‘स्कूल में गुटबाजी पैदा हो गई थी। इसी कारण पापा अपना ट्रांसफर करवाना चाह रहे थे। वह पांच सालों से अपना ट्रांसफर करवाने में लगे थे। उन्होंने कई बार बीएसए समेत कई अफसरों को ट्रांसफर की अर्जी भेजी, लेकिन ट्रांसफर नहीं किया गया। बीते कुछ दिनों से उन्हें और ज्यादा परेशान किया जाने लगा। इन्हीं बातों से परेशान होकर उन्होंने सुसाइड कर लिया।’ यह कहना है अनुज सिंह का। जिनके पिता संजीव कुमार ने मंगलवार को सुसाइड कर लिया। वह कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक थे। बेटे की तहरीर पर पुलिस ने बीएसए समेत शिक्षक दंपती पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पहले एक नजर पूरे मामले पर… मंगलवार सुबह जल्दी स्कूल आ गए थे प्रधानाध्यापक संजीव गजरौला इलाके के सुल्तानठेर गांव के कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय ​​​​​ में प्रधानाध्यापक थे। वह मूल रूप से बछरायूं इलाके के जमानाबाद गांव के रहने वाले थे। संजीव की पत्नी गीता (45) गृहिणी हैं। उनके दो बेटे अनुज (23) और हर्ष (25) हैं। दोनों प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं। संजीव कुमार मंगलवार सुबह जल्दी स्कूल आ गए थे। उन्होंने ऑफिस में फांसी लगा ली। वह ऑफिस में मेज पर खड़े हुए और कुंडे से फंदा लगा लिया। 9 बजे जब बाकी टीचर और छात्र आए तो उनकी मौत का पता चला। पुलिस को 18 पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें संजीव कुमार ने अपना दर्द बयां किया है। यातनाओं से तो मरना अच्छा है… संजीव कुमार ने सुसाइड नोट में लिखा- मैं राघवेंद्र सिंह, सरिता सिंह और BSA मैडम से दुखी होकर आत्महत्या कर रहा हूं। राघवेंद्र और सरिता गाली-गलौज करते हैं। उनकी यातनाओं से तो मरना अच्छा है। मैं इनकी दंबगई 2 अप्रैल, 2019 से झेल रहा हूं। मैं इनकी जांच CBI से करवाना चाहता हूं। आरोपियों की दंबगई पूरे मंडल में चलती है.. उन्होंने लिखा- मेरी सभी अधिकारियों से हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि जांचकर्ता मुरादाबाद मंडल का न हो, क्योंकि इनकी दंबगई पूरे मंडल में चलती है। प्रताड़ना की सारी दास्तान सुसाइड रजिस्टर में लिखी है, जो 18 पेज का है। जब तक DM साहिबा और BSA मैडम न आए, तब तक मेरी बॉडी को छुना नहीं। मेरे पास स्कूल का कोई सामान नहीं है। दोनों टैबलेट नई वाली सेफ में रखे हैं। परिमा शर्मा को स्कूल का इंचार्ज बनाना है। वही, सबसे सीनियर टीचर हैं। अब पढ़िए प्रधानाध्यापक के बेटे ने क्या कहा… राघवेंद्र मेरे पापा पर गलत कामों के लिए दबाव बनाता था अनुज सिंह ने बताया- 2019 में जब यह स्कूल कंपोजिट विद्यालय बना था। पापा प्रधानाध्यापक बने थे, तभी से शिक्षक राघवेंद्र पापा से रंजिश रखता था। गाली-गलौज करता था। स्कूल में उल्टे-सीधे काम कराने का दबाव बनाता था, लेकिन पापा ने उसकी बातें नहीं मानीं। उन्होंने स्कूल को अच्छे से चलाने का काम किया। राघवेंद्र सिंह के बीएसए से अच्छे संबंध थे राघवेंद्र और उनकी शिक्षिका पत्नी मेरे पापा को परेशान कर रहे थे। राघवेंद्र सिंह के BSA मोनिका सिंह से अच्छे संबंध हैं, इसलिए वह पापा पर दबाव बनाता था। कहा, अगर पापा का इस स्कूल से ट्रांसफर हो जाता तो आज वह दुनिया में होते। इस तरह सुसाइड नहीं करते। पीएम कराने के बाद दर्ज किया गया मुकदमा वहीं मामले में थाना प्रभारी सुधीर कुमार ने बताया कि शव का पीएम कराया गया है। साथ ही इस मामले में मृतक के बेटे की तहरीर पर बीएसए मोनिका, सहायक अध्यापक राघवेंद्र, सहायक अध्यापिका सरिता के खिलाफ आत्महत्या करने को मजबूर करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

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