सुल्तानपुर डकैती में STF ने एक और एनकाउंटर किया है। STF ने मंगेश यादव के बाद 1 लाख के इनामी अनुज प्रताप सिंह को उन्नाव में मार गिराया। STF ने अनुज को घेरा, तो उसने फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में STF ने उसके सिर में गोली मार दी। गोली लगते ही वह गिर गया। STF उसे जिला अस्पताल ले गई। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 25 साल का अनुज प्रताप सिंह अमेठी का रहने वाला था। 3 तस्वीरें देखिए… STF को सूचना मिली थी कि अनुज उन्नाव में छिपा हुआ है। इसके बाद STF ने उन्नाव पुलिस के साथ आरोपी की तलाश शुरू की। मुखबिर को एक्टिव किया। रोपी कुलुहागढ़ा क्षेत्र में छिपे होने की सूचना मिली। STF ने उसे पकड़ने के लिए घेराबंदी की। आरोपी ने खुद को घिरा देखकर टीम पर गोली चलानी शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। इसमें उसके सिर गोली लग गई। CCTV में दुकानदार को धमकाता दिख रहा 11 दिन पहले यूपी पुलिस ने डकैती का नया सीसीटीवी जारी किया था। इसमें पुलिस ने दावा किया कि अनुज सिंह ने दुकान के अंदर लूट की थी। हालांकि, हेलमेट लगाए होने की वजह से सीसीटीवी में अनुज का चेहरा नहीं दिख रहा है। सफेद शर्ट में अनुज हाथ में तमंचा लिए है। बार-बार दुकान मालिक को दिखाकर धमका रहा है। इसके अलावा अलमारी से पैसे निकाल रहा है डकैती कांड के 3 आरोपी अभी भी फरार
डकैती कांड में 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एक आरोपी ने सरेंडर किया। अनुज और मंगेश को मुठभेड़ में मार गिराया गया। अभी 3 बदमाशों की गिरफ्तारी होनी है। 29 अगस्त को हुई डकैती में पुलिस ने पहली गिरफ्तारी 2 सितंबर की रात की थी। कोतवाली इलाके में सचिन सिंह, त्रिभुवन और पुष्पेंद्र सिंह को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। तीनों के पैर में गोली लगी थी। पुलिस ने दावा किया था कि इनके पास से लूटी हुई 15 किलो चांदी बरामद हुई। 2 दिन बाद 5 सितंबर की सुबह STF ने इस लूटकांड में शामिल मंगेश यादव को एनकाउंटर में मार गिराया था। मंगेश यादव भी जौनपुर का रहने वाला था। STF के मुताबिक, मंगेश के पास से 5 किलो चांदी बरामद की गई थी। फिर 11 सितंबर को अयोध्या में दुबेपुर मोड़ से एक-एक लाख के इनामी चार बदमाशों को पकड़ा। इनके नाम दुर्गेश सिंह, विनय शुक्ला, अरविंद यादव, विवेक सिंह हैं। इनके पास से एक करीब डेढ़ किलो सोना बरामद किया। इसके बाद, डकैती की वारदात के मास्टरमाइंड विपिन सिंह ने 29 सितंबर को रायबरेली में सरेंडर किया था। विपिन के घर से एक किलो 218 ग्राम सोना बरामद किया था। अब ज्वेलरी शॉप में डकैती की पूरी घटना पढ़िए… सुल्तानपुर कोतवाली से 500 मीटर की दूरी पर चौक क्षेत्र का मेजरगंज एरिया है। यह इलाका सोनार मंडी के नाम से जाना जाता है। इसी इलाके में भरतजी सर्राफ की दुकान है। यह शहर की प्रतिष्ठित और बड़ी ज्वेलरी शॉप है। 29 अगस्त को सुबह करीब साढ़े 10 बजे भरत सोनी अपने बेटे के साथ आए और शॉप खोली। इसी बीच 2 कस्टमर आ गए। बेटा उनको जेवर दिखाने लगा। दोपहर करीब 12 बजे शॉप में भरत सोनी, उनका बेटा और 2 कस्टमर बैठे थे। तभी मुंह पर गमछा बांधे एक बदमाश अंदर आया। अंदर पहुंचते ही उसने भरत सोनी पर हथियार तान दिया। जब तक भरत सोनी कुछ समझ पाते, पीछे से दौड़ता हुआ एक और बदमाश आ गया। वह काले रंग का बैग लिए था। इसके बाद एक-एक कर 3 बदमाश और अंदर आए। इस तरह पलक झपकते ही बदमाशों ने दुकान को कब्जे में ले लिया। इसके बाद 3 बदमाश तेजी से सामान समेटने लगे, जबकि 2 असलहा लिए दुकान में मौजूद लोगों को कवर किए रहे। पांचों बदमाशों के हाथ में असलहे थे। मालिक भरत सोनी ने विरोध करने की कोशिश की, तो उनकी कनपटी पर पिस्टल सटा दी। इस दौरान दोनों कस्टमर हाथ जोड़े बैठे रहे। मंगेश यादव एनकाउंटर पर सियासत, DGP को करनी पड़ी कॉन्फ्रेंस सुल्तानपुर डकैती में मंगेश यादव एनकाउंटर पर खूब सियासत हुई। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि जाति देखकर एसटीएफ ने एनकाउंटर किया। अखिलेश ने मंगेश के परिजनों को भी बुलाकर लखनऊ में मुलाकात की। 12 सितंबर को DGP प्रशांत कुमार ने इस हाई प्रोफाइल मसले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। डीजीपी ने डकैती का नया CCTV जारी किया। दावा किया कि मंगेश यादव ने दुकान के अंदर लूट की थी। यही नहीं, DGP ने वह वीडियो भी दिखाए जब वारदात के बाद जौनपुर पुलिस मंगेश के घर दबिश देने गई थी। इसमें मंगेश की मां और बहन नजर आ रही हैं। जब पुलिसकर्मी उनसे मंगेश के बारे में पूछता है तो वह कहती हैं-पिछले 3 महीने से मंगेश घर पर नहीं आया है। दो बार दुकान की रेकी की, मंगेश ने लूट के लिए बाइक चुराई
DGP प्रशांत कुमार ने कहा था- 29 अगस्त को हुई डकैती की वारदात से पहले 13 और 15 अगस्त को ज्वेलरी की दुकान की रेकी की गई। डकैती में मंगेश यादव सीधे तौर पर शामिल था। उसने ही डकैती में इस्तेमाल गाड़ी जौनपुर से चुराई थी।​​​​​​ मंगेश उन 5 लोगों में शामिल था, जो ज्वेलरी शॉप में हथियार लेकर घुसे और डेढ़ करोड़ की डकैती की। ADG कानून व्यवस्था अमिताभ यश ने कहा था- घटना को अंजाम देने वाले गैंग का लीडर विपिन सिंह है। हमारे पास वीडियो भी है। घटना को अंजाम देने के लिए दो समूह में अपराधी पहुंचे थे। पहले समूह में फुरकान, अनुज, अरबाज, मंगेश यादव और अंकित यादव पहुंचकर दुकान में घुसे। दूसरे समूह में विपिन सिंह, विनय शुक्ला, अरविंद, विवेक और दुर्गेश दुकान ने बाहर खड़े होकर घेराबंदी की। मास्टर माइंड से मिली थी आरोपियों की लीड
ADG जोन एसबी शिरोडकर ने बताया- 2 बार ज्वेलरी शॉप की रेकी की फुटेज भी पुलिस के पास है। 15 अगस्त को जो रेकी की गई, उसमें फुटेज के आधार पर मौके पर विपिन और सचिन थे। इससे पहले वाली रेकी 2 बाइक से की गई थी। इसी बाइक का इस्तेमाल घटना में हुआ था। इसे जौनपुर से चुराया गया था।

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