जौनपुर में पूर्वांचल यूनिवर्सिटी की एक छात्रा ने प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उसका कहना है, प्रोफेसर मैसेज और कॉल कर अश्लील बात करते थे। केबिन में बुलाकर गलत जगह टच करते थे। छात्रा एनवायरन्मेंटल साइंस से Bsc. फर्स्ट ईयर में है। इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 11 सदस्यीय जांच कमेटी बना दी है। कमेटी की अध्यक्ष डॉ. नूपुर गोयल ने बताया कि मामला आंतरिक शिकायत जांच प्रकोष्ठ के पास आया है। पूरी जांच के बाद रिपोर्ट सौंपी जाएगी। सराय ख्वाजा थाने की पुलिस और आईटी सेल ने भी शनिवार को यूनिवर्सिटी पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी। पढ़िए छात्रा ने जो कुछ कहा छात्रा बोली- प्रोफेसर कहते थे वीडियो कॉल करो
छात्रा ने प्रोफेसर पर आरोप लगाया कि वे उसे नियमित रूप से वॉट्सऐप कॉल और चैटिंग करके परेशान करते हैं। अपने केबिन में बुलाकर अश्लील हरकतें करते हैं। शिकायत के अनुसार, प्रोफेसर शाम 7.30 से 8 बजे के बीच उसे फोन करके बातें करते हैं, वीडियो कॉल करने के लिए दबाव डालते थे। मुझसे कहते हैं, मुझे तुम बहुत पसंद हो। तुम्हारी महक मुझे अच्छी लगती है। एक दिन अपने केबिन में बुलाया। कहने लगे, जब रूस गया तो वहां एक 16 साल की लड़की मुझसे रिलेशन बनाने को तैयार हो गई थी। मैं उनके बातों का मतलब समझ रही थी कि वह मुझसे क्या कहना चाह रहे हैं। मैं वहां से वापस आ गई। छात्रा ने बताया कि जब वह प्रोफेसर की कॉल का जवाब नहीं देती या उनके चैम्बर में जाने से इनकार करती है, तो वे उसे अन्य छात्रों के सामने डांटते और अपमानित करते थे। प्रोफेसर ने विभागाध्यक्ष और सीनियर छात्रों के खिलाफ भी अभद्र टिप्पणियां की हैं। पिता बोले- यूनिवर्सिटी की छवि खराब हो रही है, कार्रवाई हो
छात्रा के पिता ने कहा- आज मेरी बेटी के साथ इस तरह की बात हुई है। कल किसी अन्य छात्रा के साथ भी इस तरह की घटना हो सकती है। इस तरह की घटनाओं से विश्वविद्यालय की छवि खराब हो रही है। अगर इस पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो कोई भी छात्रा यहां एडमिशन लेने से कतराएगी। प्रोफेसर छुट्टी पर, सभी अनुदान निरस्त किए गए
आरोपों के बाद मामला तूल पकड़ता देख यूनिवर्सिटी प्रशासन ने प्रोफेसर को छुट्टी पर भेज दिया है। यूनिवर्सिटी के विश्वसनीय सूत्रों की मानें, तो प्रोफेसर के सभी अनुदान निरस्त कर दिए गए हैं। इससे पहले भी कई छात्राओं ने प्रोफेसर के खिलाफ इसी तरह के गंभीर आरोप लगाए थे। लेकिन, अब तक विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से उचित कदम नहीं उठाए गए थे। थाना प्रभारी राज नारायण चौरसिया ने बताया- पुलिस को मीडिया सेल से इस खबर का पता चला था। आईटी सेल और थाने की पुलिस ने जानकारी इकट्ठा की है। प्रोफेसर छुट्टी पर चले गए हैं। जांच पड़ताल की जा रही है। यूनिवर्सिटी की तरफ से जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है। यह खबर भी पढ़ें… लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस पलटाने की साजिश: बलिया में रेल लाइन के बीच रखा पत्थर, लोको पायलट ने लगाया इमरजेंसी ब्रेक बलिया में ट्रेन पलटाने की साजिश हुई। बकुलहा-मांझी रेलवे स्टेशन के बीच पटरी पर पत्थर रख दिया गया। डाउन लाइन से आ रही लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस के लोको पायलट की नजर पड़ी, तो उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी। इसके बावजूद पटरी पर रखा पत्थर ट्रेन के कैटल गार्ड से टकरा गया। हालांकि, ट्रेन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। बाद में लोको पायलट ने सेफ्टी चेक करने के बाद ट्रेन को रवाना कर दिया। पढ़ें पूरी खबर