बरेली SSP ऑफिस में एक महिला एडवोकेट ने आत्मदाह का प्रयास किया। वह डीजल भरा कैन लेकर पहुंची। यहां चिल्लाते हुए बोली-आज न मैं रहूंगी। न कोई मुझे धमकी देगा। इसके बाद उसने खुद पर डीजल उड़ेल लिया। यह सब देख मौके पर मौजूद सिपाहियों के होश उड़ गए। महिला सिपाही समेत पुरुष कॉन्स्टेबल उसकी ओर दौड़ पड़े। उसके हाथ से कैन छिनाया गया। जिस समय घटना हुई, उस समय SSP अनुराग आर्य अपने ऑफिस में नहीं थे। बहन के साथ पहुंची, पहले कहा- SSP से मिलना है करीब 12.30 बजे महिला अधिवक्ता अपनी बहन के साथ SSP ऑफिस पहुंची। पहले उसने कहा कि मुझे एसएसपी साहब से मिलना है। इस पर उसे बताया गया कि साहब अभी नहीं है। इसके बाद वह बाहर निकल आई। फिर उसने काले बैग में रखे डीजल के कैन को निकाल खुद पर डीजल उड़ेल लिया। मुझे रेप की धमकी मिली, कहते हैं एसिड अटैक करेंगे एसपी क्राइम ऑफिस में मौजूद थे। लेकिन महिला ने कहा कि मुझे एसएसपी से मिलना है। उसने बताया- मैं मीरगंज थाना क्षेत्र की हूं। अधिवक्ता हूं। गरीब परिवार से आती हूं। मेरे के पिता भी नहीं हैं। अपनी खेती बाड़ी और कचहरी बरेली में प्रैक्टिस से ही परिवार का भरण पोषण करती हूं। मैं रोज अपने गांव में अपने खेत से अपनी जानवरों के लिए चारा लेने के लिए जाती है। रास्ते में किराना की दुकान है। वहां पर गुंडे और दबंग लोग बैठते हैं और आते जाते महिलाओं को गलत नजर से देखते हैं। ग्राम का बब्बू, हसनैन उर्फ नन्हें लूला पुत्रगण बुलकिया यह लोग यहां गुंडागर्दी करते है और करवाते हैं। वह चाहती है कि रास्ते मे पड़ने वाली किराना दुकान को बंद किया जाए। महिला अधिवक्ता ने बताया- वह 24 अगस्त को समय लगभग 6 बजे अपनी बहन, मां के साथ चारा ला रही थी। तभी आरोपियों ने मुझको रास्ते में घेर लिया। मेरे और मेरी बहन के साथ छेड़छाड़ करने लगे तथा मारपीट भी। विरोध पर बाल पकड़कर जमीन में गिरा लिया। मेरे चिल्लाने पर काफी लोग पहुंच गए तो आरोपी जान से मारने, रेप करने और तेजाब डालने की धमकी देकर भाग गए। उन लोगों ने मेरे ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया महिला अधिवक्ता ने रोते-गिड़गिड़ाते हुए कहा- वो लोग लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं। मेरे ऊपर फर्जी मुकदमा भी दर्ज करा दिया। पूरे परिवार पर मुकदमा दर्ज करवा रखा है। मेरी बहन खिलाड़ी है। उसा करियर खराब करने की धमकी देते हैं। इसी से आहत होकर आज मैं आत्मदाह करने पहुंची थी। 15 दिनों से चक्कर लगा रही थी महिला अधिवक्ता ने कहा- मैं 15 दिनों से पुलिस के अधिकारियों के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंच रही थी। 5 दिन पहले भी एसएसपी दफ्तर ने आई थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मिली जानकारी के मुताबिक तब मौजूद अधिकारी ने महिला वकील के शिकायत पर मीरगंज पुलिस को मामले पर जांच करके उचित कार्रवाई के आदेश दिए थे । इस बीच महिला अधिवक्ता ने परेशान होकर आज आत्महत्या का प्रयास किया। नशे में कुछ महिलाएं घर में घुस गईं
महिला वकील ने कहा- गांव की कुछ महिलाएं जो पेशे से स्मैकिया और वेश्यावृत्ति से जुड़ी हैं। यह महिलाएं घर में घुसकर मेरे और मेरे परिवार के साथ गाली गलौज करने लगीं। मेरे साथ मारपीट की गई। अपने साथ तमंचा लेकर आई और बोली प्रधान मेरे घर का है और हमारी जेब में है। 3 घंटे में तुम लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा देंगे। थाने में अपन फुल सेटिंग हैं और मेरी मां और बहनों को जान से मारने की धमकी देकर चली गईं। तभी मैंने डायल 112 को कॉल किया। पुलिस करीब साढ़े सात बजे आई। इस दौरान सभी फरार हो गए। मैं मीरगंज थाने पहुंचकर प्रार्थना पत्र दिया। इसी दिन रात में करीब साढ़े 12 बजे मेरे घर के पीछे के दरवाजे और छत से कुछ लोग रेप की नियत से घुस गए। मैं, बहन और मां को लेकर अंदर बंद हो गई। वहीं से 1076 पर कॉल किया। रात में लगभग 2 बजे मेरे घर पुलिस आई और उन्होंने मौके से लोगों को भागते हुए देखा। महिला अधिवक्ता ने आरोप लगाया- 112 ने कोतवाल को सूचना दी तो उन्होंने कहा वकील पर कोई कार्रवाई मत करो, मेरी दूसरी पार्टी से बात हो गई है। उन लोगों ने हमारे परिवार पर झूठा केस लगवाया। ताकि हमारे घर की लड़कियों को सरकारी नौकरी न मिले। फिलहाल, पुलिस उसे महिला थाने ले गई है।