कन्नौज में पुलिस के सामने दलित का मकान और उसकी दुकान को बुलडोजर से ढहा दिया गया। परिवार की महिलाओं ने विरोध किया और बुलडोजर के सामने बैठ गईं। महिला थाना इंचार्ज ने महिलाओं और युवतियों की पिटाई की और उन्हें जमीन पर घसीटा। मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के नसरापुर का है। यहां कन्नौज-तिर्वा रोड पर गांव के रहने वाले आशीष कुमार ने मकान बनवाया था। मकान के आगे दुकानें बनवा रखी थीं। उस जमीन पर तिर्वा का महेंद्र गुप्ता दावा कर रहा है। इसी विवाद में सोमवार को सरायमीरा चौकी और महिला थाने की फोर्स नसरापुर पहुंची। प्रशासन ने विरोध के बावजूद मकान और दुकानें ढहा दी हैं। 3 फुटेज देखिए… अब विस्तार से पढ़िए… जमीन विवाद में पुलिस ने चलाया बुलडोजर
जानकारी के अनुसार, आशीष कुमार ने कुछ साल पहले तिर्वा के रहने वाले महेंद्र गुप्ता से किराए पर जमीन ली थी। जहां उसने बिल्डिंग मटेरियल की दुकान कर ली। कुछ समय पहले महेंद्र ने आशीष को जगह खाली करने के लिए कहा तो दोनों में विवाद हो गया। तब स्थानीय लोगों ने मध्यस्थता करा दी। शर्त रखी गई कि या तो आशीष उस जमीन की कीमत देकर उसे खरीद ले या फिर उस जगह को खाली कर दे। आशीष उस जगह को खरीदने के लिए राजी हो गया। आशीष ने इसके लिए कुछ पैसे एडवांस भी दिए थे। इसके बाद आशीष और महेंद्र के बीच इकरारनामा हो गया। धीरे-धीरे पैसों का भुगतान करने की बात तय हुई थी। इस बीच आशीष ने उस जगह पर निर्माण करवा लिया। हाल ही में रुपयों के भुगतान को लेकर महेंद्र गुप्ता से आशीष का फिर विवाद हो गया। महेंद्र ने इसकी शिकायत पुलिस से की। पुलिस सोमवार को मौके पर बुलडोजर लेकर आशीष के नव निर्मित भवन और दुकान पर पहुंची। भवन को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू हुई तो आशीष के परिजन वहां पहुंच गए। बुलडोजर का विरोध करने लगे। महिलाएं जेसीबी के सामने बैठ गईं। तभी महिला थाना इंचार्ज रंजना पांडेय ने महिला सिपाहियों के साथ महिलाओं को घसीट कर हटा दिया। आरोप है कि विरोध करने वाली महिलाओं की पिटाई भी की गई। पुलिस को झगड़े की सूचना मिली थी
सीओ सिटी कमलेश कुमार ने बताया- सोशल मीडिया से एक वीडियो संज्ञान में आया है, जिसमें बुलडोजर से कुछ दुकानों को तोड़ा जा रहा था। इस मामले में झगड़े की सूचना 112 पर मिली थी, जिसके आधार पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर झगड़े को रुकवाया। इसमें विधिक कार्रवाई की जा रही है। सपा कार्यकर्ताओं ने कहा- अखिलेश तक पहुंचाएंगे मामला
बुलडोजर कार्रवाई की खबर पाकर सपा नेत्री शशिमा सिंह दोहरे मौके पर पहुंचीं। उन्होंने पुलिस कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने कहा- पुलिस जानबूझकर दलितों का उत्पीड़न कर रही है। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई से पहले नोटिस दिया जाना चाहिए था। इस मामले को सपा प्रमुख अखिलेश यादव तक पहुंचाया जाएगा। यह भी पढ़ें:- अयोध्या गैंगरेप, सपा नेता मोईद के नौकर से DNA मैच:हाईकोर्ट में सीलबंद लिफाफे में पेश की गई रिपोर्ट अयोध्या गैंगरेप मामले में सपा नेता मोईद खान के नौकर राजू की DNA रिपोर्ट पीड़िता से मैच हो गई है। इसकी पुष्टि अपर महाधिवक्ता विनोद शाही ने दैनिक भास्कर से की है। उन्होंने यह भी बताया कि मोईद खान का DNA मैच नहीं हुआ है। दरअसल, 12 साल की बच्ची से गैंगरेप मामले में सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में सुनवाई हुई। आरोपी सपा नेता मोईद खान, उसके नौकर राजू की DNA रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में पेश की गई। पढ़ें पूरी खबर…