झांसी के बरुआसागर नवोदय स्कूल में रैकिंग से परेशान नाबालिग छात्रा ने सुसाइड कर लिया। अनुष्का पटेल की उम्र महज 14 साल थी। वो हॉस्टल में रहकर 9वीं कक्षा में पढ़ रही थी। वहां 12वीं कक्षा की दो सीनियर छात्राएं पिछले दो दिन से उसे धमका रही थीं। पहले खाना कम लाने पर गाली गलौच कर धमकाया। इसका पता टीचरों को चला तो दूसरे दिन नंबर कम आने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। डरी सहमी छात्रा ने माता-पिता को प्रताड़ना की पूरी आपबीती बताई। फिर हॉस्टल की सीढ़ियों पर बनी रेलिंग पर फांसी लगा ली। फंदे पर लटका देख देर रात टीचरों ने पुलिस को सूचना दी। मेडिकल कॉलेज लाए तो उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। मेस से छात्राएं लौटी तो फंदे पर लटकी थी अनुष्का
जयहिंद की बेटी अनुष्का पटेल (14) झांसी के एरच थाना क्षेत्र के भदरवारा बुजुर्ग गांव की रहने वाली थी। वह 3 साल से बरुआसागर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़ रही थी। अभी वो 9वीं कक्षा में थी और विद्यालय के हॉस्टल में रहती थी। शनिवार रात करीब 8 बजे सभी छात्राएं खाना खाने के लिए मेस गई थीं। मगर अनुष्का खाना खाने नहीं पहुंची। खाना खाने के बाद जब छात्राएं अपने कमरों में लौटने लगी, तब ऊपरी मंजिल की सीढ़ी पर मोबाइल का टॉर्च जलता दिखा। छात्राओं ने प्रिंसिपल राम प्रसाद तिवारी को यह बात बताई। जब सभी वहां पहुंचे तो देखा अनुष्का सीढ़ी की रेलिंग पर दुपट्टे के सहारे लटकी हुई थी। सूचना पर पुलिस पहुंची। फंदे से उताकर उसे मेडिकल कॉलेज लेकर आई। यहां उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर एडीएम प्रशासन अरुण कुमार सिंह, एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। देर-रात परिवार के लोग रोते-बिलखते अस्पताल जा पहुंचे। फोन करके रोने लगी अनुष्का, बोली-मुझे ले जाओ पापा अनुष्का के पिता जयहिंद ने बताया- शुक्रवार रात लगभग 9 बजे बेटी ने मुझे फोन लगाया। वो रोने लगी। पूछने पर बताया कि 12वीं क्लास की दो छात्राओं ने मुझे खाना लाने के लिए मेस भेजा था। खाना लेकर आई तो दोनों गाली-गलौच कर धमकाने लगी। कहने लगी कि दो लोगों के लिए इतना कम खाना लाई हो। उनसे कहा कि दोबारा खाना ला दूंगी। लेकिन दोनों ने बहुत ही गंदा बर्ताव किया। मुझे सुबह आकर स्कूल से ले जाना। मैंने एक सीनियर छात्रा से बात की और उसे समझाया। तब वो बोली कि आगे से ऐसा नहीं होगा। शनिवार सुबह करीब 7 बजे बेटी से बात की तो उसने कहा कि अब लेने मत आओ। दूसरे दिन फिर प्रताड़ित किया
पिता ने बताया- पूरी घटना का पता विद्यालय प्रबंधन को भी चल गया था। इससे सीनियर छात्राओं को परीक्षा में नंबर कम आने का डर सताने लगा। शनिवार शाम को दोनों सीनियर्स ने बेटी को बुलाकर फिर धमकाया। कहा कि हमारे नंबर कम आए तो अंजाम बुरा होगा। इससे बेटी बहुत डर गई। शाम करीब 7 बजे बेटी ने अपनी मां ममता को फोन लगाया और रोने लगी। पूछने पर सीनियर के दोबारा धमकाने की बात बताई। तब मां ने भी उसको समझाया। ममता ने पूछा खाना खा लिया, तो बोली जा रही हूं खाने। इसके बाद फोन कट हो गया। फोन आया कि बेटी मर गई
मां ममता का कहना है कि हॉस्टल की केयर टेकर को सब कुछ पता था। मैंने कहा कि मैडम को शिकायत कर दो तो उन्होंने कहा नहीं। हम सब ठीक कर देंगे। इसका मतलब उनका भी हाथ है। बेटी से बात हुए कुछ ही देर हुई थी कि स्कूल से फोन आ गया। बोले- जल्दी आ जाओ, बेटी मर गई। हम लोग झांसी मेडिकल कॉलेज आए तो यहां बेटी की लाश मिली। अब हम चाहते हैं कि जो भी दोषी है, उनको सख्त सजा मिले। अनुष्का की लाश देखकर माता-पिता रोने बिलखने लगे। परिजन उनको सांत्वना दे रहे थे। अनुष्का अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी। उससे छोटा 10 साल का भाई अंश है। जो 6वीं कक्षा में पढ़ रहा था। पिता खेती किसानी करते हैं, जबकि मां ममता हाउसवाइफ हैं। झगड़ा के बाद सुसाइड किया एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि नवोदय विद्यालय में एक छात्रा ने सीढ़ी की रेलिंग पर दुपट्टा से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उसकी दो सीनियर छात्राओं से हॉट-टॉक हाे गई थी। उसी को लेकर छात्रा परेशान थी। उसने अपने घरवालों को फोन कर पूरे मामले की जानकारी भी दी। फील्ड यूनिट और पुलिस साक्ष्य जुटाने की कार्रवाई कर रही है। ये खबर भी पढ़ें… लखनऊ में नीट की छात्रा ने फांसी लगाई, मौत:एग्जाम क्लियर न कर पाने से परेशान थी; नहीं मिला कोई सुसाइड नोट लखनऊ में नीट की तैयारी कर रही छात्रा खुशी (19) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह पहले अटेम्प्ट का एग्जाम भी दे चुकी थी, लेकिन एग्जाम क्लियर न हो पाने से परेशान थी। घटना इंदिरा नगर के मानस विहार कॉलोनी की है। खुशी के पिता शत्रुघ्न सचिवालय में निजी सचिव के पद पर तैनात हैं। पिता ने बताया कि नीट एग्जाम क्लियर न हो पाने से वह परेशान थी। पढ़ें पूरी खबर