कानपुर के काकादेव में छात्रा के साथ अश्लीलता करते हुए सीसीटीवी में कैद हुए शिक्षक साहिल सिद्दीकी के पक्ष में सोमवार को सैकड़ों स्टूडेंट सड़क पर उतर आए। हंगामा और जमकर नारेबाजी की। स्टूडेंट की मांग थी कि उनके शिक्षक के खिलाफ पुलिस ने गलत कार्रवाई की है। मामले की जानकारी मिलते ही स्वरूप नगर सर्किल थाने का फोर्स मौके पर पहुंचा और स्टूडेंट की भीड़ को नियंत्रित किया। सड़क पर हंगामा और नारेबाजी पर भारी फोर्स तैनात
काकादेव की नीट और जेई की तैयारी कराने वाले आई एंड आई कोचिंग के शिक्षक का छात्रा के साथ अश्लीलता करते हुए एक वीडियो सामने आया था। इसके बाद कोचिंग संचालक आशीष श्रीवास्तव ने सीसीटीवी फुटेज के साथ काकादेव थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। मामले में काकादेव पुलिस ने आरोपी शिक्षक साहिल सिद्दीकी को अरेस्ट कर लिया था। साहिल का कहना था कि संचालक आशीष श्रीवास्तव की कोचिंग में 97 लाख के सालान पैकेज पर पढ़ाते हैं। अब वह कोचिंग की फीस नहीं देना चाहते हैं, इस वजह से पुराना सीसीटीवी सामने लाकर उनके साथ साजिश की है। इसी कार्रवाई के विरोध में सोमवार को सैकड़ों स्टूडेंट सड़क पर उतर आए। स्टूडेंट्स का आरोप था कि उनके शिक्षक के खिलाफ साजिश के तहत कार्रवाई कार्रवाई गई है। पुलिस और कोचिंग संचालक के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। स्टूडेंट मामले में पुलिस की कार्रवाई वापस लेने की मांग कर रहे हैं। मामले की जानकारी मिलते ही काकादेव थाने का फोर्स और स्वरूप नगर सर्किल फोर्स मौके पर पहुंचा। पुलिस ने स्टूडेंट को पूरे मामले की जानकारी देते हुए समझाया और बताया कि अगर उनके पास शिकायत आई है तो कार्रवाई तो होगी। अगर उनके साथ साजिश की गई तो इस बात की जांच की जा रही है। अगर जांच में कोचिंग संचालक दोषी पाया जाता है तो कोचिंग संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि स्टूडेंट शिक्षक साहिल सिद्दीकी पर हुई कार्रवाई के विरोध में सड़क पर उतरे थे, लेकिन उन्हें मामले में जांच और निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाकर शांत कराने का प्रयास किया जा रहा है। किसी तरह का कोई लॉ एंड ऑर्डर ईश्यू नहीं है।