दिल्ली की CM बनने जा रही आतिशी मार्लेना की ससुराल यूपी के मिर्जापुर में हैं। उनके पति जिले के अनंतपुर गांव के रहने वाले हैं। इस वजह से आतिशी यूपी की बहू हैं। आतिशी के ससुर प्रो. पंजाब सिंह बीएचयू के पूर्व वाइस चांसलर रहे चुके हैं। आतिशी के सीएम बनने की जानकारी मिलते ही क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल हैं। मिर्जापुर के मझवां ब्लाक के अनंतपुर में वर्ष 2004 में पंजाब सिंह के इकलौते बेटे आईआईटियन प्रवीण सिंह के साथ आतिशी की शादी हुई थी। आतिशी का ससुराल पक्ष पंजाबी राजपूत हैं। आतिशी के पति प्रवीण सिंह रिसर्चर हैं। वह दिल्ली IIT से पास आउट है। इसके अलावा प्रवीण ने IIM की पढ़ाई अहमदाबाद से की है। करीब 8 साल तक कॉर्पोरेट सेक्टर में काम किया। सुर्खियों और चर्चा से दूरी बनाकर रखते हैं प्रवीण सिंह
अमेरिका की कंसल्टेंसी फर्म्स में काम के दौरान वह समाजसेवा के क्षेत्र में उतर गए। आम आदमी पार्टी की स्थापना के साथ ही जुड़े रहे। काम के प्रति लगन के चलते वह सुर्खियों और चर्चा से दूरी बनाकर रखते हैं। काम के प्रति लगन के चलते वह सुर्खियों और चर्चा से दूरी बनाकर रखते हैं। आतिशी ने सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आम आदमी पार्टी के विधायक दल की बैठक में आतिशी को नए मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया गया है । आतिशी ने सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है। आतिशी ने अपने जीवन के सात साल मध्यप्रदेश के एक गांव में बिताए, वहीं हुई प्रवीण से मुलाकात
आतिशी ने अपने जीवन के सात साल मध्यप्रदेश के गांव में बिताया। वहा एक एनजीओ की ओर से काम करते हुए उनका परिचय प्रवीण सिंह से हुआ। मित्रता प्रगाढ़ होने पर दोनों ने शादी कर ली। दोनों का विवाह वाराणसी में धूमधाम के साथ हुआ था। कई साल वह वाराणसी में रही। आतिशी के ससुर बीएचयू से सेवानिवृत होने के बाद से ही पंजाब सिंह वाराणसी के लंका क्षेत्र में रहे हैं। बीएचयू के पूर्व कुलपति रहे हैं आतिशी के ससुर
जिले के अनंतपुर गांव के रहने वाले प्रो. पंजाब सिंह आतिशी के ससुर हैं। बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रो. पंजाब सिंह ने सहायक अध्यापक के तौर पर अपने कैरियर की शुरुआत की थी। कृषि शोध एवं शिक्षा विभाग के सचिव व भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक के पद पर भी सेवा कर चुके हैं। मिर्जापुर के बरकछा में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय का राजीव गांधी दक्षिण परिसर है। इसकी स्थापना का श्रेय प्रो पंजाब सिंह को ही जाता है। 30 मई 2005 को काशी हिदू विश्वविद्यालय के कुलपति पंजाब सिंह बरकछा पहुंचे थे। उन्होंने बीएचयू का दक्षिण परिसर बनाने का ऐलान किया था। इसके बाद वर्ष 2006 में भूमि पूजन किया। उसी समय इसका नाम राजीव गांधी दक्षिणी परिसर रख दिया। 2700 एकड़ में फैले परिसर में आज हजारों छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। प्रोफेसर पंजाब सिंह 2005 से 2008 तक काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति रहे। गांव में खुशी का माहौल
कृषि शोध एवं शिक्षा विभाग के सचिव, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महासचिव, राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी के फेलो, रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विद्यालय विश्वविद्यालय झांसी की कुलाधिपति, कृषि एवं ग्रामीण उन्नति फाउंडेशन वाराणसी के अध्यक्ष समेत कई पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। गांव से उनका विशेष लगाव है। मौका मिलते ही वह गांव आ जाते है। गांव की बहू के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा से लोग गदगद है। ये भी खबर पढ़ें.. आतिशी 21 सितंबर को शपथ ले सकती हैं:LG ने केजरीवाल का इस्तीफा राष्ट्रपति को भेजा; एक हफ्ते में सरकारी मकान छोड़ेगे अरविंद दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना ने बुधवार को अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मंजूरी के लिए भेज दिया है। साथ ही उन्होंने नई मुख्यमंत्री आतिशी के शपथ ग्रहण के लिए 21 सितंबर की तारीख का प्रस्ताव भी राष्ट्रपति को भेजा है। पढ़ें पूरी खबर….

By

Subscribe for notification