हाथरस जिला मुख्यालय से 27 किलोमीटर दूर है गांव रसगवां। यहां का डीएल पब्लिक स्कूल 23 सितंबर से चर्चा में है। वजह, यहां पढ़ने वाला छात्र कृतार्थ की हत्या, जिसे मैनेजर और उसके पिता ने तंत्र-मंत्र के नाम पर मार डाला। उन्हें भ्रम था कि इससे कर्ज से मुक्ति मिलेगी, विद्यालय तरक्की करेगा। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, बल्कि वे लोग जेल पहुंच गए। पुलिस अब तक इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस स्कूल को 4 साल पहले बनवाया गया था। 700 बच्चे पढ़ते थे, 15 टीचर थे। स्कूल का मैनेजर कर्ज में डूबा था। इसी से मुक्ति पाने के लिए बच्चों की बलि देना चाहता था। इसके लिए स्कूल के पास कोठरी भी बना रखी थी। इस वारदात के बाद यहां पढ़े रहे छात्रों के अभिभावकों को अपने बच्चों के भविष्य की चिंता सता रही है। स्कूल बंद है। तीन टीचर गिरफ्तार हो चुके हैं। अभिभावकों का कहना है, प्रशासन हमारे बच्चों को किसी और स्कूल में शिफ्ट कराए। वहीं, कृतार्थ के परिजनों ने स्कूल पर बुलडोजर चलाने की मांग की है। सीबीआई जांच की भी मांग की गई है। इस घटना के बाद दैनिक भास्कर टीम रसगवां गांव पहुंची। स्कूल के बारे में जानकारी जुटाई। गांव के लोगों, बच्चों के अभिभावकों और छात्र कृतार्थ के परिजनों से बात की… पहले एक नजर पूरे मामले पर…
चंदपा कोतवाली क्षेत्र में गांव चुरसेन है। यहां रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर श्रीकृष्ण का बेटा कृतार्थ (11) डीएल पब्लिक आवासीय विद्यालय में कक्षा- 2 में पढ़ता था। वह स्कूल के हॉस्टल में ही रहता था। उसके साथ 24 अन्य बच्चे भी रहते थे। 23 सितंबर की सुबह परिवार को स्कूल मैनेजर दिनेश बघेल ने सूचना दी कि कृतार्थ की तबीयत खराब है। जब घरवाले स्कूल पहुंचे, तो कृतार्थ उन्हें नहीं मिला। परिवार वालों ने दिनेश बघेल से कृतार्थ के बारे में पूछा, तो उसने इन लोगों को गुमराह किया। कहता रहा कि कृतार्थ को इलाज कराने के लिए ले गए हैं। परिवार ने थोड़ी देर बाद पुलिस को सूचना दी। इसके बाद सादाबाद के पास दिनेश बघेल को उसकी गाड़ी के साथ पकड़ लिया गया। इस गाड़ी में कृतार्थ की डेडबॉडी थी। जिसे वह ठिकाने लगाने जा रहा था। मामले में पुलिस ने स्कूल मैनेजर दिनेश बघेल, उनके पिता जशोधन समेत प्रिंसिपल लक्ष्मण सिंह, कंप्यूटर शिक्षक वीरपाल और एक अन्य टीचर रामप्रकाश को गिरफ्तार किया है। आंख खुलने पर बच्चे के मुंह में ठूंस दिया कपड़ा
एएसपी अशोक कुमार ने बताया- 22 सितंबर की रात टीचर राम प्रकाश सोते समय हॉस्टल से कृतार्थ को बाहर ले आया। इस दौरान जब कृतार्थ की आंख खुल गई, तो उसने उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। कृतार्थ ने जब शोर मचाने की कोशिश की, तो इन लोगों ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। उनकी योजना नलकूप की कोठरी में जाकर बलि देने की थी। पुलिस को मौके से रस्सी और कुछ धार्मिक तस्वीरें भी मिलीं। स्कूल के गेट पर भी कुछ तंत्र-मंत्र क्रियाओं के निशान लगे हुए मिले। अब जानते हैं उस स्कूल के बारे में, जहां वारदात हुई… 4 साल पहले खोला स्कूल, 700 बच्चे, 15 टीचर
गांव रसगवां के डीएल पब्लिक स्कूल में 700 बच्चे पढ़ते थे। 15 टीचर इस स्कूल में पढ़ाते थे। उन्हें 10 हजार से लेकर 20 हजार रुपए तक की सैलरी मिलती थी। मैनेजर दिनेश बघेल बीटेक पास है। वह मलेशिया में नौकरी करता था। 4 साल पहले मलेशिया से आने के बाद उसने घर के पास स्कूल खोला। शासन ने तो इसे कक्षा- 5 तक की मान्यता दे रखी थी, लेकिन विद्यालय के मैनेजर ने कक्षा- 8 तक की कक्षाएं अनधिकृत रूप से संचालित कर रखी थीं। इस क्षेत्र के कई गांवों में कोई प्राइवेट इंग्लिश मीडियम स्कूल नहीं है। विद्यालय में हॉस्टल भी बना दिया गया, जबकि परमिशन नहीं है। कर्ज से मुक्ति पाने के लिए देना चाहते थे बलि
स्कूल की मेंटेनेंस को लेकर प्रबंधक दिनेश बघेल ने 20 लाख का कर्ज लिया था। गांव वालों के अनुसार, कर्ज की वजह से दिनेश काफी परेशान रहने लगा था। कर्ज देने वाले लोग तगादा करते थे। उसने कई लोगों से यह ब्याज पर कर्ज ले रखा था। उसे डर सताने लगा था कि कर्ज के चक्कर में स्कूल से हाथ न धो बैठे। उसका पिता जशोधन तांत्रिक था। उसी ने बेटे दिनेश को सलाह दी कि अगर किसी बच्चे की बलि दोगे, तो कष्टों से मुक्ति पा जाओगे और हमारा स्कूल तरक्की करेगा। इन्हीं सब कारणों से तंत्र-मंत्र के चक्कर में कृतार्थ की हत्या कर दी गई। पहले भी एक छात्र को मारने की कोशिश की थी
गांव बहरदोई के अजीत सिंह के बच्चे के साथ भी इस स्कूल में मारपीट हुई थी। गांव बहरदोई के ही गावस्कर के बेटे राज के गले में फंदा डालकर उसे मारने की कोशिश की गई थी, लेकिन वह बच गया था। गावस्कर ने बताया, उनका बेटा राज इसी स्कूल में पढ़ता था। उनके बेटे के गले में फंदा डाल दिया था। इससे उनका बेटा बेहोश हो गया था। उन्होंने अपने बेटे का इलाज कराया था। 2 घंटे बाद उनके बेटे को होश आया। अध्यापकों ने उन्हें यह बताया था कि उनके बेटे को मिर्गी जैसा दौरा पड़ गया था। मैनेजर और उसके पिता के दिमाग में यह बात घर कर गई थी कि बिना किसी बच्चे की बलि दिए कर्ज से मुक्ति नहीं मिलेगी। विद्यालय तरक्की नहीं करेगा। इसी को लेकर इन लोगों ने यह पूरी योजना बनाई। नलकूप की कोठरी में थी बलि देने की योजना..
दिनेश बघेल और उसके तांत्रिक पिता ने छात्रों की बलि देने के लिए गांव में नलकूप की कोठरी में पूरी व्यवस्था कर रखी थी। यहां देवी-देवताओं की मूर्तियां, उनके चित्र के अलावा तंत्र-मंत्र का सामान रखा था। यहीं पर जशोधन अपनी तंत्र-मंत्र कि क्रियाएं करता था। वह कोठरी के गेट पर हमेशा ताला लगाए रहता था। यहां किसी को आने नहीं देते थे, जिससे शक ने हो। बच्चों के भविष्य को लेकर अभिभावक चिंतित
रसगवां गांव में रहने वाले राजेश्वर और बंशी का कहना है कि इस स्कूल में पढ़ाई अच्छी होती थी। लेकिन इतनी बड़ी घटना हो जाएगी, उन्होंने कल्पना नहीं की थी। जशोधन उर्फ भगत पहले तंत्र-मंत्र करता था, लेकिन अब तो उन्होंने यह काम छोड़ दिया था। पिछले कई दिन से स्कूल पर ताला लटका है। सन्नाटा पसरा है। हम अपने बच्चों का कहां एडमिशन कराएं? कई स्कूलों के चक्कर भी लगाकर आए हैं, लेकिन बच्चों का एडमिशन नहीं हो रहा। भविष्य की हमें चिंता सता रही है। प्रशासन को बच्चों के एडमिशन की व्यवस्था करनी चाहिए। ताऊ बोले- स्कूल पर बुलडोजर चलवाया जाए
छात्र कृतार्थ के ताऊ घनश्याम का कहना है, इस स्कूल पर बुलडोजर चलाया जाए। पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए। जो भी इस घटना में लिप्त हैं, उन्हें फांसी की सजा दी जाए। कृतार्थ के पिता ने जताई थी तंत्र-मंत्र में हत्या की आशंका
कृतार्थ के पिता श्रीकृष्ण ने आरोप लगाया था कि स्कूल मैनेजर का पिता जशोधन तांत्रिक है। वह तंत्र-मंत्र करता है। उनके बेटे की हत्या तंत्र-मंत्र के चक्कर में की गई है। इसके बाद पुलिस ने स्कूल के बच्चों और कुछ अभिभावकों के बयान लिए थे। जशोधन और कुछ अन्य लोगों से पुलिस ने जब कड़ी पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया। यह खबर भी पढ़ें… उत्तरप्रदेश में स्कूल की तरक्की के लिए बच्चे की हत्या, मालिक का तांत्रिक पिता गिरफ्तार यूपी के हाथरस में एक स्कूल की तरक्की के लिए 11 साल के छात्र की हत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक, स्कूल के मैनेजर (स्कूल मालिक) के पिता ने इस वारदात को अंजाम दिया। मैनेजर का पिता तांत्रिक है। उसका मानना था कि बच्चे की बलि देने से स्कूल की तरक्की होगी। पढ़ें पूरी खबर हॉस्टल में गला दबाकर कक्षा-2 के छात्र की हत्या:पिता बोले- तंत्र-मंत्र में मेरे बेटे को मार दिया, डेडबॉडी तक नहीं दिखाई हाथरस में 11 साल के छात्र की गला दबाकर हत्या की गई थी। इसका खुलासा मंगलवार को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ। बच्चे की बॉडी स्कूल प्रबंधक की कार में मिली थी। घरवालों ने इसे लेकर थाने में हंगामा किया था। इसके बाद पुलिस स्कूल मैनेजर दिनेश बघेल समेत कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पढ़ें पूरी खबर

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