मैंने बीकॉम ऑनर्स की पढ़ाई की है। इसके बाद अपने पुश्तैनी बिजनेस को संभाल रहा हूं। साड़ी की दुकान है जहां अपने पिता और दादा के साथ बैठता हूं। पिता जी अक्सर कहते थे। इतना पढ़े लिखे हो केबीसी में ट्राई करो। एक दिन दादा जी के कहने पर पिता जी ने कहा तो मैंने अप्रैल के महीने में मैसेज से जवाब दे दिया अमिताभ जी के सवाल का। मई में मुझे AVR के जरिए कॉल आयी की आप ने पहला चरण पार कर लिया। इस पर मुझे विश्वास नहीं हुआ पर, लेकिन पैसा कुछ लगना नहीं था इसलिए मैंने दूसरा चरण और फिर तीसरा चरण भी पार किया। इसके बाद हमें मुंबई बुलाया गया तो दिमाग ठनक गया पर फिर मैंने ऑनलाइन चेक किया तो सब सही निकला। फिर मुंबई पहुंच गया और आज 14 लाख जीता हूं इस प्रोग्राम में।’ ये कहना वाराणसी के गोलघर इलाके में काल भैरव मंदिर के पास रहने वाले सत्येंद्र अग्रवाल के पोते देवांग अग्रवाल का। जिसने कौन बनेगा करोड़पति शो के 6 सितंबर को टेली-कास्ट हुए शो में 12 लाख 50 हजार रुपए जीत लिए। वहीं बीच में दुगनास्त्र का प्रयोग कर 1 लाख 60 हजार रुपए और जीते जिससे इनाम की कुल धनराशि 14 लाख दस हजार रुपए हो गई। साड़ी व्यवसायी देवांग अग्रवाल कैसे कौन बनेगा करोड़पति में पहुंचे और कैसे उनसे सवाल-जवाब हुए। इन सब विषयों पर हमने देवांग और उनके साथ मुंबई तक गयीं उनकी मां और पिता से बात की। पेश है इस बातचीत के खास अंश। सबसे पहले जानिए कैसे देवांग ने दिया सवाल का जवाब और पहुंचे मुंबई, मां क्यों गयी थी साथ ? दादा और पिता जी के कहने पर दिया सवाल का जवाब
देवांग अग्रवाल ने बताया- घर में सभी लोग कौन बनेगा करोड़पति के दीवाने हैं। इस शो का हर एपिसोड देखते हैं। मैंने बी.कॉम किया है और अब अपने घर का बिजनेस चला रहा हूं। पिता जी संजय कुमार अग्रवालहमेशा मुझसे कहते थे कि इतना पढ़े हो और मोबाइल में हर समय लगे रहते हो। कभी कौन बनेगा करोड़पति का भी जवाब दो क्या पता तुम्हkरा जवाब सही हो जाए। दादाजी सत्येंद्र अग्रवाल भी कहते थे। 24 अप्रैल को दिया जवाब
देवांग के पिता के कहने पर; उन्होंने बताया – 24 अप्रैल को मैंने ऑनलाइन पूछे गए सवाल का मोबाइल से जवाब दे दिया और घर में बता दिया। देवांग ने बताया कि मैंने उसे बस नॉर्मली ही भेजा था। मुझे यकीन नहीं था कि केबीसी से मुझे काल आएगी। लेकिन मुझे काल आयी और आज मैंने इनाम भी जीत लिया। पिता Muscular Dystrophy नामक बीमारी से पिछले 15 साल से ग्रसित हैं और चलने फिरने में असमर्थ हैं। ऐसे में देवांग के साथ उनकी मां गयीं। 5 मई को आई AVR काल, मैंने समझा फ्राड
देवांग ने बताया- सवाल का जवाब मैंने 24 अप्रैल को दिया था। 5 मई को दिन में 11 बजे के आस-पास मुझे AVR (कंप्यूटराइज) काल आयी की आप ने करोड़पति का पहला राउंड पार कर लिया है। आप से कुछ देर बाद सवाल पूछा जाएगा। दूसरा राउंड का जवाब सही देने पर आप को तीसरे राउंड में भेजा जाएगा। देवांग ने कहा- इस काल के बारे घर के लोगों को बताया। मुझे लग रहा था कि यह फ्राड है। पर कुछ देर बाद काल आयी और फिर मैंने सवाल का जवाब दे दिया। 10 मई को आया तीसरे राउंड के सवाल का काल
देवांग को 10 मई को एक और AVR काल आयी। देवांग बताते हैं- 10 मई को हमें एक बार फिर कॉल आयी और बताया गया कि आप दो राउंड सफलतापूर्वक पार कर गए हैं और अब आप को तीसरे राउंड के लिए जवाब देना होगा। इसे पार कर जाएंगे तो आप को मुंबई आना होगा। हमने भी सोचा पैसा लगना नहीं है तो हमने तीसरा राउंड भी खेला और सवालों के जवाब काल पर ही दिए। 24 मई को पहुंचे मुंबई, वहां हुआ पैनल टेस्ट
देवांग अभी भी इन सही काल को फ्राड ही समझ रहे थे। इसी बीच उन्हें 13 मई को फिर AVR काल आयी; देवांग बताते हैं – काल आयी की आप का सिलेक्शन हमारे अंतिम राउंड के लिए हुआ है। आप को 24 मई को मुंबई पहुंचना है। देवांग ने इस भी फ्राड समझा। इसके बाद घर वालों के कहने पर सोनी लिव की वेबसाइट पर चेक किया तो वहां सब कुछ दिखाई दिया जो उस व्यक्ति ने कहा था। इसके बाद हम अपनी माता रत्ना अग्रवाल के साथ मुंबई रवाना हुए। वहां 24 तारीख को कांदिवली के पवार इंग्लिश स्कूल पहुंचे तो वहां 500 लोगों की लाइन लगी हुई थी। तब हमें विश्वास हुआ की वाकई हमारा सिलेक्शन हुआ है। जर्नल नॉलेज टेस्ट और पैनल टेस्ट हुआ
देवांग ने बताया- यहां सभी को 20 सवालों का एक रिटन टेस्ट हुआ। इसके बाद एक बुकलेट दी गई जिसके अंदर हमें अपने बारे में, परिवार के बारे में, जहां रहते हैं उसके बारे में लिखना था। इसके बाद 4 लोगों के पैनल ने हमारा टेस्ट लिया। इस पैनल में हमसे जो सवाल पूछे गए उसका सिर्फ जवाब नहीं देना था। बल्कि यही भी बताना था कि इस सवाल का यही जवाब क्यों होगा। यहां हमसे 4 जवाब पूछे गए जिसके बाद अगले ही दिन हम और मां वापस आ गए। 5 जुलाई को फास्टेस फिंगर फर्स्ट के लिए हुआ चयन, घर में मनाई खुशी
देवांग को 5 जुलाई की दोपहर एक बजे एक मैन्युअल काल आयी, काल करने वाले व्यक्ति ने उधर से पूछा कि आप देवांग बोल रहे हैं। आप के ऊपर कोई मुकदमा तो नहीं है। आप को कोई बीमारी तो नहीं है। इस पर मैं डर गया तो उसने आगे कहा कि डरिए नहीं हम कौन बनेगा करोड़पति से बोल रहे हैं। आप का सिलेक्शन फास्टेस फिंगर फर्स्ट राउंड के लिए हो गया है और आप को मुंबई आना है। हमें 5 अगस्त को वहां बुलाया गया था। अब जानिए पैनल सिलेक्शन और अमिताभ बच्चन के देवांग ने सवाल जवाब पैनल सेलेक्शन में पूछा गया था GK बेसिन पर सवाल
देवांग ने बताया – जब मुंबई में पैनल ने सवाल किया तो उसमे एक सवाल पूछा गया था कि GK बेसिन में कौन-कौन सी नदियां है। जिसमें से एक गोदावरी है और दूसरी क्या है। इस पर मैंने बताया कि दूसरी नदी कृष्णा है। इस पर मुझसे पूछा गया था कि कावेरी क्यों नहीं कृष्णा क्यों ? तो मैंने उन्हें बताया कि कृष्णा और गोदावरी एक ही जगह से निकली है और कावेरी कर्नाटक में बहती है और हाल ही में कृष्णा-गोदावरी पर भेल एक प्रोजेक्ट भी चला रहा है। महाराजा दशरथ के संतान प्राप्ति के लिए यज्ञ करने वाले ऋषि की पत्नी का नाम
देवांग ने बताया-इसके अलावा हमसे एक सवाल अमिताभ बच्चन जी ने पूछा था। उन्होंने मुझसे 11 वां सवाल पूछा था कि- राजा दशरथ को ऋषि शिष्यरिंग ने संतान प्राप्ति के लिए यज्ञ करवाया था उनकी पत्नी का नाम क्या है। इस सवाल का जवाब मैंने मिनटों में दिया था क्योंकि मैंने हाल ही पढ़ा था। उनकी पत्नी का नाम शांता था जो। हमसे कुल 25 सवाल हुआ था। इस सवाल पर क्विट कर गए थे देवांग
देवांग ने बताया-अमिताभ सर ने मुझसे काफी सारी चीजें पूछी। उसके बाद उन्होंने 13वां सवाल पूछा – किस देश के नाम में यूनाइटेड स्टेट लगा हुआ । उसका ऑप्शन था मैक्सिको, ब्राजील, इंडोनेशिया और फ्रांस था। इसमें हमें कन्फ्यूजन था। हमने लाइफ लाइन फोन अ फ्रेंड यूज की लेकिन हमारे मित्र भी सही से बता नहीं पाए। जिसकी वजह से हमने यहीं क्विट कर दिया। माता, पिता और पत्नी हैं खुश, मोहल्ले वाले मांग रहे हैं मिठाई मां बहुत जिद करती थी प्रांशु से
बेटे की इस उपलब्धि पर पिता संजय अग्रवाल काफी खुश हैं। मेरी मां प्रांशु (देवांग के घर का नाम) को मेरी मां कहती थीं कि तुम इतना पढ़ते हो कभी कौन बनेगा करोड़पति में जाओ। मां का देहांत हो गया उसके बाद प्रांशु के दादा और मैंने भी कई बार प्रांशु से कहा तो मान गया और उसने अप्रैल में जवाब दिया। जिसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। बहुत ख़ुशी हो रही है कि देवांग अमिताभ जी के साथ बैठकर आया। मां रत्ना अग्रवाल हैं बहुत खुश
देवांग के साथ मुंबई केबीसी से होकर लौटीं मां रत्ना अग्रवाल काफी खुश हैं। रत्ना से देवांग ने वादा किया है कि इनाम की राशि उन्हें देगा। रत्ना कहती हैं हम अमित जी से मिल आये यह एक बड़ा सपना पूरा होने जैसा। देवांग ने पैसा देने की बात कही है। अब पैसे हाथ में आ जाए तो सोचूंगी उसका क्या करना है। वहीं पत्नी समृद्धि बच्चे के छोटे होने की वजह से नहीं जा सकी पर बहुत खुश हैं। क्योंकि घर पर हर समय कोई न कोई मिठाई खाने के लिए पहुंच रहा है।