पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की याचिका पर आज 30 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। वे सुल्तानपुर के सपा सांसद रामभुआल निषाद के खिलाफ कोर्ट पहुंची हैं। उनका आरोप है- सपा सांसद ने 2024 लोकसभा चुनावी हलफनामे में 4 केस छिपाए। उन्होंने इन मुकदमों का जिक्र नहीं किया, इसलिए उनका निर्वाचन खारिज किया जाए। लोकसभा चुनाव 2024 में पहली बार समाजवादी पार्टी ने सुल्तानपुर में अपना खाता खोला था। सपा से रामभुआल निषाद ने भाजपा प्रत्याशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को 43,174 मतों से हराया था। अब पढ़िए मेनका गांधी ने क्या आरोप लगाए… 12 मुकदमों में 8 केस का ही किया जिक्र
पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने याचिका में कहा- चुनावी शपथ पत्र में पूर्व मंत्री और सपा सांसद राम भुआल निषाद के खिलाफ 12 आपराधिक मामले लंबित हैं। उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में सिर्फ 8 का ही जिक्र किया है। उन्होंने आपराधिक मामले को छिपाने को भ्रष्ट आचरण करार देते हुए उनका निर्वाचन खारिज करने की मांग की। 27 जुलाई को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में मेनका गांधी ने याचिका दायर की थी। 14 अगस्त को हाईकोर्ट से खारिज हुई थी याचिका
हाईकोर्ट ने 14 अगस्त को मेनका गांधी की याचिका को खारिज करके उन्हें बड़ा झटका दे दिया था। इस फैसले से सपा खेमे ने काफी राहत की सांस ली थी। कोर्ट ने याचिका को समय सीमा के उल्लंघन और जनप्रतिनिधित्व एक्ट की धारा 81 और 86 के खिलाफ माना। यह जनप्रतिनिधित्व एक्ट 1951 के तहत दी गई समय सीमा 45 दिन से 7 दिन बाद दायर की गई थी। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा- मेनका गांधी की याचिका समय सीमा से बाधित थी। इस कारण इस याचिका को खारिज किया जाता है। कोर्ट ने मामले में 5 अगस्त को सुनवाई पूरी कर ली थी और फैसला सुरक्षित रख लिया था। केस की सुनवाई जस्टिस राजन रॉयक की एकल पीठ ने की और मेनका गांधी की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ लूथरा ने दलीलें पेश की थीं। हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने पर 18 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में वकील सुप्रिया जुनेजा ने मेनका गांधी की तरफ से याचिका दाखिल की थी। पिछली सुनवाई 20 सितंबर को हुई थी
याचिका पर 20 सितंबर को जस्टिस सूर्याकांत और जस्टिस उज्जल भुइयां की बेंच ने सुनवाई की थी। तब 30 सितंबर अगली डेट दी थी। मेनका गांधी ने अलग से एक याचिका दाखिल कर जनप्रतिनिधित्व कानून के उस प्रावधान को भी चुनौती दी है, जिसमें इलेक्शन पिटीशन दाखिल करने की समय सीमा का भी जिक्र किया गया है। यह भी पढ़ें:- मुरादाबाद में संगीत सोम बोले-अफसरों को जूतों से पिटवाऊंगा:डेढ़-डेढ़ जिले के नेता 10-10 टिकट ले आते हैं, क्षत्रिय मारे-मारे फिर रहे भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम रविवार को मुरादाबाद पहुंचे। कुंदरकी विधानसभा में आयोजित क्षत्रिय महासभा में उन्होंने कहा- मुझसे पूछा गया कि आपने एक अधिकारी को धमकाया। वीडियो बड़ा वायरल हो रहा है….। मैंने जवाब दिया- हां मैंने ही अधिकारी को धमकाया था। मेरी ही आवाज है। लेकिन, उसमें कम धमकाया। अगर सही से काम नहीं करेंगे कानून का पालन नहीं करेंगे तो पब्लिक के जूते से भी पिटवाऊंगा। पढ़ें पूरी खबर…