बरेली में जिला मुख्यालय से 70 किमी दूर नवाबगंज क्षेत्र के केला डांडा गांव में अवैध मस्जिद का निर्माण कार्य रुकवाने का आरोप लगाते हुए रात 6 घंटे तक हंगामा चला। यह क्यूलड़िया गांव के अंतर्गत आता है। जहां एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा और प्रशासनिक अधिकारी भाजपा विधायक और हिंदू पक्ष के लोगों को समझाने में लगे रहे। भीड़ नारेबाजी कर हंगामा करती रही। हिंदू पक्ष के लोगों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि एक ईंट भी नहीं लगने दी जाएगी। न ही यहां दूसरे समुदाय के लोगों को नमाज पढ़ने दी जाएगी। शाम 5 बजे से शुरू हुआ हंगामा रात करीब 11:30 बजे तक चला। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस फोर्स तैनात रहा। यह है पूरा मामला
नवाबगंज क्षेत्र के केला डांडा में गांव में एक निर्माण काम हुआ। भाजपा नेताओं और हिंदू पक्ष ने चार माह पहले इसकी शिकायत पुलिस प्रशासन से करते हुए कहा कि दूसरे समुदाय के लोग यह मस्जिद बना रहे हैं। यहां बाउंड्री कर टीनशेड भी डाला गया। जहां हर शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद यहां दूसरे समुदाय के लोग नमाज अदा करने आते हैं। जिसके बाद प्रशासन ने चार माह पहले इस निर्माण कार्य के गेट पर ताला लगवा दिया था। शुक्रवार को गांव में नमाज के बाद दोनों समुदाय आमने आमने आ गए। जहां शाम को हिंदू पक्ष के लोगों ने अवैध मस्जिद बताते हुए एक हिस्से की दीवार को गिरा दिया। जिस पर जमकर हंगामा हुआ। दोनों समुदाय में पथराव हुआ और नारेबाजी हुई। जिसके बाद पुलिस फोर्स ने भीड़ को संभाला। फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी तैनात कर दी गई, जिससे कोई शरारती तत्व माहौल न बिगाड़ दे। भाजपा विधायक रात में धरने पर बैठे
मस्जिद का निर्माण रुकवाने के लिए रात में भाजपा विधायक अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। विधायक डॉ. एमपी आर्य का कहना है कि मस्जिद का निर्माण अवैध तरीके से करवाया जा रहा है। पहले भी इसकी शिकायत की गई थी। पुलिस की मिलीभगत से ये सब हो रहा है। भाजपा विधायक के धरने पर बैठते ही आसपास के गांवों के लोग भी पहुंच गए। जहां नारेबाजी हुई और मस्जिद यानी अवैध निर्माण को गिराने की बात करते हुए हंगामा करने लगे। देर रात तक बखेड़ा चला। अवैध निर्माण की दीवार गिराकर पथराव किया
हिंदू पक्ष के लोगों पर मस्जिद बताते हुए दीवार गिरा दी। जहां दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर पथराव कर दिया। छतों पर चढ़कर लोग ईंट बरसाते दिखे। जिससे पूरे गांव में माहौल गरमा गया। गांव के कुछ लोगों ने निर्माणाधीन दीवार को गिरा दिया। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में जमकर पथराव हुआ। छत से ईंट पत्थर बरसाने के वीडियो भी सामने आए हैं। इसके बाद गांव में सांप्रदायिक तनाव फैल गया। इसमें एक पड़ोसी गांव के गांव प्रधान की भूमिका की भी पुलिस जांच कर रही है। हिंदू पक्ष के 12 लोग देर रात छोड़े गए
एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा का कहना है कि हिंदू पक्ष के लोगों ने विवादित स्थल की दीवार गिरा दी। यह किसी व्यक्ति की निजी जमीन है। चार माह पहले निर्माण कार्य एसडीएम ने रुकवाया था। तभी से उसमें ताला लगा है। रात में हिंदू पक्ष के हिरासत में लिए गए 12 लोगों को एसडीएम ने मुचलके पर छोड़ा है। जहां गांव में पुलिस बल तैनात है।