कृष्ण जन्माष्टमी के लिए मेरठ के मंदिरों में विशेष सजावट की गई है। मंदिरों में झूला, फूल बंगला सजाया है। साथ ही ठाकुर जी का दरबार भी लगा है। कई मंदिरों में कृष्ण जन्म की झांकियों की तैयारी है। जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिरों में कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। मंदिरों की विशेष सजावट की गई है। मेलों का भी आयोजन किया गया है। श्रीकृष्ण-राधा की भव्य झांकियां सजाई जा रही हैं। बरसाने से बुलाए कारीगर
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर जिले के विभिन्न मंदिरों में आयोजन हो रहे हैं। ऐतिहासिक औघड़ नाथ मंदिर में कोलकाता से मंगाए गए विशेष फूलों से श्रीराधा-कृष्ण का फूल बंगला सजाया है। औघड़ नाथ मंदिर मंदिर सजावट के लिए वृंदावन से दस कारीगर बुलाए गए हैं। दोपहर तक सजावट पूरी हो जाएगी। औघड़ नाथ मंदिर की ओर आने वाले तीनों मार्गों पर रंग-बिरंगी लाइटों से सजावट की गई है। मंदिरों में होंगे विशेष आयोजन
आज और कल दोनों दिन जन्माष्टमी पर कार्यक्रम होंगे। श्रद्धालुओं के लिए श्रीराधा-कृष्ण मंदिर के पट खोल दिए जाएंगे। मध्य रात्रि में 11:30 बजे आरती, पंचामृत व उसके बाद प्रसाद वितरण होगा। कान्हा को चांदी के झूले में झुलाया जाएगा। अनुमान है कि लगभग एक लाख श्रद्धालु मंदिर में कान्हा के दर्शन करेंगे। औघड़ नाथ मंदिर के बाहर मेला भी लगेगा। थापरनगर स्थित श्रीकृष्ण मंदिर में भी भव्य सजावट की गई है। ठाकुर जी के लिए वृंदावन से मंगाई पोशाक
गंज बाजार सदर स्थित श्रीवामन भगवान मंदिर में ठाकुर जी की पोशाक विशेष रूप से वृंदावन से तैयार कर मंगाई गई है। मध्य रात्रि में आरती, पंचामृत व प्रसाद वितरण होगा। मंदिर के बाहर बच्चों के लिए झूले व चाट-पकौड़ी के ठेले भी लगेंगे। श्रीवामन भगवान मंदिर से शोभायात्रा निकलेगी। इसमें श्रीकृष्ण व राधा सखियों के संग मुख्य डोले पर विराजमान होंगे।