सीएम योगी ने लखनऊ में कारोबारियों से कहा- अगर आप दस कदम चलेंगे, तो हम आपके साथ 100 कदम चलने को तैयार हैं। 2017 से पहले यूपी में दंगे होते थे। महीनों तक कर्फ्यू लगे रहते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं। आज यूपी इन्वेस्टर के लिए ड्रीम डेस्टिनेशन है। यूपी अब भारत के विकास का बैरियर नहीं, बल्कि विकास का ग्रोथ इंजन बन गया है। लोक भवन में सीएम योगी ने 32 कारोबारियों को 1300 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि दी। 10715 करोड़ रुपए की 28 निवेश प्रस्ताव को लेटर आफ कंफर्ट का प्रमाण पत्र दिया। सीएम की बड़ी बातें पढ़िए… 1- 2017 से पहले कोई भी कारोबारी यूपी नहीं आता था
ये आयोजन सिर्फ इन्सेंटिव वितरण का नहीं, बल्कि शासन के कमिटमेंट के प्रति आपका विश्वास और सुदृढ़ हो इसलिए भी है। ये सच है कि 2017 के पहले यूपी में ऐसा माहौल नहीं था। यहां कोई भी कारोबारी निवेश नहीं करना चाहता था। पहले की सरकारों की ऐसी सोच ही नहीं थी। यूपी भारत का ग्रोथ इंजन बने, ऐसा कोई लक्ष्य नहीं था। इसके बजाय पहले की सरकारों ने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया। किसानों, नौजवानों और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया। 2- यूपी के युवाओं के सामने पहचान का संकट था
पहले यूपी के युवाओं के सामने पहचान का संकट था। इन्फ्रास्ट्रक्चर कानून व्यवस्था सब लचर थी। हमारी सरकार को 7 वर्ष से ज्यादा हो चुके हैं। हमने निवेश के लिए स्टेकहोल्डर्स के सुझाव लिए। समय-समय पर इस पर कार्य किया। प्रदेश भर में फेलो भी तैनात किए। मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्य सचिव कार्यालय इसका मॉनिटरिंग करता है। इसी का परिणाम है कि आज हमारे पास 40 लाख करोड़ के निवेश हैं। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 10 लाख करोड़ के निवेश धरातल पर हैं। 3- जो असंभव था, हमने संभव करके दिखाया
जो लोग इन सब पर कमेंट करते है। वो लोग देखें कि उनके लिए जो असंभव था, उसको हमने संभव करके दिखाया है। आज यूपी वन ट्रिलियन इकोनॉमी की ओर बढ़ रहा है। हम 36 हजार एकड़ जमीन पर बीडा बसा रहे हैं। 4- यूपी पहले बिजली को तरसता था
यूपी पहले बिजली को तरसता था। आप उद्यमी भी अन्य प्रदेशों में देखते होंगे, विपक्षी दल इस दिशा मे रोड़े अटकाते हैं। आज यूपी के सभी 75 जिलों में बिना भेदभाव बिजली आपूर्ति होती है। इसके साथ ही हम रिन्यूएबल एनर्जी की भी सुविधा देते हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए इंटरस्टेट कनेक्टिविटी बढ़ाई गई है। यह खबर भी पढ़ें. योगी के ‘लाल टोपी-काले कारनामे’ पर अखिलेश का पलटवार:लाल रंग मिलन का प्रतीक, जिनके जीवन में अभाव…वो दुर्भावना रखते हैं सीएम योगी के लाल टोपी, काले कारनामे वाले बयान पर अखिलेश यादव ने पलटवार किया। उन्होंने सीएम का बिना नाम लिए कहा- अच्छा-बुरा कोई रंग नहीं, बल्कि नजरिया होता है। लाल रंग मिलन का प्रतीक होता है। जिनके जीवन में प्रेम-मिलन, मेल-मिलाप का अभाव होता है, वो अक्सर इस रंग के प्रति दुर्भावना रखते हैं। यही नहीं, जिनके जीवन में ममत्व या सौभाग्य तत्व का अभाव होता है, वो काले रंग के प्रति दुर्भावना पाल लेते हैं। पढ़ें पूरी खबर