झांसी के नवोदय विद्यालय में 9वीं कक्षा की छात्रा ने सुसाइड कर लिया था। 14 साल की छात्रा का शव हॉस्टल की सीढ़ियों पर बनी रेलिंग पर लटका मिला था। उसे 12वीं कक्षा की 2 छात्राएं परेशान कर रही थीं। इसी वजह से उसने दुपट्‌टे से फांसी लगा ली थी। अनुष्का पटेल इकलौती बेटी थी। उसके इस कदम से माता-पिता टूट चुके हैं। पिता कहते हैं- बेटी पढ़ने में बहुत होशियार थी। वो IPS बनना चाहती थी। पढ़ने में उसकी ललक देखकर बेटी के ख्वाब अब मेरे भी सपने बन चुके थे। सोचा था कि बड़ी होकर वो खाकी वर्दी पहनकर घर आएगी, लेकिन आज कफन में लिपटी उसकी लाश को घर ले जा रहा हूं। ये कहते-कहते पिता का गला रुंध जाता है और आंखें भर आती हैं। रविवार शाम को पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव को घर ले गए। वहीं, पिता की तहरीर पर बरुआसागर पुलिस ने दोनों छात्राओं पर केस दर्ज किया है। पहली बार में मिला था नवोदय स्कूल अनुष्का पटेल झांसी के एरच थाना के भदरवारा बुजुर्ग गांव की रहने वाली थी। पिता जयहिंद खेती-किसानी करते हैं। उनके पास महज 15 बीघा खेती है। पिता बताते हैं कि हम चाहते थे कि बच्चे पढ़ लिखकर अच्छे अफसर बन जाएं। मेरी बेटी अनुष्का पढ़ने में होशियार थी तो उसे नवोदय विद्यालय में पढ़ाना चाहते थे। 3 साल पहले ही बेटी का नवोदय स्कूल में चयन हो गया। कहती थी कि पापा बड़े होकर IPS बनूंगी। इसलिए उसने एनसीसी भी ले ली थी। मगर, स्कूल के खराब प्रबंधन और सीनियर की प्रताड़ना ने बेटी की जान ले ली। अब वो दुनिया छोड़कर चली गई। उसके और मेरे सपने अब सपने ही रह गए। अब व्यवस्था बदलने से क्या होगा, मेरा सब चला गया
स्कूल और हॉस्टल में क्या व्यवस्था बदलनी चाहिए? इस सवाल पर पिता कहते हैं कि “मैं क्या बताऊं अब। सरकारी काम है, जैसा उनको करना है करें। हमारे कहने से क्या होगा। अब व्यवस्था अच्छी हो जाए तो क्या होगा। मेरी तो बेटी चली गई तो मेरा तो सबकुछ चला गया। मैं सोचता था कि मेरी बेटी अफसर बनकर घर लौटेगी, लेकिन आज उसकी लाश घर पर जा रही है। पोस्टमार्टम हाउस में घुसे टीचर, परिजनों ने किया हंगामा अनुष्का के चाचा भारत पटेल ने बताया- पुलिस के पंचनामा भरने के बाद कागजात पोस्टमार्टम हाउस में जमा हो चुके थे। साइन कराकर हमें बाहर निकाल दिया, मगर पोस्टमार्टम शुरू नहीं हुआ। थोड़ी देर बाद स्कूल के प्रिंसिपल और टीचर आए और सीधे अंदर चले गए। उनकी अंदर बातचीत हुई, फिर पोस्टमार्टम स्टार्ट हुआ। हम लोगों को मामला गड़बड़ लगा। तब हम लोगों ने बाहर हंगामा किया और शव लेने से मना कर दिया। हम लोग शव छोड़कर मेडिकल कॉलेज के बाहर आ गए। बाद में पुलिस ने समझाइश से मामला शांत करा दिया। वहीं, स्कूल के प्रिंसिपल आरपी तिवारी ने सारे आरोप वेबुनियाद बताए हैं। दो दिन से धमका रही थी सीनियर छात्राएं छात्रा के पिता जय हिंद ने बताया- शुक्रवार रात 9 बजे बेटी ने मुझे फोन किया। वो रोने लगी। पूछने पर बताया कि 12वीं क्लास की दो छात्राओं ने मुझे खाना लाने के लिए मेस भेजा था। खाना लेकर आई तो दोनों गाली-गलौच कर धमकाने लगीं। कहने लगीं कि दो लोगों के लिए इतना कम खाना लाई हो। उनसे कहा कि दोबारा खाना ला दूंगी, लेकिन दोनों ने बहुत ही बुरा बर्ताव किया। मुझे सुबह आकर स्कूल से ले जाना। मैंने एक सीनियर छात्रा से बात की और उसे समझाया। इसके बाद वो बोली कि आगे से ऐसा नहीं होगा। शनिवार सुबह करीब 7 बजे बेटी से बात की तो उसने कहा कि अब लेने मत आओ। दूसरे दिन फिर प्रताड़ित किया पिता ने बताया- पूरी घटना का पता स्कूल प्रबंधन को भी चल गया था। इससे सीनियर छात्राओं को परीक्षा में नंबर कम आने का डर सताने लगा। शनिवार शाम को दोनों सीनियर्स ने बेटी को बुलाकर फिर धमकाया। कहा- हमारे नंबर कम आए तो अंजाम बुरा होगा। इससे बेटी बहुत डर गई। शाम करीब 7 बजे बेटी ने अपनी मां ममता को फोन लगाया और रोने लगी। पूछने पर सीनियर के दोबारा धमकाने की बात बताई। तब मां ने भी उसको समझाया। ममता ने पूछा खाना खा लिया, तो बोली जा रही हूं खाने। इसके बाद फोन कट हो गया। इसके बाद उसने हॉस्टल में सीढ़ियों पर बनी रेलिंग पर दुपट्‌टा से फांसी लगा ली थी। सहायक आयुक्त ने शुरू की जांच
मामले की जानकारी मिलते ही लखनऊ से नवोदय विद्यालय समिति (लखनऊ संभाग) के असिस्टेंट कमिश्नर एनएल पांडेय झांसी पहुंच गए। उन्होंने विद्यालय पहुंचकर अपने स्तर पर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। कहा कि जो भी दोषी मिलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इकलौती बेटी अनुष्का पटेल की मौत के बाद घर में मातम छाया है। वहीं हॉस्टल में भी सन्नाटा पसरा है। छात्राएं बेहद सहमी हुई हैं। खासकर अनुष्का के साथ पढ़ने वाली छात्राएं बुरी तरह सहमी हुई हैं। कई छात्राओं को उनके माता-पिता घर भी ले गए। अनुष्का की मां ममता का रो रोकर बुरा हाल है। मां हाउस वाइफ हैं। छोटा भाई 6वीं में पढ़ता है। ये खबर भी पढ़ें… प्रयागराज में डॉक्टर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट:गले पर चोट के निशान, सांस नली टूटी मिली; परिजन बोले-बेटे की हत्या की गई प्रयागराज में SRN अस्पताल में मिली डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव की डेडबॉडी का मामला मर्डर और सुसाइड में उलझता दिखाई दे रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, गले की मांसपेशियों में चोट के निशान हैं। सांस की नली भी टूटी पाई गई है। पढ़ें पूरी खबर

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