बड़े-बुजुर्ग हमेशा कहते थे, दुश्मन भी न्योता देने आए तो उसका निरादर नहीं करना चाहिए. लेकिन ये बात सिर्फ नैतिकता से जुड़ी नहीं है. बल्कि अगर आप शादी के कार्ड का निरादर करते हैं, तो ये मुसीबतों को न्योता देने जैसा हो सकता है. आइए जानते हैं सेलिब्रिटी एस्ट्रोलॉजर प्रदुमन सूरी से इसके बारे में.बड़े-बुजुर्ग हमेशा कहते थे, दुश्मन भी न्योता देने आए तो उसका निरादर नहीं करना चाहिए. लेकिन ये बात सिर्फ नैतिकता से जुड़ी नहीं है. बल्कि अगर आप शादी के कार्ड का निरादर करते हैं, तो ये मुसीबतों को न्योता देने जैसा हो सकता है. आइए जानते हैं सेलिब्रिटी एस्ट्रोलॉजर प्रदुमन सूरी से इसके बारे में.