CM योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद सभी रेस्टोरेंट, ढाबा, होटलों पर नाम डिस्प्ले करना अनिवार्य कर दिया गया है। खान-पान की सभी दुकानों पर संचालकों का नाम, पता डिस्प्ले करना होगा। इस फैसले का दुकानों और रेस्टोरेंट संचालकों ने स्वागत किया है। हाल ही में CM योगी आदित्यनाथ ने खाद्य विभाग के साथ मीटिंग की। जिसमें खान-पान की चीजों में हो रही मिलावट पर चिंता जताई गई। इसी के आधार पर नया नियम लागू किया गया है। इस आदेश पर दैनिक भास्कर ने शहर के नामचीन रेस्टोरेंट संचालकों से बातचीत की। ज्यादातर लोगों ने इस आदेश को सराहनीय बताया। कहा- खाने की गुणवत्ता और सफाई से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। FSSAI की गाइडलाइन का पालन हो रहा: कबाबची
छोटे इमामबाड़े के सामने कबाबची नाम से मुगलई खाने का रेस्टोरेंट चलाने वाले हामिद हुसैन ने CM के आदेश की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि हम FSSAI की गाइडलाइन का पालन कर रहे है। सुरक्षा के लिए CCTV कैमरे भी लगे हैं। सफाई और हाइजीन हमारी जिम्मेदारी: रेस्टोरेंट संचालक
हामिद हुसैन ने कहा कि सफाई और हाइजीन को मेंटेन करना हमारी जिम्मेदारी है। हम इसे बेहतर तरीके से कर भी रहे हैं। मेरा मानना है कि इस नई गाइडलाइन में स्ट्रीट फूड वालों को भी शामिल करना चाहिए। ठेलों पर बिकने वाले सामानों के हाइजीन और सफाई का ध्यान रखा जाना चाहिए। कोई भी गाइडलाइन सिर्फ बड़े दुकानदार या ढाबे वालों के लिए ही न हो, सब पर लागू होना चाहिए। हम लोग पहले से ही फूड सेफ्टी गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। दुकान के नाम के साथ दुकानदार का नाम भी डिस्प्ले है। जहां ग्लव्स पहना जा सकता है, वहां उसका इस्तेमाल कर रहे हैं। तंदूर में शीरमाल बनाते समय, रोटी बनाते समय ग्लव्स का इस्तेमाल कर पाना संभव नहीं है। दुकानदारों को पहचान स्पष्ट रखनी चाहिए: इदरीस बिरयानी संचालक
लखनऊ की प्रसिद्ध इदरीस बिरयानी के मालिक अबू बकर ने कहा कि ये बहुत अहम फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि सफाई बहुत ही जरूरी है। हम लोग आदेश आने के बाद हेड कवर और ग्लव्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। नाम से ही पता चल जाएगा कि क्या यहां क्या बनता है
अबू बकर ने कहा कि हमारी दुकान का नाम इदरीस बिरयानी है। इससे स्पष्ट है, कि यहां क्या बिक रहा है। बाकी सभी दुकानदारों को अपने दुकान का नाम और मलिक का नाम स्पष्ट रखना चाहिए। इससे ग्राहकों को आसानी होती है। सभी को सफाई और हाइजीन का पूरा ध्यान रखना चाहिए। 125 साल पुरानी दुकान, पूरी दुनिया में नाम: टुंडे कबाब
चौक स्थित टुंडे कबाब के मैनेजर अबू बकर ने कहा की यह हमारी दुकान 125 साल पुरानी है। टुंडे कबाब सिर्फ लखनऊ या हिंदुस्तान में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। सब जानते हैं कि हम क्या खिला रहे हैं। लखनऊ की यह पहली कबाब की दुकान है। कभी ग्राहकों ने नहीं की शिकायत: अबू बकर
अबू बकर ने कहा कि दुकानों को लेकर जो निर्देश दिया गया है, वह बिल्कुल सही है। गाइडलाइन को हम फॉलो कर रहे हैं। सरकार का कानून हमारी अच्छाई के लिए है। आज तक ग्राहक की ओर से कोई शिकायत नहीं हुई। खाद्य विभाग ने किसी प्रकार हम पर कोई कार्रवाई नहीं किया। नाम डिस्प्ले करने से बाहरी ग्राहकों को होगी आसानी
ग्राहक मोहम्मद ताहा ने कहा कि सीएम योगी का आदेश सराहनीय है। दुकान और उसके मलिक का नाम साथ में क्या बेच रहे हैं, यह सब साफ तौर से डिस्प्ले होना जरूरी है। पहचान क्लियर होने से बाहर से आने वाले ग्राहकों को दिक्कत नहीं होगा। उन्हें क्या खाना है, क्या नहीं खाना है, यह पता रहेगा। लोकल लोगों को तो यह मालूम होता है, कि बिना बोर्ड या नाम के जो दुकान चल रही है, वह क्या बेच रहे हैं। बाहर से आने वाले लोगों को बिना पहचान वाले होटलों को लेकर कंफ्यूजन होता है। दुकानदार और कस्टमर के बीच में कोई कंफ्यूजन न हो, इसके लिए अच्छा कदम है। स्ट्रीट फूड्स पर भी गाइडलाइन लागू हो
चौक में मुगलई खानों के शौकीन फैजी ने बताया कि सफाई सुरक्षा और नाम डिस्प्ले दुकानों में होना जरूरी है। मगर जो मुगलई खाना बनता है, वहां यह समस्या है कि ग्लव्स पहनकर तंदूर में कोलचा और शीरमाल नहीं बनाया जा सकता। खाने की दुकान में किसी प्रकार की मिलावट गलत है। वेज और नॉनवेज दुकान में यह बिल्कुल साफ होना चाहिए कि क्या बेचा जा रहा है। नए आदेश में एक यह भी सवाल खड़ा होता है कि इसमें जो ठेले वाले और स्ट्रीट फूड वाले हैं, उनसे गाइडलाइन का पालन कैसे कराया जाएगा। आजकल बड़ी संख्या में लोग स्ट्रीट फूड पर भोजन करते हैं, इसलिए जरूरी है, कि वहां के लिए भी गाइडलाइन को अपनाने पर जोर दिया जाए। यह भी पढ़ें लखनऊ में मिलावटी खाद्य-पदार्थ मिले तो कंट्रोल-रूम को कॉल करें:डीएम का निर्देश- होटल, रेस्टोरेंट और ढ़ाबा संचालक क्वालिटी बेस्ट रखें लखनऊ में रेस्टोरेंट, ढ़ाबे और खाने-पीने दुकानों पर क्ववालिटी फूड को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। डीएम सूर्यपाल गंगवार ने निर्देश दिया है कि ग्राहकों को खराब क्वालिटी का खाना न परसा जाए। पढ़ें पूरी खबर…