घंटे तक जब बच्ची नहीं मिली तो हम लोगों ने ढूंढना शुरू किया। थोड़ी देर बार सलमान के घर से बच्ची के चीखने की आवाज सुनाई दी। हम लोग दौड़कर वहां पहुंचे तो सलमान वहां से भाग निकला। बच्ची खून से लथपथ जोर-जोर से रो रही थी। उसके चेहरे और गले पर दांत काटने के निशान थे। यह देखकर हम लोगों के तो होश उड़ गए। सलमान हमारे घर के पास ही रहता है, उसकी एक खुद चार साल की बेटी है। मेरी नातिन भी उसकी बेटी के साथ खेलने जाया करती थी। सलमान भी अकसर उसे गोद में उठाकर खिलाया करता था। इसलिए वह सलमान को भी पहचानती थी। लेकिन सलमान इतनी छोटी बच्ची के साथ ऐसी हरकत कर देगा, यह हम लोगों को यकीन नहीं था। बेटी की ऐसी हालत देखकर हमने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मेरी बच्ची को अस्पताल लेकर गई। इसके बाद बच्ची की मां उसी के साथ है। हम लोगों को अब समझ नहीं आ रहा कि क्या करें। बच्ची की मां बहुत परेशान है, वह बेचारी रक्षा बंधन पर त्योहार मनाने आई थी। उसे क्या पता था कि बेटी के साथ ऐसी हरकत हो जाएगी। नानी हमें सारी बात बता ही रही थी कि बीच में बच्ची की मौसी बोल पड़ी- ऐसे आदमी को फांसी दे देनी चाहिए। इतनी छोटी सी बच्ची पर उस दरिंदे को रहम नहीं आया। हम लोग तो जन्माष्टमी की तैयारी में लगे थे। रात में घर में पूजा होने वाली थी। मौसी से बात करते हुए हमने उनसे बच्ची की मां का फोन नंबर मांगा- फोन पर ही बच्ची का हालचाल पूछा तो वह फूटकर रोने लगीं। कहने लगीं उस दरिंदे ने मेरी बच्ची की मुस्कान छीन ली। वह सिर्फ रो रही है, जैसे उसके पास जाओ तो सहम जाती है। ससुराल में रहता है सलमान
घर से 200 मीटर दूर सलमान का घर है। 20/15 का एक कमरा है। इसी में वह एक चार वर्षीय बच्ची और पत्नी के साथ रहता है। घर के पीछे एक बड़ा तालाब है। वह मूलरूप से बीकापुर के कोछाबाजार का निवासी है, जो यहां अपनी ससुराल में रहता है। उसके घर के सामने रहने वाले सालिन बाबा (बदला हुआ नाम) बिना कैमरे पर आए। बोले- पता नहीं सच क्या है। वह ऐसा नहीं है, जब हमने पूछा कि कोई रंजिश या पुराना विवाद है तो उसने मना कर दिया। उसने बात घुमाते हुए कहा कि मेरी मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहती। अब पढ़िए गांव वाले क्या कहते हैं…सभी में गुस्सा
घटना के बाद से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। हालांकि, यह बड़ा गांव है। गांव में करीब 460 घर हैं, इसमें 150 घर दलित, 30 घर मुस्लिमों के हैं। घटना के बाद से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने एहतियातन गश्त बढ़ा दी है। गांव के ही शिवम (बदला हुआ नाम) बताते हैं, ‘गांव में जो घटना हुई है, वह बहुत ही निंदनीय है, इसका असर समाज पर पड़ेगा। चार वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है। ऐसे गंदी मानसिकता रखने वाले को फांसी की सजा देनी चाहिए, ताकि समाज में दोबारा ऐसी हरकत कोई न करें।’ गांव के अतुल वर्मा (बदला हुआ नाम) बताते हैं ‘जो घटना हुई है, वह बहुत खतरनाक है, ऐसे लोगों को समाज से निष्कासित कर देना चाहिए। प्रशासन जो भी कर रहा है, उसके बावजूद सामाजिक स्तर पर बड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। गांव के रितेश (बदला हुआ नाम) बिना कैमरे पर आए कहते है, ‘यह बहुत गलत हुआ है, हमारे गांव में सभी धर्म के लोग रहते हैं। पहली बार ऐसी घटना हुई है। इसको लेकर सभी लोग काफी चिंतित हैं। ऐसे लोगों का समाज से बाहर कर देना चाहिए। ये लोग रहेंगे तो हमारी बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं रहेगी।’ यह भी पढ़ें… 65 दिन में रेपिस्ट को सजा दिलाने वाली IPS दीक्षा: डॉक्टरी छोड़ पहले प्रयास में UPSC पास किया; हमीरपुर में माफिया का किला ढहाया डॉ. दीक्षा शर्मा, UP पुलिस की वो IPS अफसर हैं, जो ऑन द स्पॉट फैसले लेती हैं। अनुशासन और ईमानदारी दीक्षा शर्मा की पहचान है। यही वजह है कि वह अपने महकमे में भी कार्रवाई करने से नहीं चूकतीं। IPS दीक्षा ने हमीरपुर में सपा नेता और बड़े माफिया के किले को ढहाया। पढ़ें पूरी खबर…