संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे पर शिव शक्ति धाम डासना से यति नरसिंहानंद गिरि बड़ा बयान जारी किया। 2.45 मिनट के वीडियो में उन्होंने कहा- अगर अरब की मस्जिदों का सर्वे हो जाए। तो इस्लाम का काला सच सामने आ जाएगा। उनके नीचे से भी मंदिर-मठ ही मिलेंगे। उन्होंने जमीयत-ए-उलेमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी पर भी निशाना साधा।
पढ़िए उन्होंने क्या-कुछ कहा… यति नरसिंहानंद ने कहा – संभल में हरिनाथ मंदिर का विवाद, जिसको तोड़कर जिहादियों ने मस्जिद बना दी थी। आज यह विवाद उभरकर सामने आ गया है। कोर्ट ने पूरे परिसर का सर्वे करने का आदेश जारी किया है। 29 नवंबर, 2024 तक इसकी रिपोर्ट मांगी है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में सर्वे हुआ भी है। अब जमियत-ए-उलमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने बयान दिया है कि इतिहास के गड़े मुर्दे उखाड़ने से देश को गंभीर नुकसान होगा। ये मौलाना मदनी डकैतों के एक गैंग को रिप्रजेंट करता है। जिनका काम है, हम हिंदुओं को मारना, हमें लूटना। मैं कहना चाहता हूं कि इतिहास के गड़े मुर्दे उखाड़ने से इतिहास का पता चलेगा। तुम इकलौती कौम, जो सच्चाई बाहर आने से डरते हो
उन्होंने कहा – तुमने और तुम्हारे बाप-दादा ने और अरब से आए लुटरे ने, इस संस्कृति के साथ क्या किया है, ये सबको पता चलेगा। सच्चाई आने में कैसा डर। तुम दुनिया की इकलौती कौम हो, जो सच्चाई बाहर आने से डरते हो। अरब की मस्जिदों का भी अगर सर्वे हो जाए, तो उनके नीचे भी कोई न कोई मंदिर या मठ मिलेगा। इस सर्वे के बाद मंदिर हमें मिले या न मिले, मगर इस्लाम का काला सच पूरी दुनिया के सामने आएगा। तुम तो वक्फ के नाम पर, जहां तुम्हारी एक इंच भूमि पर भी हक नहीं है। क्योंकि तुम्हारे बाप-दादा अपना अधिकार लेकर पाकिस्तान चले गए थे। फिर भी तुम वक्फ के नाम पर हमको लुटने के लिए तैयार बैठे हो। ये जो तुम्हारी धमकी है, हम हिंदु इसको समझ गए हैं, मगर अब तुम भी समझ लो। हिंदू जाग गया है, हर हर महादेव है। अब संभल मस्जिद का विवाद भी पढ़िए… संभल की शाही जामा मस्जिद का केस कोर्ट में पहुंच गया है। कैलादेवी मंदिर के महंत ऋषि राज गिरि महाराज ने दोपहर डेढ़ बजे सिविल कोर्ट में याचिका लगाई। सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह की अदालत ने ढाई घंटे में ऑर्डर कर दिया। कहा- मस्जिद का सर्वे होगा। वीडियो और फोटोग्राफी कराकर रिपोर्ट 7 दिन में दाखिल करें। अदालत ने एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किया। शाम 4 बजे आदेश आने के महज 2 घंटे के भीतर शाम सवा छह बजे सर्वे के लिए टीम जामा मस्जिद पहुंच गई। डीएम राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई भी साथ रहे। 2 घंटे के सर्वे के बाद टीम रात करीब पौने 8 बजे बाहर आई। महंत ऋषि राज गिरि ने दावा किया कि शाही जामा मस्जिद श्रीहरिहर मंदिर है। मस्जिद में मंदिर के कई प्रमाण हैं। यहीं पर भगवान विष्णु के दशावतार कल्कि का अवतार होना है। शाही जामा मस्जिद सदर कोतवाली क्षेत्र के कोट पूर्वी में स्थित है। अदालत ने रमेश सिंह राघव को बनाया एडवोकेट कमिश्नर
कोर्ट की तरफ से रमेश सिंह राघव को एडवोकेट कमिश्नर बनाया गया। वहीं, प्रशासन की तरफ से पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई, जो सर्वे टीम के साथ थी। सर्वे टीम ने मस्जिद के भीतर वीडियो और फोटो लिए हैं। हरिशंकर जैन के पुत्र और सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु शंकर भी मस्जिद के भीतर थे। याचिकाकर्ता महंत ऋषि राज गिरि को मस्जिद में एंट्री नहीं मिली। वे सर्वे होने तक बाहर खड़े रहे। पूरे शहर में हाई अलर्ट है। मुस्लिम पक्ष ने कहा- मस्जिद में कोई साक्ष्य नहीं मिले
शाही जामा मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष जफर अली एडवोकेट ने बताया, ‘टीम ने जामा मस्जिद के हर हिस्से का सर्वे किया है। हम भी टीम के साथ थे। हमने उनका सहयोग किया। हमें नोटिस तामील कराया गया। सर्वे में अभी तक कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। अब यही माना जाएगा कि यह जामा मस्जिद ही है। दो घंटे सर्वे चला है। कोर्ट ने सात दिन के भीतर सर्वे का आदेश दिया था। लेकिन, एडवोकेट कमिश्ननर ने अपनी मजबूरी बताई कि उनकी बेटी की शादी है। इसलिए वो नहीं आ सकेंगे। कोर्ट में वादी, कमिश्नर, एसडीएम, एसपी और हम कमेटी के चार-पांच लोग थे।’ एडवोकेट कमिश्नर रमेश सिंह राघव ने बताया – अभी केवल वीडियो-फोटो ग्राफी हुई है, अभी हमारा सर्वे बाकी है कोई मेजरमेंट नहीं हुआ कुछ नहीं हुआ। अब स्लाइड में यति नरसिंहानंद को भी जानिए…

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