सहारनपुर में संदिग्ध परिस्थितियों में चचेरे भाई-बहन की मौत हो गई। दोनों का शव सड़क के किनारे पड़ा मिला है। दोनों के शरीर की हडि्डयां टूट गई है। दोनों बच्चों की मौत को लेकर अलग-अलग चर्चा है कि दोनों की तांत्रिक क्रिया को लेकर हत्या हुई है। जबकि पुलिस का कहना है कि दोनों को कोई गाड़ी टक्कर मार गई है। टायरों के निशान भी फोरेंसिक टीम ने उठाए है। पुलिस ने दोनों बच्चों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मंदिर में दीपक जलाने गए थे दोनों
थाना देवबंद के गांव भायला में चचेरे भाई देव (11) और माही (9) का शव गांव के बाहर सड़क के किनारे पड़ा मिला। दोनों भाई-बहन दीपावली पर मंदिर में दीए जलाने के लिए गए थे। गांव के बाहर मंदिर में। देर रात तक दोनों बच्चे घर नहीं लौटे। परिवार के लोगों को चिंता हुई। उन्होंने दोनों की तलाश की। दीपावली की देर रात 12 बजे दोनों बच्चों की बॉडी सड़क किनारे पड़ी मिली। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर थाना प्रभारी सुनील नागर मय फोर्स पहुंच गए। बच्चों की मौत की खबर गांव में फैल गई। गांव के लोगों की भीड़ सड़क पर लग गई। लोगों ने देवबंद-नानौता मार्ग पर जाम लगा दिया। वहीं एसपी देहात सागर जैन और फोरेंसिक की टीम भी देर रात को घटनास्थल पर पहुंच गए। ग्रामीणों का कहना है कि तांत्रिक क्रिया के चलते बच्चों की हत्या हुई है। पुलिस ने ग्रामीणों और परिवार के लोगों को समझाकर शांत कराया। वहीं पुलिस को प्रथम दृष्टया जो साक्ष्य मिले हैं, उससे एक्सीडेंट का मामला लग रहा है। क्योंकि बच्चों के शरीर की हड्डी टूटी हुई है। मृतक बच्चों का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। एसपी देहात सागर जैन का कहना है कि प्रथम दृष्टया जांच में सामने आया है कि बच्चों की मौत एक्सीडेंट से हुई है। बच्चों के शरीर की हडि्डयां टूटी हुई मिली है। वहीं घटनास्थल पर भी टायर के निशान मिले हैं। शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।