प्रदेश में तबादला नीति के तहत 30 जून तक सभी विभागों में कर्मचारी-अधिकारियों के ट्रांसफर किए गए, लेकिन अफसर-कर्मचारी जमी-जमाई जगह छोड़ना नहीं चाह रहे। इसके बाद अब तबादला रुकवाने का खेल शुरू हो गया है। सरकारी विभागों में जुगाड़ से तबादले रुकवाने की होड़ लग गई। सीएम ऑफिस से लेकर राज्यपाल भवन तक चक्कर काटे जा रहे हैं। पूरे साल तबादले की चर्चा के केंद्र में रहने वाले बेसिक शिक्षा विभाग और पीडब्ल्यूडी विभाग में इसका असर ज्यादा देखा गया। दोनों ही विभागों में अधिकारी, कर्मचारियों के दबाव में दिख रहे हैं। कुछ मामलों में अधिकारियों को सारे नियम दरकिनार कर तबादला आदेश वापस लेना पड़ा। प्रदेश भर में 1000 से ज्यादा एप्लिकेशन तबादले रुकवाने या फिर ट्रांसफर की जगह बदलवाने की आई हैं। ये दो केस, जिनमें अधिकारियों पर भारी पड़े जूनियर केस 1- PWD में डेढ़ महीने में निरस्त करा लिया तबादला उत्तर प्रदेश का लोक निर्माण विभाग (PWD) अक्सर सुर्खियों में रहता है। इस बार प्रदेश के सबसे बड़े बजट वाले विभाग के विभागाध्यक्ष भी लखनऊ में तैनात अवर अभियंता (जूनियर इंजीनियर) के सामने झुकते नजर आए। लखनऊ के अवर अभियंता दिनेश जायसवाल का 30 जून को तबादला किया गया। डेढ़ महीने बाद 17 अगस्त को तबादला निरस्त कर दिया गया। लखनऊ के लोक निर्माण विभाग में अवर अभियंता (JE) दिनेश जायसवाल सालों से अनुरक्षण खंड-2 में तैनात हैं। लखनऊ के गौतमपल्ली इलाके की सरकारी बिल्डिंग और सड़कों की मरम्मत इन्हीं के जिम्मे है। 30 जून को इनका तबादला किया गया। अनुरक्षण खंड-2 की जगह निर्माण खंड-2 लखनऊ में ही नई पोस्टिंग दी गई। 3 अगस्त को निर्माण खंड-2 के अधिशासी अभियंता (एग्जीक्यूटिव इंजीनियर) अनूप कुमार मिश्रा ने दिनेश जायसवाल को काम का अलॉटमेंट भी कर दिया। बावजूद इसके उन्होंने जॉइनिंग नहीं दी। इसके बाद अधिशासी अभियंता अनूप कुमार मिश्रा ने कार्यभार यमुना प्रसाद तिवारी को दे दिया। 17 अगस्त को अनुरक्षण खंड-2 के अधिशासी अभियंता ने दिनेश जायसवाल को कार्य मुक्त करने का आदेश जारी कर दिया। साथ ही गौतमपल्ली कॉलोनी के रख-रखाव की जिम्मेदारी मनीष दिवाकर और चंद्रदीप कुमार को देने का आदेश जारी कर दिया। लेकिन जायसवाल के रुतबे और जुगाड़ के सामने एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को आदेश तुरंत ही बिना किसी कारण के निरस्त करना पड़ा। लोक निर्माण विभाग में तबादला नीति क्या है?
लोक निर्माण विभाग (PWD) में ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर मेरिट बेस्ड ऑनलाइन ट्रांसफर सिस्टम लागू है। ऐप के जरिए स्थानांतरण प्रक्रिया होती है। काउंसलिंग भी की जाती है, लेकिन इस विभाग का मंत्री चाहे कोई हो, तबादले के समय अधिकारियों और कर्मचारियों के वर्चस्व का प्रदर्शन देखने को मिलता रहा है। केस2- बेसिक शिक्षा विभाग में BSA का दबदबा यूपी में तबादला नीति के तहत बेसिक शिक्षा विभाग में बेसिक शिक्षा अधिकारियों (BSA) के तबादले किए गए। हरदोई के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह का ट्रांसफर किया गया। उन्हें माध्यमिक शिक्षा निदेशालय भेजा गया। हरदोई में रतन कीर्ति को नई तैनाती दी गई। रतन कीर्ति ने जॉइन भी किया। लेकिन पुराने अफसर ने रतन कीर्ति को न तो सरकारी नंबर हैंडओवर किया न ही विभागीय गाड़ी। DG बेसिक शिक्षा के ऑफिस तक पहुंचा मामला
मामले की शिकायत डीजी बेसिक शिक्षा तक पहुंची। हरदोई की नई बेसिक शिक्षा अधिकारी रतन कीर्ति ने डीजी बेसिक शिक्षा को पत्र लिखकर पूर्व बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह की शिकायत की। पत्र में CUG नंबर, विभागीय गाड़ी और आवास हैंडओवर न करने का जिक्र किया। विजय प्रताप पर ये अफवाह फैलाने का आरोप भी लगाया कि उनका तबादला रुक गया है। विजय प्रताप सिंह का ट्रांसफर निरस्त हुआ पूरे मामले ने तूल पकड़ा। BSA रतन कीर्ति की जॉइनिंग और शिकायत के बाद भी हरदोई के पूर्व BSA विजय प्रताप सिंह का तबादला निरस्त हो गया। 18 जुलाई को उन्हें हरदोई के BSA की पोस्टिंग दे दी गई। राज्य में तबादला नीति पर प्रभाव को लेकर वरिष्ठ पत्रकार रतन मणिलाल कहते हैं- मुझे लगता है कि सचिव लेवल के आदेशों का सही तरीके से अनुपालन नहीं किया जा रहा है। इसका कारण यह हो सकता है कि विभागों में शीर्ष स्तर पर जो अधिकारी हैं, उनके पास एक या दो की जगह आधा दर्जन तक विभाग हैं। प्रदेश में अधिकारियों की कमी के कारण वह पूरी तरह से ध्यान नहीं दे पाते। ऐसे में उनके नीचे के अधिकारी ध्यान भटकाने में सफल हो जाते हैं। नतीजा यह होता है कि तबादले रुकवाने में जुगाड़ काम आ रहा है। यूपी में 11 IAS के ट्रांसफर…5 जिलों के DM बदले:LDA के VC इंद्रमणि त्रिपाठी औरैया के DM बने; चंद्र विजय सिंह को अयोध्या की कमान यूपी सरकार ने शनिवार देर रात 5 जिलाधिकारियों सहित 11 IAS के ट्रांसफर कर दिए। देवरिया, बदायूं, औरैया, सोनभद्र के जिलाधिकारी बदले गए हैं। LDA के VC इंद्रमणि त्रिपाठी को औरैया का DM बनाया गया है। चंद्र विजय सिंह को अयोध्या का DM बनाया गया है। बद्रीनाथ सिंह को डीएम सोनभद्र, दिव्या मित्तल को देवरिया का DM बनाया गया है। बदायूं के डीएम मनोज को हटा दिया गया है। उनकी जगह निधि श्रीवास्तव को बदायूं का डीएम बनाया गया है। पढ़ें पूरी खबर