इस्कॉन गवर्निंग कॉउंसिल ऑफ़ इंडिया के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी का सोमवार को वृंदावन में अंतिम संस्कार किया जायेगा। गोपाल कृष्ण गोस्वामी को उनके अनुयायी इस्कॉन गौशाला में समाधी देंगे। गोपाल कृष्ण गोस्वामी का रविवार को देहरादून में निधन हुआ था। सुबह 9 बजे दिल्ली से वृंदावन लाया जायेगा पार्थिव शरीर देहरादून में गोपाल कृष्ण गोस्वामी का निधन होने के बाद उनका पार्थिव शरीर रविवार को दिल्ली लाया गया। जहाँ ईस्ट ऑफ़ कैलाश स्थित इस्कॉन मंदिर में रखा गया। सोमवार को सुबह 9 बजे इस्कॉन से जुड़े अनुयायी उनके पार्थिव शरीर को लेकर वृंदावन पहुंचेंगे। जहां रमणरेती क्षेत्र स्थित इस्कॉन मंदिर में एक घंटे तक रखने के बाद गौशाला के लिए रवाना होंगे। 5 घंटे तक अंतिम दर्शनों के लिए रखा जायेगा पार्थिव शरीर वृंदावन के इस्कॉन मंदिर से गोपाल कृष्ण गोस्वामी का पार्थिव शरीर महामंत्र करते हुए करीब 500 मीटर दूर स्थित इस्कॉन गौशाला ले जाया जायेगा। जहां सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक अंतिम दर्शनों के लिए पार्थिव शरीर को रखा जायेगा। इसके बाद भू समाधी देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। दस हजार भक्त होंगे शामिल इस्कॉन इंडिया के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी जी के अंतिम संस्कार में दस हजार से ज्यादा भक्तों के शामिल होने की संभावना है। इस्कॉन वृंदावन के प्रवक्ता रवि लोचन दास ने बताया कि अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है। अंतिम संस्कार के दौरान सुरक्षा के भी इंतजाम किये गए हैं। ASP कुंवर आकाश सिंह ने बताया कि यातायात व्यवस्था बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस कर्मी लगाए गए हैं ,इसके साथ ही सिविल फ़ोर्स को भी तैनात किया गया है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने जताया दुःख
गोपाल कृष्ण गोस्वामी के निधन पर राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मू ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुःख जताया। सोशल मीडिया साइट्स X पर की गयी पोस्ट में राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मू ने लिखा परम पूज्य गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज के निधन की खबर सुनकर दुःख हुआ। श्री कृष्ण के प्रति अपनी महान भक्ति और इस्कॉन के माध्यम से मानवता की सेवा के साथ,उन्होंने हमें दिखाया कि भागवत गीता के पाठों को अभ्यास में कैसे लाया जाए। उनका जीवन और विरासत दुनिया भर की पीढ़ियों ो प्रेरित आरती रहेगी। उनके भक्तों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा श्रेध्य श्रील गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज आध्यत्मिक प्रतीक थे, जिन्हें भगवान श्री कृष्ण के प्रति अटूट भक्ति और इस्कॉन के माध्यम से उनकी अथक सेवा के लिए विश्व स्तर पर सम्मान दिया जाता था। उनकी शिक्षाओं में दूसरों के प्रति भक्ति, दया और सेवा के महत्व पर जोर दिया गया। उन्होंने इस्कॉन के सामुदायिक सेवा प्रयासों का विस्तार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विशेष रूप से शिक्षा,स्वास्थ्य और जरूरतमंदों की सेवा जैसे क्षेत्रों में। इस दुखद घडी में मेरी संवेदनाएं सभी भक्तों के साथ हैं। शांति

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