कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम में बांग्लादेशी सुपर फैन टाइगर रॉबी के साथ मारपीट और तबीयत बिगड़ने के साथ ही सुरक्षा को देखते हुए 24 घंटे के भीतर ही बांग्लादेश वापस भेज दिया गया। कानपुर से दिल्ली और फिर वहां सीधे ढाका शनिवार को रवाना कर दिया गया। वापसी के बाद पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने राहत की सांस ली है। बांग्लादेशी सुपर फैन टाइगर रॉबी के साथ ग्रीनपार्क की सी-बालकनी में मैच के दौरान अभद्रता और मारपीट की खबर सामने आई थी। इसके बाद रॉबी की तबीयत बिगड़ी और पुलिस ने विदेशी मेहमान होने के नाते सर्वोदय नगर के एक हाईक्लास हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। टाइगर रॉबी को मेटास्टेटिक लंग्स कैंसर और टीबी जैसी गंभीर बीमार
एडीसीपी इंटेलीजेंस राजेश श्रीवास्तव ने बताया- हॉस्पिटल में भर्ती रहने के दौरान जांच में सामने आया कि टाइगर रॉबी को मेटास्टेटिक लंग्स कैंसर और टीबी जैसी गंभीर बीमारी है। टाइगर रॉबी बिना खाए पिए स्टेडियम पहुंच गया था। बांग्लादेशी टीम को चीयरअप करने के दौरान एग्जर्शन से उसकी हालत बिगड़ी और खुद चलते हुए लड़खड़ाकर गिर गया। इसका CCTV भी सामने आया है। शुक्रवार रात को ही रॉबी को हॉस्पिटल प्रबंधन ने डिस्चार्ज कर दिया और उन्हें सिविल लाइंस के एक होटल में ठहराया गया था। शनिवार सुबह पुलिस की सुरक्षा में टाइगर रॉबी को कानपुर एयरपोर्ट से दिल्ली फ्लाइट से भेज दिया गया। दिल्ली से बांग्लादेश ढाका एयरपोर्ट पर भेज दिया गया। बांग्लादेश सुरक्षित पहुंचने के बाद कानपुर के पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने राहत की सांस ली। मेट्रो के मजदूरों के साथ सोया था टाइगर रॉबी
एडिशनल सीपी हरीश चंदर ने बताया- बांग्लादेशी सुपर फैन टाइगर रॉबी को कानपुर तक पहुंचने के लिए एक प्रशंसक ने फ्लाइट का इंतजाम किया था। कानपुर ग्रीनपार्क आने के बाद उसके पास होटल में ठहरने के लिए रुपए नहीं थे तो मेट्रो के मजदूरों के साथ सो गया था। 27 सितंबर को सुबह होते ही मैच देखने पहुंच गया था। इस दौरान उसने कुछ भी खाया पीया नहीं था। लेकिन पुलिस ने उसका बेहतर इलाज कराने के बाद फ्लाइट से कानपुर से दिल्ली और वहां से बांग्लादेश पहुंचाने का प्रबंध करा दिया। वह ढाका एयरपोर्ट से 100 किमी. दूर गांव में रहता है। बांग्लादेश में सुरक्षित पहुंचने के बाद विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि भी कर दी है। इलाज के नाम पर भारत आया था प्रशंसक
जांच के दौरान सबसे खास बात जो सामने आई है कि टाइगर मेडिकल वीजा पर 18 सितंबर से 30 सितंबर तक के लिए भारत आया था। उसने कोलकाता में इलाज कराने की भी बात कही है, लेकिन कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। टाइगर रॉबी पर क्रिकेट का जुनून इस कदर हावी है कि वह इतनी गंभीर बीमारी होने के बाद भी लगातार देश-विदेश में बांग्लादेश के हर एक मैच में शामिल होने जाता है। कानपुर भी इसी तरह पहुंच गया और उसकी तबीयत बिगड़ गई। बांग्लादेश के विरोध के चलते पुलिस अलर्ट
कानपुर में भारत-बांग्लादेश का जबरदस्त विरोध चल रहा है। विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने पुलिस को टेस्ट सीरीज नहीं कराने की चेतावनी भी दे डाली है। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस से जमकर झड़प भी हुई थी। इसके चलते कानपुर में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हैं। इसी बीच टाइगर रॉबी से मारपीट की खबर सामने आने के हड़कंप मच गया था। पुलिस अफसरों ने केस को हैंडल करते हुए टाइगर रॉबी का इलाज कराया और फिर डॉक्टरों की सलाह के बाद बांग्लादेश वापस रवाना कर दिया गया। ये खबर भी पढ़ें…
कानपुर में सिराज पर टिप्पणी की…इसलिए बांग्लादेशी फैन को पीटा:पुलिस ने बालकनी के पास से हटने को कहा था; रॉबी बोला था-मैं नहीं हटूंगा कानपुर में शुक्रवार को भारत-बांग्लादेश टेस्ट मैच के पहले दिन बांग्लादेशी समर्थक के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की। उसके कमर पर चोट आई, जिसके बाद उसे स्ट्रैचर पर लेटा कर स्टेडियम के बाहर हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। पढ़ें पूरी खबर