यूपी में मानसून जमकर बरस रहा है। शनिवार को 49 जिलों में 6.5 MM हुई। गाजीपुर में सबसे ज्यादा 64.8 MM बारिश में रिकॉर्ड की गई। आज 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। 18 जिलों में बिजली गिरने और बादल छाने की चेतावनी है। अगले 30 अगस्त तक बारिश की उम्मीद है। बलिया में सरयू नदी में पीपा पुल बह गया। लखीमपुर खीरी में नाले में नहाने गए 2 युवक डूब गए। इसमें से एक की मौत हो गई। दूसरे की तलाश की जा रही है। जौनपुर में नहर कट गई। इससे सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत से नहर को बांधा। 15 जिलों में 4 नदियां उफान पर
यूपी में 15 जिलों की 4 नदियां उफान पर हैं। बलिया में गंगा खतरे के निशान से ऊपर ही बह रही हैं। कानपुर और कन्नौज में गंगा वॉर्निंग लेवल के करीब हैं। 24 घंटे में कन्नौज और कानपुर में गंगा के जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी देखी गई है। इस सीजन बाढ़-बारिश से 17 की मौत
वाराणसी में गंगा के 40 घाट अभी भी जलमग्न हैं। छत पर आरती हो रही है। बोटिंग पर प्रतिबंध लगा हुआ है। हालांकि, गंगा में क्रूज सेवा चल रही है। इस सीजन बाढ़-बारिश से 17 लोगों की मौत हुई है। 2796 मेडिकल टीम प्रभावित इलाकों में लोगों का हेल्थ चेकअप कर रही है। यूपी से गुजर रही मानसून ट्रफ लाइन
BHU के मौसम वैज्ञानिक मनोज श्रीवास्तव ने बताया, यूपी में अगले 3-4 दिनों तक भारी बारिश होने के आसार हैं। ट्रफ लाइन सोनभद्र और बुंदेलखंड के इलाकों से गुजर रही है। इस वजह से यूपी में लगातार बारिश का मौसम बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी की ओर से नम हवा भी चल रही है। अब तक 11% कम बारिश
प्रदेश में 22 अगस्त तक 53 जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। वहीं, 22 जिलों में सामान्य और सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। 1 जुलाई से अब तक 490.4 MM बारिश हुई है। जो कि नॉर्मल 548.4 MM से 11 प्रतिशत कम है। अगले 5 दिनों तक बारिश का अलर्ट यूपी में बदलता मानसून का पैटर्न; 5 साल में 2022 में सबसे कम बारिश
IMD के आंकड़े बताते हैं- 2001 से यूपी में सामान्य मानसून की बारिश नहीं हो रही। साल दर साल इसमें कमी आ रही। यूपी में सामान्य बारिश तब मानी जाती है, जब यह 823 से 860 मिलीमीटर के बीच हो। 5 साल के आंकड़ों को देखने पर साफ हो जाता है कि कैसे प्रदेश में मानसून की बारिश में कमी आई। इस कमी का सीधा असर यहां के ग्राउंड वाटर लेवल पर पड़ा है। इन 5 साल में सबसे कम बारिश 2022 में हुई। यह नॉर्मल से करीब 36% तक कम थी। IMD के मुताबिक, 2019 में जून से सितंबर के बीच प्रदेश के ज्यादातर जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई थी। अलीगढ़, हापुड़, इटावा, बागपत, संभल, अमरोहा, बदांयू जैसे जिलों में 60 से 80 फीसदी तक कम बारिश हुई थी।

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