नोएडा के मॉडर्न पब्लिक स्कूल में 6 साल की बच्ची से बैड टच का मामला सामने आया। KG में पढ़ने वाली एक छात्रा से स्कूल में चल रहे कंस्ट्रक्शन में काम करने वाले मजदूर ने बैड टच किया। मजदूर को मौके से भगाने पर सुपरवाइजर और ठेकेदार को पुलिस ने आरोपी बनाते हुए अरेस्ट कर लिया। साथ ही, स्कूल की बदनामी का हवाला देकर मामले को दबाने का प्रयास करने वाली प्रिंसिपल और टीचर को भी जेल भेजा गया। मामला नोएडा के सेक्टर-24 थाना क्षेत्र का है। घबराई बच्ची ने स्कूल में सबसे शिकायत की, किसी ने नहीं सुना
घटना मंगलवार सुबह हुई थी। बच्ची के घरवालों ने बताया- हमारी बेटी स्कूल परिसर में खेल रही थी। तभी स्कूल परिसर में चल रहे निर्माण कार्य में लगे एक मजदूर ने उसको बैड टच किया। बेटी घबरा गई। उसने इसका विरोध किया और चिल्लाते हुए वहां से भाग निकली। उसने इस बारे में स्कूल में मौजूद टीचर को बताया। टीचर ने प्रिंसिपल और मैनेजमेंट को पूरी बात बताई। आरोप है, स्कूल मैनेजमेंट ने मामले को दबाने का प्रयास किया। उन्होंने आरोपी मजदूर को बुलाकर डांटा और धमकाया। फिर देर बाद स्कूल से भगा दिया। बच्ची के पिता स्कूल पहुंचे, मैनेजमेंट टालता रहा
बच्ची को बैड टच के बारे में ठीक से पता था। वह जब घर पहुंची, तब अपने पापा को पूरी बात बताई। उन्होंने बुधवार को स्कूल से संपर्क किया। इस पर मैनेजमेंट किसी प्रकार की घटना होने से इनकार करता रहा। लेकिन, जब बच्ची ने आरोपी की पहचान बताई तो स्कूल की बदनामी का हवाला देकर मामले को दबाने का प्रयास किया गया। कोई एक्शन नहीं होने पर परिवार वालों ने बुधवार शाम थाने में तहरीर दी। स्कूल के रजिस्टर में मजदूर का नाम नहीं लिखा मिला
ADCP मनीष कुमार मिश्र ने बताया- गुरुवार को पुलिस टीम स्कूल पहुंची। यहां रजिस्टर की जांच की गई। लेकिन, इसमें मजदूर का नाम दर्ज नहीं था। पूछताछ में मजदूर की पहचान होने के बाद पुलिस टीम एक्टिव की गई। पूछताछ में सामने आया कि बच्ची ने अपनी क्लास टीचर सरिता सुनेजा को पूरी बात बताई थी। प्रिंसिपल प्रीति शुक्ला को भी सब कुछ बताया गया। यह भी पता चला कि स्कूल के सुपरवाइजर बसंत पांडेय के साथ मिलकर प्रिंसिपल और क्लास टीचर ने पूरी घटना को छिपाया। साथ ही, आरोपी मजदूर को स्कूल से जाने दिया गया। 3 टीम आरोपी की तलाश कर रही
ADCP ने बताया- ठेकेदार मुकेश कुमार ने भी आरोपी को भगाने और उसका साथ देने में भूमिका निभाई। पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम को छिपाने के आरोप में क्लास टीचर सरिता सुनेजा, प्रिंसिपल प्रीति शुक्ला, सुपरवाइजर बसंत पांडेय और ठेकेदार मुकेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया।घटना छिपाने वाले सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। वहीं, छेड़छाड़ के मुख्य आरोपी मजदूर को खोजने के लिए 3 टीमें लगी हैं। जल्द ही उसको गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कौशांबी 9वीं की छात्रा से टीचर ने किया बैड टच कौशांबी में एक ट्यूशन टीचर ने 9वीं की छात्रा के साथ बैड टच किया। छात्रा कोचिंग सेंटर पर पढ़ने गई थी। टीचर ने छात्रा को कोचिंग सेंटर के कमरे की चाभी देकर कमरा खोलने के लिए कहा। छात्रा कमरा खोलकर जैसे ही अंदर गई, टीचर पीछे से आकर उसको पकड़ लिया। छात्रा ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। छात्रा का आरोप है कि ट्यूशन टीचर ने उसके साथ मारपीट की और गाली-गलौज भी की। चिल्लाने पर जान से मारने की धमकी दी। मामला कौशांबी के पिपरी थाना क्षेत्र का है। छात्रा घर पहुंची और पूरी बात अपने पिता को बताई। पिता बेटी को लेकर थाने पहुंचा। जहां पुलिस ने पिता को थाने पर बैठा लिया और बेटी को घर भेज दिया। जब पिता शाम तक घर नहीं पहुंचे तो बेटी अपनी मां के साथ थाने पहुंची। उसने पिता को छोड़ने की मांग की। इस पर पुलिस ने कहा कि इसने टीचर के साथ मारपीट की है। पिता को छुड़वाने के लिए शुक्रवार को मां-बेटी एसपी ऑफिस पहुंचे। जहां उन्होंने पूरा घटनाक्रम बताया। ASP राजेश कुमार ने पीड़ित की शिकायत पर सर्किल अफसर चायल को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। यह भी पढ़ें : 144 घंटे, 200 की टीम..नहीं मिले जज के पति: उन्नाव में तलाश बंद की गई; पिता बोले- हमें उम्मीद बेटा जिंदा वापस आएगा उन्नाव में जज के पति आदित्यवर्धन सिंह की लगातार 6 दिन यानी 144 घंटे तक तलाश की गई। NDRF, SDRF और PAC की 200 लोगों की टीम ने 45 किमी तक का एरिया छान मारा। दो दिन तक ड्रोन से भी तलाश की गई। लेकिन, आदित्यवर्धन का कुछ पता नहीं चला। 4 दिन तक माता-पिता और बहन पूरे-पूरे दिन यह आस लेकर गंगा घाट पर बैठे रहे कि उनका बेटा मिल जाएगा। पढ़िए पूरी खबर…