गाजियाबाद में इंटीरियर डिजाइनर तरुण पंवार की बेदर्दी से हत्या करने वाले 3 आरोपी जेल जा चुके हैं। 6 की तलाश जारी है। जिन आरोपियों को पकड़ा गया है, उनमें डिजाइनर की प्रेमिका भी शामिल है। तीनों ने पुलिस को बताया कि वह 12 घंटे तक तरुण पंवार की लाश के पास ही बैठे रहे। इसके बाद उसे ठिकाने लगा दिया। मुख्य आरोपी पवन ने हत्या की बात कबूल करते हुए कहा- मैं अंजली के लिए कुछ भी कर सकता हूं। मैंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर तरुण के शरीर के 5 टुकड़े किए। इसके बाद उसे अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया। पवन के इस खुलासे के बाद गाजियाबाद पुलिस इंटीरियर डिजाइनर के शव के टुकड़े तलाश रही है। उसका कटा हुआ दाहिना पैर बरामद कर लिया गया है। आखिर क्यों और कैसे इंटीरियर डिजाइनर की हत्या की गई? मामले में क्या कुछ खुलासा हुआ? लाश के टुकड़े कहां-कहां फेंके गए? चलिए एक-एक कर सारे सवालों के जवाब जानते हैं… सबसे पहले एक नजर पूरे मामले पर
गाजियाबाद के नंदग्राम थाने में 20 अगस्त को रविंद्र कैंर ने एक तहरीर दी। उन्होंने बताया- मैं राजनगर एक्टेंशन की KW सृष्टि सोसाइटी के अपार्टमेंट में रहता हूं। मेरे बेटे का नाम तरुण पंवार है, जो 35 साल का है। तरुण इंटीरियर डिजाइनर है। 16 अगस्त को वह घर से काम के लिए निकला, लेकिन वापस नहीं लौटा। मुझे लगता है कि किसी ने उसे किडनैप कर लिया है। मैंने 17 अगस्त को बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लेकिन उसका पता नहीं चल सका। इसलिए किडनैपिंग का केस दर्ज कर बेटे को ढूंढा जाए। पुलिस ने पिता की तहरीर पर एक्शन लिया। तरुण की कार 20 अगस्त को यशोदा हॉस्पिटल नेहरूनगर की पार्किंग में खड़ी मिली। पुलिस ने यशोदा हॉस्पिटल की पार्किंग के CCTV खंगाले। इसमें 2 संदिग्ध दिखे। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले तो दोनों कुछ भी बताने से मना करते रहे। लेकिन, पुलिस की सख्ती के आगे टूट गए। उन्होंने तरुण के गायब होने के बाद की पूरी हकीकत सुना दी। अब जानते हैं आरोपियों ने क्या कुछ कबूल किया… मैं अंजली को बहुत प्यार करता हूं, वो सिर्फ मेरी है DCP राजेश कुमार ने बताया- तरुण पंवार जिस सोसाइटी में रहता है, उसके पास ही औरा काइमेरा सोसाइटी है। इस सोसाइटी में रहने वाली एक लड़की यहीं हेल्प डेस्क इंचार्ज है। उसका नाम अंजली है। कुछ दिन पहले तरुण और अंजली की दोस्ती हुई थी। लेकिन, उसका दूसरा बॉयफ्रेंड भी था। इसका नाम- पवन है। सीसीटीवी में पवन अपने एक साथी वंश के साथ देखा गया। उसने तरुण के मर्डर की बात कबूल की। DCP के मुताबिक पवन ने बताया- मैं अंजली को बहुत प्यार करता हूं। वो किसी और की नहीं हो सकती। वो सिर्फ मेरी है। तरुण उसे रोज रात में फोन करता था। वो उसके लिए पागल हो गया था। मुझे यह बात बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगी। मैंने जब अंजली से पूछा कि क्या कुछ चल रहा है। तो उसने भी यही कहा कि तरुण को सिर्फ दोस्त मानती है, लेकिन तरुण लिमिट क्रॉस कर रहा है। इसके बाद मैंने उसे रास्ते से हटाने की प्लानिंग कर ली। इसमें मैं, वंश, अंजली और 6 लोग थे। अंजली का जीजा अक्षय भी उसे मारना चाहता था। तो वह भी हमारे साथ था। पवन के इस बयान के बाद पुलिस ने अंजली को हिरासत में ले लिया। शादीशुदा है अंजली, जीजा से चल रहा था अफेयर हत्या के आरोप में पकड़ी गई अंजली ने बताया- मेरी शादी हो चुकी है। लेकिन पति से विवाद हो गया था। इसके बाद मैं अकेले रह रही थी। मेरा बहनोई अक्षय से अफेयर चल रहा था। लेकिन, वह मुझे टाइम नहीं देता था। इसके बाद मैं पवन के संपर्क में आ गई। पवन मेरी फिक्र करता था। एक रोज तरुण से पार्क में मुलाकात हुई। हमारी फ्रेंडशिप हुई। लेकिन, तरुण बहुत ज्यादा सीरियस हो गया था। अंजली ने कहा- मैंने तरुण का नंबर दूसरे नाम से सेव कर लिया था। क्योंकि पवन को उसके बारे में पता चल गया था। एक दिन मैं पवन के साथ थी, तब ही उसका कॉल आया। मैं उसे मना कर रही थी कि बाद में बात करूंगी। लेकिन उसका पागलपन बढ़ गया। उसने मुझे फोन पर गालियां दीं। हत्या करने के लिए दिया इंटीरियर के काम का ऑर्डर
पकड़े गए आरोपी वंश ने बताया- पवन और अंजली के कहने पर हम लोगों ने प्लानिंग की। अंजली का जीजा अक्षय, हमारे दूसरे दोस्त- मनोज, जीते, अंकुर, दीपांशु और अंकित एक साथ इकट्ठा हुए। प्लानिंग हुई कि उसे घर से बुलाया जाएगा। इसके बाद उसका काम तमाम कर दिया जाएगा। इसके लिए हम लोगों ने फर्जी आईडी पर सिम कार्ड और मोबाइल खरीदा। फिर पवन ने उसी से कॉल करके तरुण को इंटीरियर का काम दिलवाने की बात कही। 16 अगस्त को उसे मोरटा बुलाया। यहां से हम लोग उसे मधुबन बापूधाम में मनोज के घर ले गए। उसे बहुत मारा, बेहोश हुआ तो गला दबा दिया
पकड़े गए आरोपियों ने बताया- मनोज के घर पर पवन, जीते, अंकुर, दीपांशु और अंकित पहले से मौजूद थे। जैसे ही हम लोग तरुण को लेकर पहुंचे। सभी ने उसे पीटना शुरू कर दिया। हमने उसे रस्सी से बांध दिया। करीब दो घंटे तक उसकी पिटाई की। जब वो बेहोश हो गया, तब उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। दीपांशु ने तरुण के सिर पर डंडा मारा था, इसके बाद वह बेहोश हो गया था। अंकुर घर के बाहर खड़ा होकर निगरानी कर रहा था। उसे दिन में ही मार डाला गया था। इसके बाद जिस कमरे में हत्या की गई। वहां पवन, वंश और अंजली को रोक दिया। हम लोग बाहर निकल आए। करीब 12 घंटे बाद हमने तरुण की डेड बॉडी बाहर निकाली। बाइक से लाश ले गए, फिर कार की डिग्गी में डाली
पवन ने पूछताछ में बताया- 16 अगस्त की रात 12 बजे के बाद हम तरुण की लाश को डिस्कवर बाइक पर रखकर कमरे से 250 मीटर दूर ले गए। यहां वैगनआर गाड़ी खड़ी थी। इसी कार की डिग्गी में उसकी लाश रखी। मैंने गाड़ी चलाई। वंश मेरे साथ बराबर में बैठा रहा। पीछे वाली सीट पर दीपांशु बैठा था। अंकित बाइक से आगे-आगे चल रहा था और निगरानी कर रहा था। मैं कार लेकर सीधे बुलंदशहर जिले में बीबीनगर थाना क्षेत्र की सेहरा नहर पर पहुंचा। यहां फावड़े और दरांती से लाश के पांच टुकड़े किए। कुछ टुकड़े सेहरा नहर में फेंक दिए। इसके बाद वहां से आगे बढ़ गए। करीब 12 किलोमीटर दूर हम लोग बाबूगढ़ नहर पर पहुंचे। यहां भी हमने तरुण की लाश के टुकड़े फेंके। लाश डंप करने के बाद हम गाजियाबाद लौट आए। इसके बाद मैं और वंश, तरुण की KIA गाड़ी लेकर यशोदा हॉस्पिटल पहुंचे। यहां पार्किंग में उसकी गाड़ी खड़ी की और वापस ऑटो से अपने-अपने घर लौट गए। यह नहीं पता था कि हम लोग CCTV में कैद हो जाएंगे। नहर में मिले पैर की DNA जांच होगी
DCP राजेश कुमार ने बताया- सेहरा नहर में फेंके गए टुकड़ों में दाहिना पैर बरामद हो गया है। ये पैर बुलंदशहर जिले में औरंगाबाद क्षेत्र की रामगढ़ झाल गेट पर जाकर अटक गया था, जिसका पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। DNA जांच भी कराई जाएगी। हापुड़ और बुलंदशहर में की जा रही तलाश
DCP ने बताया- तरुण के सिर और धड़ की तलाश हापुड़ और बुलंदशहर में भी की जा रही है। आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल फावड़ा, दरांती, वैगनआर कार, खून से सने दो गद्दे और मृतक की गाड़ी रिकवर कर ली गई है। इस केस में महिला अंजली सहित मुख्य हत्यारोपी पवन और वंश की गिरफ्तारी हो चुकी हैं। बाकी 6 आरोपी दीपांशु, अक्षय, जीते, अंकुर, मनोज और अंकित फरार चल रहे हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें लगी हुई हैं। किडनैपिंग की FIR में हत्या की धाराएं भी बढ़ाई गई हैं। यह खबर भी पढ़ें… पीलीभीत के मौलवी ने 5 बच्चियों से किया रेप: उत्तराखंड के मदरसे में अश्लील वीडियो दिखाता, धमकी देता-किसी को बताया तो जिन्न छोड़ दूंगा पीलीभीत के रहने वाले एक मौलवी ने उत्तराखंड में मदरसे की 5 से 9 साल की 5 बच्चियों के साथ रेप किया। उन्हें धमकाता कि किसी को बताया तो जिन्न छोड़कर तुम्हारे मां-बाप को मरवा दूंगा। पुलिस ने आरोपी मौलवी को गिरफ्तार कर लिया है। पढ़ें पूरी खबर…

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