सुल्तानपुर के ज्वेलरी शॉप में डकैती के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। डीएम कृतिका ज्योत्सना ने एसडीएम विदुषी सिंह को जांच सौंपी है। डीएम ने कहा- 15 दिन में रिपोर्ट तैयार करके सौंपें। वहीं पीड़ित व्यापारी ने कहा- अभी तक सिर्फ 10% गहने की रिकवरी हुई। वो भी सिर्फ चांदी के जेवर हैं, सोने के जेवर अभी तक नहीं मिले। पुलिस ने आश्वासन दिया कि डकैतों से पूरा माल बरामद करके मुझे देगी। मैं इसी इंतजार में दुकान बंद करके बैठा हूं। वहीं, वारदात के मास्टरमाइंड विपिन सिंह को 48 घंटे में दूसरी बार CJM कोर्ट में पेश किया गया। मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने X पर पोस्ट कर लिखा- भाजपा शासित राज्यों में ‘कानून और संविधान’ की धज्जियां वही उड़ा रहे हैं, जिनपर उनका पालन कराने की जिम्मेदारी है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगेश के परिजनों से बात कर घटना की जानकारी ली। X पर लिखा- लुटेरों से लूट का माल किसने लूट लिया। जब सब पकड़े गए तो फिर सोना किसके खजाने में जाकर जमा हो गया। कहीं ऐसा तो नहीं कि जो लुटेरे बनकर गए वो किसी के प्रतिनिधि थे। पहले 3 तस्वीरें लूटकांड का मास्टरमाइंड विपिन सिंह बोला- मेरा एनकाउंटर हो सकता है
सुल्तानपुर लूटकांड का मास्टरमाइंड विपिन सिंह ने दावा किया है कि उसका एनकाउंटर हो सकता है। इस बयान के बाद पुलिस ने उसकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। विपिन सिंह को शुक्रवार को सुल्तानपुर की CJM कोर्ट में पेश किया गया। जहां उसकी सुरक्षा के लिए 2 सब-इंस्पेक्टर (SI) और 4 सिपाही तैनात किए गए थे। पुलिस के मुताबिक, विपिन सिंह के खिलाफ कई गंभीर आरोप हैं। उसकी जान को खतरा हो सकता है, इसलिए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कोर्ट परिसर में पुलिस की चौकसी के चलते किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई थी। अब पढ़िए अखिलेश यादव और मंगेश के परिजनों की बातचीत समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगेश के परिजनों से फोन पर बात कर उन्हें सांत्वना दी। साथ ही उनसे पूरे घटनाक्रम के बारे में पूछा। अखिलेश यादव : क्या हुआ, क्या घटना थी? परिजन : मंगेश की मौत 28 तारीख को हुई। मंगेश सुबह अपनी बहन को एडमिशन के लिए स्कूल ले गया था। अखिलेश यादव : क्या जौनपुर में ही विद्यालय में गया था? परिजन : हां, भाइया। सोमवार रात करीब 2 बजे सादी वर्दी में पुलिस वाले घर आए और मंगेश को पूछताछ के लिए ले गए। उन्होंने कहा था, सुबह तक उसे छोड़ देंगे। लेकिन, सुबह पता चला कि मंगेश को एनकाउंटर में पुलिस ने मार डाला। अखिलेश यादव : कब उठा ले गए थे? परिजन : पुलिस ने सोमवार को रात 2 बजे मंगेश को उठाया था। अखिलेश यादव : गोली सटा कर मारी थी क्या? परिजन : यह बात सही से नहीं पता है, लेकिन ऐसा लगता है कि गोली सटा कर मारी गई थी। मंगेश का चेहरा बहुत वीभत्स स्थिति में था और देखने लायक नहीं था। चंद्रशेखर आजाद बोले- एनकाउंटर, शासनिक हत्या का साधन बना भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा- एनकाउंटर पर मंगेश की मां ने सवाल उठाया है। उनका कहना है- पुलिस ने सितंबर की रात पूछताछ के बहाने घर से उठाया और तीसरे दिन गोली मारकर हत्या कर दी। यह चिंता का विषय है। एनकाउंटर, सरकारी हत्या का साधन बन गया है। यह मौलिक अधिकार की भी हत्या है। चंद्रशेखर के बयान पर बीएल वर्मा का पलटवार, कहा- अपराधी के साथ खड़े होना ठीक नहीं केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने चंद्रशेखर के बयान पर पलवार किया। कहा- अपराधी अपराधी होता है, उसकी जाति नहीं होती है। अपराधी के साथ खड़ा होना ठीक नहीं। उन्होंने अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। कहा- सपा के नेता अपराधियों के साथ खड़े हो जाते हैं। यही उनका चाल, चरित्र और चेहरा है। सांसद संजय सिंह बोले- यूपी में जाति देखकर हो रहे एनकाउंटर आप सांसद संजय सिंह ने कहा- भाजपा सरकार में एनकाउंटर भी जाति देखकर हो रहा है। जब कोई सरकार अपराधी की जाति देखकर एनकाउंटर करे तो समझिए उसके पतन का समय आ चुका है। चाहे लखनऊ ताज होटल के सामने छेड़खानी का मामला हो या सुल्तानपुर लूट कांड में एनकाउंटर का, भाजपा सरकार ओबीसी समाज के लोगों के पीछे पड़ गई है। दलितों, पिछड़ों और ओबीसी के खिलाफ कार्रवाई करना भाजपा सरकार की प्राथमिकता बन गई है। पीड़ित व्यापारी ने कहा- अभी तक सोने के आभूषण नहीं मिले पीड़ित व्यापारी भरतजी सोनी ने कहा- पुलिस की कार्रवाई से हम पूरी तरह से संतुष्ट हैं। अभी तक सिर्फ 10 प्रतिशत गहनों की रिकवरी हुई है। उसमें भी सिर्फ चांदी के जेवरात हैं। सोने व अन्य बहुमूल्य जेवरात अभी तक मुझे नहीं मिले हैं। अखिलेश यादव के जाति देखकर एनकाउंटर करने के सवाल पर भरतजी सोनी ने कहा- हमारा मानना है कि डकैतों की कोई जाति नहीं होती। वारदात में 14-15 डकैत शामिल हैं, जो हर वर्ग के हैं। इस पर कोई कमेंट नहीं कर सकते हैं। पुलिस से पूरी उम्मीद है। पुलिस प्रशासन ने आश्वासन भी दिया है कि जब तक आपका पूरा माल रिकवर नहीं हो जाएगा हम शांति से नहीं बैठेंगे। हम भी पुलिस के विश्वास पर बैठे हुए हैं। 10 दिन से दुकान बंद है…
सुरक्षा के सवाल पर भरत सोनी ने कहा- हमारा व्यापार मंडल हमेशा व्यापारियों की सुरक्षा की मांग का मुद्दा उठाता रहता है। घटना के बाद से हम लोग अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। 10 दिन से दुकान बंद पड़ी है, हमारी सारी व्यवस्था गड़बड़ा गई है। हमारा सामान लूट लिया गया है। सामान न रहने पर दुकान खोलना न खोलना एक बराबर है। इसलिए हम भी घर में इस उम्मीद से बैठे हैं कि पुलिस हमारा पूरा सामान दिलाएगी। 2 गोलियों में ढेर हुआ था मंगेश यादव
शुक्रवार शाम मंगेश यादव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई। जिससे पता चला कि मंगेश दो गोलियों में ढेर हो गया था। उसके सिर और बाएं हाथ में गोली लगी थी। बुलेट आर-पार हो गई थी। इसके अलावा शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले। तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया था। कल सपा नेता लाल बिहारी मंगेश के घर गए थे, बहन ने कहा- पुलिस ने भाई की हत्या
विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव शुक्रवार सुबह ​​​​​​जौनपुर में मंगेश के घर पहुंचे। परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान मंगेश की बहन ने कहा- पुलिस ने मेरे भाई की हत्या की। बहन ने बताया- पुलिस बुधवार रात 2 बजे सिविल ड्रेस में घर आई थी। भाई को जबरदस्ती उठा ले गई। इसके बाद गुरुवार सुबह हमें एनकाउंटर का पता चला। नेता प्रतिपक्ष ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की। परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। कहा- एनकाउंटर में शामिल पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। अब पढ़िए पुलिस एनकाउंटर… ज्वेलरी शॉप दिनदहाड़े डकैती में आरोपी मंगेश यादव का पुलिस ने गुरुवार सुबह एनकाउंटर किया। 1 लाख का इनामी मंगेश अंधेरे का फायदा उठाकर भाग रहा था। STF ने उसे घेरा तो वह फायरिंग करने लगा, पुलिस ने जवाबी फायरिंग में उसे गोली मार दी। पुलिस उसे अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मंगेश जौनपुर बक्सा तहसील के अंगरौरा गांव का रहने वाला था। लखनऊ जोन के ADG एसबी शिरडकर ने बुधवार रात को ही मंगेश पर 1 लाख का इनाम घोषित किया था। हाईकोर्ट के वकील ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में मामला दर्ज कराया
गुरुवार को ही इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील गजेंद्र सिंह यादव ने एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में मामला दर्ज कराया। उन्होंने पुलिस विभाग के अतिरिक्त किसी उच्चस्तरीय संस्था से जांच कराने की मांग की। अब 28 अगस्त को हुई डकैती की 4 तस्वीरें… अब लूट की घटना…
सुल्तानपुर कोतवाली से 500 मीटर की दूरी पर चौक क्षेत्र का मेजरगंज एरिया है। यह इलाका सोनार मंडी के नाम से जाना जाता है। इसी इलाके में भरतजी सर्राफ की दुकान है। यह शहर की प्रतिष्ठित और बड़ी ज्वेलरी शॉप है। बुधवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे भरत सोनी अपने बेटे के साथ आए और शॉप खोली। इसी बीच 2 कस्टमर आ गए। बेटा उनको जेवर दिखाने लगा। ज्वेलरी शॉप में लगे CCTV में दिख रहा है कि दोपहर करीब 12 बजे शॉप में भरत सोनी, उनका बेटा और 2 कस्टमर बैठे हैं। तभी मुंह पर गमछा बांधे एक बदमाश अंदर आया। अंदर पहुंचते ही उसने भरत सोनी पर हथियार तान दिया। जब तक भरत सोनी कुछ समझ पाते, पीछे से दौड़ता हुआ एक और बदमाश आ गया। वह काले रंग का बैग लिए था। इसके बाद एक-एक कर 3 बदमाश और अंदर आए। इस तरह पलक झपकते ही बदमाशों ने दुकान को कब्जे में ले लिया। इसके बाद 3 बदमाश तेजी से सामान समेटने लगे, जबकि 2 असलहा लिए दुकान में मौजूद लोगों को कवर किए रहे। पांचों बदमाशों के हाथ में असलहे थे। मालिक भरत सोनी ने विरोध करने की कोशिश की, तो उनकी कनपटी पर पिस्टल सटा दी। इस दौरान दोनों कस्टमर हाथ जोड़े बैठे रहे। बदमाशों ने 4 मिनट में पूरी शॉप खाली कर दी
CCTV में दिख रहा है, बदमाशों ने बमुश्किल से 4 मिनट में पूरी वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने इतनी तेजी से पूरी दुकान में लूट-पाट की, जैसे उनको यह पता था कि कहां पर क्या रखा हुआ है? उन्होंने दुकान मालिक के पीछे रखी तिजोरी से सबसे पहले सामान उठाना शुरू किया। फिर एक-एक दराज खोलकर ज्वेलरी बैग में भरी। डकैती की खबर मिलते ही अन्य सर्राफा कारोबारी भी भरत सोनी की शॉप पर पहुंच गए। डकैती डालने के लिए बदमाशों ने तीन ग्रुप बनाए… पहला- इसमें पुष्पेंद्र, त्रिभुवन और सचिन थे। सचिन ने पुष्पेंद्र के सहयोग से त्रिभुवन की बोलेरो का इंतजाम किया। डकैती के बाद बदमाश जेवरात लेकर बोलेरो से रायबरेली भागे थे। दूसरा- इसमें विपिन सिंह, विनय शुक्ला, अजय यादव, अरविंद्र यादव, विवेक सिंह, दुर्गेश सिंह शामिल थे। ये लोग ज्वेलरी शॉप के बाहर खड़े थे और अन्य अपराधियों को बैकअप दे रहे थे। तीसरा- इसमें फुरकान, अनुज प्रताप, अरबाज, मंगेश यादव और अंकित यादव शामिल थे। इन लोगों ने शॉप में घुसकर डकैती डाली थी। ये भी पढ़ें… मंगेश यादव एनकाउंटर की न्यायिक जांच की मांग:हाईकोर्ट के अधिवक्ता ने कहा- पुलिसवाले सस्पेंड हों, FIR दर्ज हो, पूर्व IPS ने की मानवाधिकार आयोग से शिकायत सुल्तानपुर के मंगेश यादव एनकाउंटर में नया मोड़ आ गया है। इलाहबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता डॉ गजेंद्र सिंह यादव ने मजिस्ट्रेट जांच के स्थान पर न्यायिक जांच की मांग की है। साथ ही इस मामले से जुड़े पुलिसकर्मियों के निलंबन और उन पर एफआईआर की भी मांग उठाई है। उन्होंने इस संबंध में मुख्य सचिव को शनिवार को पत्र भेजा है। वहीं पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत की है। (पढ़ें पूरी खबर)

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