झांसी में शादी के 3 महीने बाद एक महिला ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। कारण यह कि शादी में दहेज में मिला सामान ब्रांडेड नहीं था। इस वजह से ससुराल वाले ताने मारते थे। मृतका के पिता ने कहा- ससुराल में ताने मारे जाते थे कि सब सामान लोकल कंपनी का लेकर आई हो। कूलर फुंका, तो ससुराल वालों ने बेटी का जीना मुश्किल कर दिया था। हम चाहते हैं, ससुराल वालों पर कार्रवाई हो। मामला समथर थाना क्षेत्र का है। पढ़िए क्या है पूरा मामला फूफा बोले- 5 लाख में शादी की, 3 महीने से ताने सुन रही थी बेटी
डोली (18) का ससुराल सजोखरी गांव का था। उसका मायका भिंड के आलमपुर गांव में है। डोली के फूंफा संतोष ने कहा- मेरी भतीजी डोली की शादी 15 जून, 2024 को पवन रजक के साथ हुई थी। मैंने ही कन्यादान लिया था। पहले शादी सम्मेलन से करनी थी, लेकिन ससुराल वाले राजी नहीं हुए। इसके बाद गांव से ही अच्छी शादी की थी। इसमें करीब 5 लाख रुपए खर्च हुए थे। इसके बावजूद हमें पता चला कि शादी के बाद से ही डोली को परेशान किया जाने लगा। ससुराल वाले ताने मारने लगे कि दहेज का सारा सामान लोकल कंपनी का लेकर आई हो। इससे डोली डिप्रेशन में रहने लगी। 4 दिन पहले कूलर ठीक करवाकर पहुंचाया
फूफा ने कहा- शादी के 1 महीने बाद ही दहेज में दिया कूलर फुंक गया। इस पर ससुराल वालों ने खूब प्रताड़ित किया और ताने मारे। कूलर हमें दे गए, तो हमने सुधरने के लिए डाल दिया। इसमें कुछ समय लग गया। 4 दिन पहले ही कूलर ठीक कराकर ससुराल पहुंचाया था। शुक्रवार शाम को ससुराल से फोन आया कि डोली की मौत हो गई। ससुराल वाले फांसी लगाने की बात कह रहे हैं, लेकिन ऐसे हालत नहीं मिले। न तो पुलिस को लाश फंदे पर लटकी मिली और न ही हम लोगों को। ससुराल वालों ने डोली की हत्या की और फिर शव को फंदे पर लटका दिया। दादा ससुर बोले- हम आए तो लाश फंदे पर लटकी मिली
डोली के दादा ससुर राम सिंह ने कहा, डोली का पति, सास और ससुर आगरा में रहते हैं। वह घर पर अपने दादा ससुर रामबाबू और दादी सास सावित्री के साथ रहती थी। साथ में देवर की 2 छोटी बेटियां रहती थीं। शनिवार को सावित्री बकरी लेकर खेत पर गई थी। राम बाबू बच्चियों को लेकर आधार कार्ड ठीक करवाने के लिए गए थे। बहू डोली घर पर अकेली थी। शाम को राम बाबू घर आए तो डोली ने दरवाजा नहीं खोला। किसी तरह दरवाजा खोला तो डोली साड़ी से फंदा बनाकर फंखे पर लटकी थी। उसे नीचे उतारकर समथर ले गए। वहां मृत घोषित कर दिया गया। तब लाश लेकर वापस घर आ गए। परिजन बोले- मेरी बेटी को मारा गया, मुझे इंसाफ चाहिए
डोली के पिता नारायण दास रजक ने कहा- मेरी 5 बेटी और एक बेटा है। डोली चौथे नंबर की थी। हमने डोली की धूमधाम से शादी की थी। मगर उसे ससुराल में प्रताड़ित किया जाने लगा। पति बेवजह शक करता था। कोई फोन करें तो मोबाइल चेक करता था। मैं दिल्ली में रहकर मजदूरी करता हूं। बेटी डोली की मौत की सूचना पर हम लोग आज झांसी आए। ससुराल वालों ने मेरी बेटी को मारकर फंदे पर लटकाया गया है। मुझे इंसाफ चाहिए। समथर थाना प्रभारी अजमेर सिंह भदौरिया का कहना है कि डोली ने फांसी लगाकर सुसाइड किया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। अभी तक परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। यह भी पढ़िए… पति के सामने 3 साल की बेटी-पत्नी की तड़पकर मौत, मेरठ से बाइक से बुलंदशहर जा रहे थे मेरठ में शनिवार को डंपर की चपेट में आने से एक महिला और उसकी बेटी की मौत हो गई। जबकि उसके पति हादसे में बाल बाल बचे। पति ने अपनी आंखों के सामने पत्नी और बेटी को तड़प-तड़प कर दम तोड़ते देखा। घटना ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के बिजली बंबा बाइपास की है।माधवपुरम सेक्टर-1 के रहने वाले सचिन राजपूत सुप्रीम कोर्ट में एक एडवोकेट के चैंबर पर काम करते हैं। वह शनिवार को अपनी पत्नी वर्षा (30) और 3 साल की बेटी आकृति के साथ सुबह में बाइक से बुलंदशहर जा रहे थे। जब वे बिजली बंबा बाइपास पर पहुंचे, तो गांधी इंटरनेशनल स्कूल के सामने अचानक बलेनो कार ने उनकी बाइक को साइड से टक्कर मार दी। पढ़िए पूरी खबर…