मेरठ STF ने 2 दिन पहले जिस अरविंद राणा को पकड़ा, उसने अपना बड़ा नेटवर्क बनाया हुआ था। अरविंद राणा खुद जहाज डूबने के डर से मर्चेंट नेवी में सफाई कर्मचारी की नौकरी छोड़कर भाग आया। वापस घर लौटा, तो अपना भर्ती बोर्ड बना डाला। इस भर्ती बोर्ड के जरिए वो बेरोजगारों को सरकारी नौकरी का झांसा देकर उनसे 5 लाख रुपए ऐंठता। बाद में उन्हें फर्जी जॉइनिंग लेटर जारी कर देता। मेरठ एसटीएफ ने अरविंद राणा से पूछताछ की तो उसने तमाम राज उगले हैं। उसने बताया कि कभी डॉक्टर बन जाता था, तो कभी सेना में कर्नल और मेजर। जिस वक्त, जो रोल निभाना हो। वही बनकर युवाओं के बीच जाता और उनका भरोसा जीतता था। मेरठ STF के सामने अरविंद राणा ने कहा- मैं खुद ही सारे दस्तावेज बनाता था। देश में बेरोजगारी बहुत है। लड़के मुंह मांगा पैसा देने को तैयार हैं। प्राइवेट नौकरी तक के लिए वो परेशान हैं। इसी का फायदा मैं उठा रहा था। फौजियों की तरह रहता, हेयर स्टाइल भी वैसी ही रखता
मेरठ एसटीएफ के एएसपी ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि अरविंद राणा खुद को पढ़ा, लिखा अफसर बताने के लिए उसी स्टाइल में रहता। वो फौजियों की तरह कपड़े पहनता। सारे दिन लोअर, व्हाइट टीशर्ट, आर्मी मैन की तरह मोजे, जूते पहनता। मिलिट्री स्टाइल में बाल कटाए रखता। उसे जो भी देखे तो समझे कि वो हकीकत में आर्मी मैन है। उसकी बातों पर भरोसा कर लें। मेडिकल करता तो डॉक्टर बन जाता
एसटीएफ ने अरविंद राणा को मेरठ के मिलिट्री अस्पताल कैंट एरिया के पास से पकड़ा था। उसने बताया कि वो एमएच में मेडिकल सर्टिफिकेट से जुड़े काम के लिए जा रहा था। उसने बताया- मैं जिन युवाओं से रकम ऐंठता, उनका मेडिकल भी करता। मेडिकल करने के लिए खुद ही डॉक्टर बन जाता। डॉक्टरों की तरह सफेद कोट पहनकर, चश्मा लगाकर बैठता। ताकि युवा उसे हकीकत में डॉक्टर समझें। 4 लोगों संग मिलकर बनाया अपना भर्ती बोर्ड
अरविंद ने पूछताछ में बताया कि उसने अपना आर्मी भर्ती बोर्ड बना रखा है। इसमें उसके साथ वेस्ट यूपी के 4 लोग शामिल थे। लड़कों को आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाते थे। अरविंद के पास से फर्जी आधार कार्ड, मिलिट्री कार्ड, जॉइनिंग लेटर और दस्तावेज मिले हैं। सदर थाने में अरविंद के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। तमाम फर्जी कागजात बरामद
आरोपी से आर्मी का फर्जी आई कार्ड, दो अलग पतों वाला आधार कार्ड, अलग पते वाला पेन कार्ड, वोटर कार्ड, सेना का फर्जी जॉइनिंग लेटर, आर्मी कार्ड, कैंटीन कार्ड आदि बरामद हुए हैं। 40 लड़कों संग की ठगी बदायूं के अरविंद राणा की गैंग में वेस्ट यूपी के 4 लोग शामिल थे। लड़कों को आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी दस्तावेज बना रहे थे। मेरठ STF और आर्मी इंटेलिजेंस ने 40 ऐसे लड़कों को ट्रेस किया, जो जालसाजी का शिकार हुए हैं। STF के साथ-साथ अब आर्मी इंटेलिजेंस भी मामले की जांच कर रही है। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि क्या अरविंद सेना के किसी अधिकारी के टच में था? यह खबर भी पढ़ें अखिलेश के टारगेट पर STF, उसकी कहानी: जब बनी तब माउस छूने से डरते थे जवान; श्रीप्रकाश शुक्ला, ददुआ-ठोकिया का सफाया किया ‘योगी जी अपनी STF को जान लें। लोग तो यहां तक चर्चा कर रहे कि STF का मतलब- स्पेशल ठाकुर फोर्स है। STF क्या दिखाना चाहती है? कोई अपराधी है तो उसके लिए न्यायालय है।’- ये बयान STF को टारगेट करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने दिए हैं। संडे बिग स्टोरी में पढ़िए STF से जुड़े रोचक किस्से…

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