5 दिन की बारिश के बाद यूपी की नदियां उफान पर हैं। अयोध्या में सरयू नदी के पानी में घाट डूब गए। श्मशान घाट पर पानी आ चुका है। प्रयागराज में सड़कों पर अंतिम संस्कार किया जा रहा। देहात इलाकों में 10 हजार से ज्यादा घरों में पानी घुस गया। वाराणसी गंगा का जलस्तर रविवार को पहली बार वॉर्निंग लेवल पार कर गया। 85 घाट गंगा में डूब गए। 5 कॉलोनियों में पानी भर गया और 25 हजार लोग प्रभावित हैं। बस्ती में सरयू में बाढ़ के चलते एक मकान नदी में समा गया। झांसी में सरकारी गोदाम के अंदर बारिश का पानी भरने से 5 करोड़ रुपए का अनाज सड़ गया। पीलीभीत में पानी के तेज बहाव में बाइक सवार 2 युवक बह गए। 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों को स्थानीय लोगों ने बचाया। इसका वीडियो भी सामने आया है। लखीमपुर में शारदा खतरे के निशान से 60 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। पलिया तहसील टापू बन गया। 1 लाख लोग फंसे हैं। 170 से अधिक गांवों में बाढ़ आ गई। गोंडा में घाघरा नदी खतरे के निशान से 87 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। 20 गांवों में बाढ़ आ गई। IMD के अनुसार, आज 29 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट है। यूपी के 43 जिलों में औसत से कम बारिश
यूपी में रविवार को औसतन 2.2 मिमी बारिश हुई। सहारनपुर में सबसे ज्यादा 40.4 मिमी बारिश हुई। जबकि 52 जिलों में पानी नहीं बरसा। 1 जून से अब तक 638.1 मिमी बारिश हुई है। जो कि नॉर्मल 692 मिमी से 8% कम है। हिमालय के तराई और मध्यप्रदेश से सटे जिलों में ही अच्छी बारिश हुई। 2023 में यूपी में पूरे मानसून सीजन यानी कि 120 दिनों में 620.9 मिमी बारिश हुई थी। ये नॉर्मल के 746.2 MM से 17% कम थी। 1 जून से अब तक 43 जिलों में औसत से कम बारिश हुई। सिर्फ 12 जिले ऐसे हैं, जहां अब तक सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है।