भवभूति रचित उत्तररामचरित का मंचन किया गया। नागरी नाटक मंडली के मंच पर कलाकारों ने भगवान राम के वनवास से लौटने के बाद राज्याभिषेक से लेकर उनकी पत्नी सीता के साथ पुनर्मिलन तक के प्रसंगों को अभिनय कला से जीवंत किया।भवभूति रचित उत्तररामचरित का मंचन किया गया। नागरी नाटक मंडली के मंच पर कलाकारों ने भगवान राम के वनवास से लौटने के बाद राज्याभिषेक से लेकर उनकी पत्नी सीता के साथ पुनर्मिलन तक के प्रसंगों को अभिनय कला से जीवंत किया।