वाराणसी में CM योगी सोमवार रात विकास परियोजनाओं का निरीक्षण करने ग्राउंड पर उतरे। योगी का काफिला सोमवार रात 9 बजे सर्किट हाउस से निकला तो पूरे जिले के वायरलेस सेट पर अलर्ट जारी हो गया। सड़कों पर ट्रैफिक रोक दिया तो पुलिसकर्मी मुस्तैद हो गए। कचहरी-आशापुर संदहा मार्ग का चौड़ीकरण देखने पहुंचे योगी ने बारीकी से हर काम को देखा। कार्यदायी संस्था को चौड़ीकरण का काम जल्द पूरा करने को कहा। इसके बाद योगी और अधिकारी सारनाथ प्रो-पुअर और सारंगनाथ महादेव मंदिर पहुंचे। मंदिर के रेनोवेशन की प्रगति का निरीक्षण किया। कार्यदायी संस्थाओं और इंजीनियर्य को मानक के हिसाब से समय पर काम पूरा कराने की हिदायत दी। योगी के सवालों पर अधिकारी जवाब देने में हड़बड़ाने लगे। तब योगी ने मुस्कुराते हुए अगले प्रोजेक्ट पर बात शुरू कर दी। उन्होंने कहा- निर्माण कामों में गुणवत्ता के साथ ही सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखें। पहले निरीक्षण की तस्वीरें देखिए राहत सामग्री बांटी, बच्चों को टॉफी और चॉकलेट दी
जेपी मेहता इंटर कॉलेज में बाढ़ पीड़ितों के राहत शिविर में योगी पहुंचे। राहत सामग्री दी, बच्चों को टॉफी और चॉकलेट दी। फिर सर्किट हाउस लौट आए। तब अधिकारियों ने राहत की सांस ली। वहीं, आज मंगलवार दोपहर तक CM कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे, इसके लिए पुलिस ने डायवर्जन जारी किया है। योगी ने समीक्षा में पूछा- बारादरी का गुंबद गिरने का जिम्मेदार कौन?
समीक्षा बैठक में योगी ने रोपवे परियोजना में देरी पर भी नाराजगी जताई। इस पर DM ने तीन स्टेशन का निर्माण काम दिसंबर तक और बचे स्टेशनों का काम मार्च-2025 तक पूरा करने की बात कही। योगी ने रामनगर स्थित शास्त्री घाट पर बारादरी का गुंबद गिरने से श्रमिक की मौत को गंभीरता से लिया। नाराजगी जताते हुए पर्यटन विभाग, कार्यदायी संस्था, कॉन्ट्रैक्टर और नोडल अधिकारी के खिलाफ जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया। शास्त्री घाट पर बने सभी गुंबदों को दोबारा खोलकर उनका रेनोवेशन करने और पूरे काम क्षेत्र की बैरिकेडिंग कराने की बात कही। कार्यदायी संस्था UPPCL के सभी कामों की जांच कराने का निर्देश दिया। समीक्षा बैठक में DM एस. राजलिंगम ने योगी के सामने शहर में शिक्षा, स्वास्थ्य और लोक निर्माण आदि विभागों की परियोजनाओं की जानकारी प्रोजेक्टर पर दी। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कानून व्यवस्था की जानकारी दी। बाढ़ का स्थायी समाधान करने को कहा
योगी ने कहा- बाढ़ का स्थायी समाधान करें। वरुणा रिवर फ्रंट को मॉडल के रूप में विकसित करें। इसमें सीवर और दूषित पानी न गिरे। बाढ़ के दौरान गंगा का पलट प्रवाह वरुणा नदी में न हो यानी गंगा का पानी वरुणा में न लौटे। वरुणा में हमेशा पानी रहे, इसलिए जगह-जगह चेकडैम बनाएं। नदी के दोनों तरफ घने पौधे लगाएं। देसी पद्धति पर ड्रेनेज का मॉडल विकसित करें। सभी फ्लाईओवर के नीचे सुंदरीकरण का काम कराएं। भवनों के बेसमेंट में पार्किंग बनवाएं। नोडल अधिकारी करें मॉनिटरिंग, जीरो पाॅइंट पर रोकें ओवरलोड वाहन
योगी ने कहा- हर विकास काम की मॉनिटरिंग के लिए एक नोडल अधिकारी का नाम तय करें। हर घर नल योजना के सभी कामों को 100% पूरा कराएं। IGRS, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से मिली शिकायतों का समय पर समाधान कराएं। ओवरलोडेड ट्रकों और वाहनों को जीरो पाॅइंट पर ही रोकें। उन पर कार्रवाई करें। टूरिस्ट पुलिसिंग को प्रभावी बनाएं। सुरक्षा के मद्देनजर फुट पेट्रोलिंग बढ़ाएं। होटलों, दुकानों आदि में लगे अग्निशमन यंत्रों को अपडेट रखने की व्यवस्था कराएं। नाविकों, स्ट्रीट वेंडरों, व्यापारियों आदि समूहों के साथ नियमित बैठक करें। योगी के साथ समीक्षा में शामिल रहे अधिकारी-मंत्री
योगी की बैठक में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल, राज्यमंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, डॉ. अवधेश सिंह, टी राम, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम सहित अन्य विभागीय अधिकारी शामिल रहे। बच्चों को देखते ही दुलारने लगे योगी, तस्वीरें देखिए…