झांसी में मां ने अपनी ढाई साल की बेटी की गला रेतकर हत्या कर दी। मां रश्मि पति की मौत के बाद डिप्रेशन में चल रही थी। कमरे को अंदर से बंद करके जब वो बेटी का गला काट रही थी। चीख पुकार सुनकर कमरे के बाहर ससुर बहू को रोकने का प्रयास कर रहे थे। खिड़की तोड़कर जब तक वह अंदर पहुंच पाते, बेटी को मार डाला था। रश्मि ने अपना भी हाथ काट लिया था। उसका झांसी के मेडिकल कॉलेज में इलाज कराया जा रहा है। यह घटना बबीना कस्बे के न्यू पंप रोड की है। सास-ससुर चिल्लाते रहे, कमरे में मां-बेटी का गला काटनी रही
बबीना के न्यू पंप रोड के पास रहने वाले महेंद्र सिंह यादव ने बताया – मेरे पास ढाई साल की पोती ज्योत्सना उर्फ परी खेल रही थी। दोपहर करीब 11:30 बजे वह मेरा मोबाइल लेकर अपनी मां रश्मि के पास चली गई। थोड़ी देर बाद कमरे से चीखने की आवाज आने लगी, हमें लगा कि परी बहू पीट रही है। मैं दौड़कर पहुंचा तो कमरे की कुंडी अंदर से बंद थी। बाहर से आवाजें दीं तो बहू रश्मि ने दरवाजा नहीं खोला। तब मैंने और मेरी पत्नी ने पत्थर मारकर खिड़की तोड़ी और कमरे के अंदर दाखिल हुए। वहां बहू रश्मि आम काटने वाले कटना (धारदार हथियार) से पोती परी का गला रेत चुकी थी। खून ही खून फैला था। उसने अपना हाथ भी काट लिया था। हमने उसके हाथ से तुंरत हथियार छीन लिया। तब तक आसपास के लोग आ गए। दोनों को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने बताया कि मेरी पोती परी की सांस थम चुकी है। वहीं, बहू रश्मि को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। पति की मौत के बाद डिप्रेशन में थी रश्मि
ससुर महेंद्र सिंह यादव ने कहा- रश्मि के पति यानी मेरे बेटे अजय यादव की 2 साल पहले करंट लगने से मौत हो गई थी। इसके बाद बहू रश्मि की तबीयत और बिगड़ गई। ग्वालियर में डॉक्टर को दिखाया तो पता चला कि मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। तब से बहू का इलाज चल रहा था।
उन्होंने बताया – वो हमेशा कहती थी कि अब बच्चों को मार दूंगी। लेकिन हम सोचते थे कि इतने समय से चल रहा है तो आगे भी दिक्कत नहीं होगी। लेकिन ये कभी नहीं सोचते थे कि वो इतना बड़ा कदम उठा लेगी। बेटा दादा के पास ही था, बच गया महेंद्र ने बताया – परी से बड़ा 4 साल का एक पोता हर्षवर्धन है। वो मेरे पास खेल रहा था, अगर वो परी के साथ कमरे में रहता तो शायद रश्मि उसे भी मार देती। उसके सिर पर खून सवार था। हत्या की सूचना पर बबीना पुलिस मौके पर पहुंच गई। घायल महिला का मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। उसे हाथ में गंभीर चोट आई हैं। SSP सुधा सिंह ने कहा – मां ने अपनी ढाई साल की बेटी की हत्या की है। मां की मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं थी। हमेशा से बच्चों के प्रति मां का रवैया आक्रामक रहता था। अभी मां को एडमिट करवाया गया है। पूरे मामले की छानबीन की जा रही है। यह भी पढ़े : फीस बाकी होने पर स्कूल से निकाला..धूप में बैठाया: सिद्धार्थनगर में 100 बच्चों को दी सजा, कहा- नहीं पढ़वाना है तो घर बैठाएं सिद्धार्थनगर के एक स्कूल में फीस बकाया होने पर करीब 100 बच्चों को स्कूल के बाहर घंटों धूप में बैठा दिया। फिर उन्हें घर भेज दिया गया। इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि बच्चे धूप में बैठे हैं। स्कूल के टीचर कह रहे हैं कि इन बच्चों को फीस न देने की वजह से स्कूल के बाहर बैठाया गया है। न तो बच्चे नियम का पालन करते हैं, न ही पेरेंट्स बात मानने को तैयार हैं। मामला इटवा के खुनियांव ब्लाक के बरगदवा के श्यामराजी हाईस्कूल का है। पढ़िए पूरी खबर..

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