प्रतापगढ़ में ARTO ने बच्चों से भरी स्कूल बस को जब्त कर ली। बस को कार्यालय में खड़ी करवा दी। बच्चे 2 घंटे तक तेज धूप में भूख-प्यास से तड़पते रहे। पता चलने पर परिजन पहुंचे और हाथ जोड़कर ARTO के सामने गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन अधिकारी ने किसी की बात नहीं सुनी। गर्मी और उमस से कुछ बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। यह देख परिजनों ने हंगामा किया तो सूचना DM तक पहुंची। DM के आदेश पर बस को 2 घंटे बाद छोड़ा गया। मामला अंतू कोतवाली क्षेत्र का है। पूर्व विधायक बृजेश मिश्रा ने परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह से शिकायत की है। एआरटीओ दिलीप गुप्ता का कहना है- कागजात नहीं होने से बस को कब्जे में लिया गया। आरटीओ परिसर में खड़ा किया गया। बच्चों को सुरक्षित रूप से घर छोड़ दिया गया है। अब विस्तार से पढ़िए… बच्चों को घर छोड़ने जा रही थी बस
सोमवार दोपहर 1:30 बजे छुट्टी होने के बाद बस बिहारगंज स्थित एटीएस स्कूल से बच्चों को घर छोड़ने जा रही थी। बस के कागजात पूरे न होने पर एआरटीओ ने बस जब्त कर लिया। बच्चे समय पर घर नहीं पहुंचे तो परिजनों से बस के ड्राइवर को फोन किया। ड्राइवर ने कहा- बस को ARTO ने पकड़ लिया है। बच्चों से भरी बस को अपने कार्यालय में खड़ा करवा दिया है। बच्चों के घर वाले भागते हुए ARTO कार्यालय पहुंचे। परिजनों का आरोप है कि ARTO दिलीप गुप्ता से बस का छोड़ने का निवेदन किया, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। गर्मी से कुछ बच्चों की तबीयत भी बिगड़ गई। मासूम बच्चों के अभिभावक और स्कूल प्रशासन ने एआरटीओ कार्यालय पर जमकर हंगामा किया। स्कूल प्रशासन ने मामले की शिकायत डीएम से किया। डीएम के आदेश के बाद बच्चों से भरी बस को कार्यालय से छोड़ा गया। परिजन बोले- ARTO ने धमकाया
अभिभावक महेंद्र प्रताप ने बताया कि मेरा बच्चा जीटीएस स्कूल वालों ने फोनकर बताया कि स्कूल की बस ARTO ऑफिस के कैम्पस में खड़ी है। बच्चे भी बस में ही हैं। मौके पर पहुंचा तो बस में करीब 30 बच्चे बैठे थे। जिसमें मेरा भी बच्चा था। दिलीप कुमार गुप्ता से पूछा कि आपने बच्चों सहित गाड़ी को क्यों बंद किया, तो उन्होंने कहा कि गाड़ी के पेपर पूरे नहीं हैं। हमने कहा- गाड़ी आप बंद कर सकते हैं, लेकिन बच्चों और टीचर सहित गाड़ी को बंद किया है। तो कहा कि अभी यहां से चले जाओ नहीं तो मुकदमा लिखवा दूंगा। पूर्व विधायक ने परिवहन मंत्री से की शिकायत मामले में पूर्व विधायक और भाजपा नेता बृजेश मिश्रा ने परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह को पत्र लिखकर एआरटीओ दिलीप गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिलीप गुप्ता ने उनके साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। बच्चों को अनावश्यक रूप से परेशान किया। ARTO बोले- 10 मिनट में बच्चों को घर भेज दिया
एआरटीओ दिलीप गुप्ता ने बताया- स्कूलों वाहनों की फिटनेस के लिए चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें एक स्कूली बस को पकड़ा गया। कागजात अवैध पाए जाने पर बस को एआरटीओ ऑफिस ले आया गया। स्कूल प्रबंधक को सूचित किया गया कि दूसरा वाहन भेजकर बच्चों को घर पहुंचाएं। बस का 2021 से फिटनेस और परमिट समाप्त हो चुका था। इसी वजह से बस को कब्जे में लिया गया। आरटीओ परिसर में खड़ा किया गया। बच्चों को सुरक्षित रूप से घर छोड़ दिया गया है। इस कार्रवाई का उद्देश्य नियमों का पालन सुनिश्चित करना था। एआरटीओ ने कहा- इस बीच कुछ अराजक तत्वों ने बस को छुड़वाने के लिए हंगामा किया, तो पुलिस चौकी से सिपाही आए और मामले को शांत कराया। परिवहन मंत्री बोले- मामले की जांच करवाएंगे
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा- मामले की जांच करवाकर संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ये भी पढ़ें… ‘अखिलेश की इच्छा पूरी हुई, ठाकुर का एनकाउंटर हो गया’:यह कहकर रो पड़े अनुज के पिता, बहन बोली- इस सरकार में बहुत गलत हो रहा सुल्तानपुर डकैती कांड में STF ने सोमवार को एक और आरोपी अनुज सिंह को उन्नाव में मार गिराया। मंगेश यादव के बाद इस डकैती कांड में यह दूसरा एनकाउंटर है। अनुज के पिता धर्मराज सिंह ने कहा- अखिलेश यादव की इच्छा पूरी हो गई। अब ठाकुर का भी एनकाउंटर हो गया। उन्होंने कहा- जिन पर 35-40 केस हैं, उन्हें नहीं मारा जा रहा। मेरे बेटे अनुज पर सिर्फ एक केस सूरत में दर्ज था। उसका एनकाउंटर कर दिया गया। सरकार की जैसी मर्जी हो, वैसा करे। यह कहते हुए उनकी आंखें भर आईं।
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